Shri Ashok Gehlot

Former Chief Minister of Rajasthan, MLA from Sardarpura

Talked to media in Delhi.

दिनांक
06/08/2019
स्थान
Delhi


मॉब लिंचिंग और ऑनर किलिंग के दो कानून ऐतिहासिक बने हैं। राजस्थान दूसरा राज्य है जिसने मॉब लिंचिंग का कानून बनाया है, ऑनर किलिंग बनाने वाला पहला राज्य है क्योंकि आज जिस रूप में घटनाएं बढ़ती जा रही थी मॉब लिंचिंग की भी पूरे देश के अंदर बढ़ती जा रही है पूरे देश के लिए चिंता का विषय है इसलिए हमने पहल करके इस बिल को पास करवाया है और उम्मीद करते हैं कि लोग समझ जाएंगे कि कानून को तोड़ना कितना अनफॉर्चूनेटली किसी की जान चली जाए गलतफहमी के कारण से भी इससे बड़ा पाप कोई हो नहीं सकता। मैं उम्मीद करता हूं कि लोग सरकार की भावनाओं को समझेंगे और भविष्य में कोई राजस्थान में घटना नहीं हो मॉब लिंचिंग की, कानून को तोड़ने का अधिकार किसी को नहीं है अगर मान लीजिए कोई शक हुआ है तो आप पुलिस स्टेशन में इतला करें, अधिकारियों को इतला करें सख्त कार्रवाई की जाएगी परंतु मिलकर के किसी को मार दो तो यह घटना किसी के साथ हो सकती है, किसी बात को लेकर किसी के साथ घटना हो सकती है यह सरकार बर्दाशत नहीं कर सकती। फिर तो कोई सुरक्षित रहेगा ही नहीं। ऑनर किलिंग की बात है उसमे आप देखिए 21वीं सदी में हम जा चुके हैं, विज्ञान और तकनीक का युग है, कंप्यूटर और इंटरनेट आ गए हैं, मोबाइल फोन से आज दुनिया जुड़ गई है उसके अंदर अगर आप यह उम्मीद करें कि नौजवान लोग नई पीढ़ी अगर आपस में प्यार मोहब्बत करते हैं, शादी करते हैं चाह कर के भी और उनके मां-बाप सिर्फ इसलिए कि यह हमारे मान-सम्मान का सवाल है कि यह हमारी जाति बिरादरी ऊंची है या नीची है, इस बात को लेकर के आप बच्चों को ढूंढ करके उनकी हत्या कर दो अपने मान सम्मान के लिए मैं समझता हूं कि यह बहुत दुर्भाग्य की बात है अगर यह सोच देश में रहेगी तो मुल्क कभी आगे नहीं बढ़ पाएगा सोच को बदलना पड़ेगा जनता को भी, आम लोगों को भी जमाना बदल गया है, जमाने के साथ नहीं बदलेंगे तो फिर पीछे रह जाएंगे इसलिए यह छूट बच्चों को होनी चाहिए उसमे किसी को हस्तक्षेप करने का अधिकार नहीं होना चाहिए मेरा मानना है और सरकार का मानना था इसलिए हमने कानून पास किया।

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