Shri Ashok Gehlot

Former Chief Minister of Rajasthan, MLA from Sardarpura

नोटबंदी से त्रस्त देशवासियों को बजट से निराशा हाथ लगी - गहलोत

दिनांक
01/02/2017
स्थान
जयपुर


जयपुर, 1 फरवरी। पूर्व मुख्यमंत्री श्री अशोक गहलोत ने कहा है कि काला धन और भ्रष्टाचार को रोकने के लिये नोटबंदी की घोषणा के बाद सवा सौ करोड देशवासियों को जिन अच्छे दिनों का सपना दिखाया गया था, उनको केन्द्रीय बजट से निराशा हाथ लगी है। यह बजट भी प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी का जुमलों का बजट ही साबित हुआ है।

श्री गहलोत ने केन्द्रीय बजट पर अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि देश की युवा पीढ़ी को सब्जबाग दिखाकर सत्ता में आई एनडीए सरकार ने इस बजट में युवाओं को पूरी तरह निराश किया है। बजट में बेरोजगार युवाओं के लिए कुछ नहीं है। प्रधानमंत्री की बातों पर विश्वास कर जो मजदूर, किसान और गरीब विमुद्रीकरण के दौर में धैर्य के साथ अपने ही पैसों के लिए घंटों बैंक/एटीएम की लाइनों में खडे रहे, सौ से ज्यादा लोगों ने अपनी जान दे दी, आज वे अपने आपको ठगा सा महसूस कर रहे हैं।

पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि देश के अन्नदाता किसानों का कर्ज माफ किया तो अच्छा होता जो अभावों के चलते अपनी जानें दे रहे हैं। उन्होंने कहा मनरेगा के अन्तर्गत 5 लाख तालाब बनाने की जो बात की जा रही है, उसमें कोई सच्चाई नहीं है। प्रधानमंत्री द्वारा मनरेगा को कांग्रेस की असफलता का स्मारक बताये जाने के बाद राज्य सरकार ने तो इस योजना पर ध्यान देना ही बंद कर दिया जिससे सारे काम ठप्प हो गये।

उन्होंने कहा कि रेलवे के किराये में भी कोई कमी नहीं की गयी है, जबकि क्रूड ऑयल की कीमतें काफी कम हुई हैं। बीकानेर में हालांकि क्रूड ऑयल का भण्डार केन्द्र स्थापित करने की घोषणा की गयी है, लेकिन राजस्थान की तस्वीर और तकदीर बदलने वाली बाडमेर रिफाइनरी परियोजना को लेकर चुप्पी साधी गयी है।

श्री गहलोत ने राजनीतिक दलों की फण्डिंग के लिए उठाये गये कदम पर कहा कि जब तक देश में आर्थिक लेन-देन में पूरी पारदर्शिता नहीं आयेगी तब तक राजनीतिक चंदे के रूप में कालाधन फिर से नहीं आयेगा, इसमंे मुझे संदेह है।
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