Shri Ashok Gehlot

Former Chief Minister of Rajasthan, MLA from Sardarpura

Talked to media in Jaipur.

दिनांक
02/06/2019
स्थान
जयपुर


यूपीए गवर्नमेंट के वक्त में पहली बार देश में अधिकार आधारित युग की शुरुआत हुई जिसमें पार्लियामेंट में कानून बनाकर के रोजगार के लिए महात्मा गांधी नरेगा लाया गया, कानून बनाकर के शिक्षा का अधिकार दिया गया, पूरे देश के लिए फूड सिक्योरिटी एक्ट लेकर के आए और जिस प्रकार से एक के बाद एक चाहे फूड सिक्योरिटी एक्ट हो, आरटीआई लाये सूचना का अधिकार तमाम अधिकार जनता को कानून बना कर दिए गए उसी कड़ी के में हम चाहते हैं लोगों को राइट टू हेल्थ भी मिले, उनके स्वास्थ्य के लिए सरकार चिंता करे लोग बर्बाद नहीं हो जो कि आप देखते हो आज के जमाने में कितना खर्च होता है स्वास्थ्य पर। हमारी गवर्नमेंट ने पहले प्रयास किए थे फ्री मेडिसिन का, उस स्कीम को लोगों ने बहुत अप्रिशिएट किया देश के अंदर भी और दुनिया में भी, डब्ल्यूएचओ द्वारा भी। अब हमने दवाइयों की संख्या बढ़ाई है कैंसर की भी, किडनी की भी, हार्ट की भी धीरे धीरे हम चाहेंगे कि और ज्यादा कैसे मजबूत और राइट टू हेल्थ का एक्ट बनाये हम लोग जिससे कि लोग कॉन्फिडेंस के साथ में इलाज करवा सके तो तमाम जो योजनाएं हैं हम चाहेंगे कि सम्मिलित करके लोगों को स्वास्थ्य का अधिकार मिले यह सपना हमारा है।
अभी जो सत्य साईं बाबा संस्थान की तरफ से अहमदाबाद से और राजकोट से डॉक्टर आए हैं इस संस्थान ने जो काम किया है वह अद्भुत काम है, जहां पर पूरी तरह फ्री बच्चो के और बड़ों के ऑपरेशन हार्ट के होना, 1 ₹ भी चार्ज नहीं करते हैं वहां जाओगे तो रहने के लिए भी और खाने पीने के लिए भी, ऑपरेशन के लिए और तमाम सुविधाएं फ्री है ऐसा देश के अंदर कहीं नहीं है जहां पर गुजरात में राजकोट में, अहमदाबाद में, या बेंगलुरु के अंदर जहां सत्य साईं बाबा की संस्थाएं है उस काम को फ्री ऑफ चार्ज कर रही है। हमारी स्टेट गवर्नमेंट के साथ में हमने एमओयू किया उनके साथ जिसके अंदर स्टेट गवर्नमेंट किराए के 5000 ₹ देगी मरीजों को वहां जाने के बाद में उनका पूरा इलाज फ्री होगा यह एमओयू हमारा हुआ है और बहुत शानदार तरीके से हम इस काम को आगे बढ़ाएंगे और यह जो संस्थान के साथ में एमओयू हुआ है उसकी भावना के अनुकूल हम लोग आगे बढ़ेंगे।
देखिए राइट टू हेल्थ कि हमारी तैयारी चल रही है कब आता है वक्त आने पर बताएंगे आपको।
सवाल: सर पानी को लेकर रिव्यू कर रहे हैं, पेयजल की किल्लत हो रही है...
जवाब: पेयजल की समस्या बहुत भयंकर है पूरे प्रदेश के अंदर नहीं पूरे देश के अंदर है आप रोज खबरे पढ़ रहे हैं कि राज्यों से कैसी खबरें आ रही है, त्राहि-त्राहि मची हुई है तब भी हम हैंडपंप ट्यूबेल को मरम्मत भी करवाए, नये भी खुदवा रहे हैं, ट्रांसपोर्ट कर रहे हैं पानी को टैंकर के माध्यम से उसके बावजूद भी पानी की समस्या है कई जगह मुझे मालूम है हम लोग कल, परसों और रिव्यू करने वाले हैं पर पब्लिक को भी चाहिए ऐसे वक्त में वह साथ दे सहयोग करें, पानी की बचत का पूरा ध्यान रखें और सब मिलकर ही इस समस्या के समाधान के लिए या जो स्थिति बन गई है उससे पार पाएंगे । सवाल यह है कि पानी का डिस्ट्रीब्यूशन ढंग से हो जिससे की पानी की परेशानी कम से कम लोगों को हो पूरी परेशानी खत्म भी नहीं हो सकती है पर सरकार पूरी कोशिश कर रही है पर पानी को ट्रांसपोर्ट करके भी पहुंचाए तो पहुंचाए पर लोगों को तकलीफ कम हो।

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