Shri Ashok Gehlot

Former Chief Minister of Rajasthan, MLA from Sardarpura

Talked to media in Delhi..

दिनांक
15/06/2019
स्थान
Delhi


कुछ सिस्टम बदल दिए है इन्होने प्रक्रिया बदल दी उसकी भी तकलीफ राज्य को आ रही है, कुछ एक्सटर्नल एडेड फंडिंग होती है उसके लिए कुछ डिमांड रखी हमने की वो हमें प्रायोरिटी पर रखे, वहां पर पानी प्रायोरिटी है हमारे लिए राजस्थान वो प्रदेश है देश के अंदर जहाँ सूखा और अकाल पड़ता रहा है आज तक, सदियों से। वहां सूखे-अकाल के साथ में पीने के पानी भी, चारे का प्रॉब्लम, गायों के कैम्प लगवाओ बड़ी प्रॉब्लम जो अन्य राज्यों के मुकाबले अलग होती है उसमे पीने का पानी बहुत भयंकर प्रॉब्लम है तो जो स्कीमे हमने प्रपोज की है चाहे वो जोधपुर लिफ्ट कैनाल की थर्ड फेज हो, चाहे वो बीसलपुर की योजना हो पूरे राजस्थान की जितनी भी योजनाये जिनकी बाहर से फंडिंग होगी उनकी हमने बातचीत करी।

हम चाहते है की जो लोन वेव हुआ है, कर्जा माफ़ किया तो हम लोगो ने पूरा कर्जा माफ़ कर दिया है भूमि विकास बैंक का भी और कोपरेटिव बैंक का भी परन्तु राष्ट्रीयकृत बैंक जो भारत सरकार के साथ में लिंक करती है हमने कहा है की वन टाइम सेटलमेंट, जो आप इंडरस्ट्रीयलिस्ट के साथ में करते हो, उद्योगपतियों के साथ करते है वन टाइम सेटलमेंट किसानो के साथ में भी करते है उसी रूप में आप जो हमने इतना बड़ा फैसला किया है करीब 24 लाख किसानो को लाभ होगा उससे, तो आपको चाहिए कि आप बैंको को निर्देश दे वो वन टाइम सेटलमेंट के लिए आगे आये, यह किसान भी तो वहीँ है जो तकलीफ में है, डिस्ट्रेस में है आत्महत्याएं करते है किसान लोग, तकलीफ में रहते है इसलिए हमने आगे बढ़कर के उनके लोन माफ़ किये है जो राहुल गांधीजी ने पूरी पब्लिक मीटिंगों में कमिटमेंट भी किया था जनता के साथ, हमने उसको निभाया सरकार बनने के दो-तीन दिन के अंदर अंदर उसको माफ़ कर दिया पर राष्ट्रीयकृत बैंक का कर्जा माफ़ करना है वो अटका हुआ है बिना वन टाइम सेटलमेंट के संभव नहीं है तो चाहे वो मध्यप्रदेश हो, चाहे कर्नाटक हो, चाहे राजस्थान हो सब जगह बातचीत चल रही है बैंको के साथ में।

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