Shri Ashok Gehlot

Former Chief Minister of Rajasthan, MLA from Sardarpura

Press Conference at Chandigarh

दिनांक
19/10/2019
स्थान
चंडीगढ़


आप सबका स्वागत है और मुझे खुशी है कि आज मैं चंडीगढ़ में आप सबके बीच बैठा हुआ हूं और अपनी बात कह रहा हूं। जैसा आप सबको मालूम है कि आज अंतिम दिन है प्रचार का और आज मुझे आने का सौभाग्य मिला, जिस प्रकार के हालात पूरे देश में बने हुए हैं डेमोक्रेसी के अंदर मेरा मानना है कि जब कोई सरकार बनती है अगले चुनाव में अपनी परफॉर्मेंस जनता के सामने रखती है की यह हमने वादे किए थे मेनिफेस्टो में, यह वादे पूरे कर पाए और कुछ वादे पूरे नहीं कर पाए लेखा जोखा बताया जाता है और फिर वोट मांगे जाते हैं। यह मैं पहली बार देख रहा हूं नरेंद्र मोदी जी की अप्रोच है, वैसे दो लोग राज कर रहे हैं नरेंद्र मोदी जी एवं अमित शाह जी वह चाहे हरियाणा में जाते हैं या महाराष्ट्र में जाते हैं नेशनल भावात्मक मुद्दे उठाकर बात करते हैं इसके मायने हैं कि उनके पास स्टेट गवर्नमेंट कि सक्सेस बताने के कोई पॉइंट नहीं है। राष्ट्रवाद को लेकर लोगों में भावात्मक मुद्दे रखकर , धर्म के नाम पर राजनीति को लेकर और सेनाओं के पीछे छुप कर के वह लोकसभा चुनाव जीत गए अब उसके अंदर धारा 370 को और मिला दिया, इस रूप में ही वह पूरे देश के अंदर कैंपेन कर रहे हैं, मैं समझता हूं कि वह कब तक इस प्रकार के भावनात्मक मुद्दे उठा करके जनता को गुमराह करते रहेंगे? क्योंकि इतिहास गवाह है कि सेना के पराक्रम की बात करें तो आप सबको मालूम है कि चाहे 62 का युद्ध हो, चाहे 65 की लड़ाई हो पाकिस्तान के साथ में, 71 के अंदर तो इंदिरा गांधी जी ने पाकिस्तान के दो टुकड़े कर दिए और 93000 उनके जर्नल, कर्नल, सैनिकों को हथियारों के साथ सरेंडर करवा दिया वह भी माहौल था उस जमाने का पर उसकी मोदी जी ने आज तक कभी 6 साल के अंदर चर्चा नहीं करी कि पहले भी क्या-क्या हुए हैं और कहते हैं कि 17 साल के अंदर कांग्रेस ने क्या किया? हम कहते हैं कि 70 साल पहले सुई भी नहीं बनती थी देश के अंदर, बिजली क्या होती है लोग समझते नहीं थे आज हम कहां से कहां पहुंच गए, इसरो बन गया उसकी उपलब्धियां चंद्रयान, मंगलयान, 100 उपग्रह एक साथ छोड़े जा रहे हैं क्या यह सब उपलब्धियां 4 महीने या 4 साल में हुई? कोई जवाब उनके पास में नहीं है। पर 70 साल में क्या किया मैंने कहा हिंदुस्तान और पाकिस्तान साथ में आजाद हुए थे और वहां पर सैनिकों का शासन बार-बार, प्रधानमंत्री को जेल और एक प्रधानमंत्री को तो जेल में भेज करके फिर फांसी पर लटका दिया। हमारे यहां पर 70 साल में कांग्रेस के जो जवाहरलाल नेहरू, सरदार वल्लभभाई पटेल, मौलाना अबुल कलाम आजाद गांधी जी के सानिध्य में बैठ कर के जो राजनीति की त्याग और बलिदान की, जेलों में जाने की और अंबेडकर साहब ने संविधान बनाया और 70 साल तक इंदिरा गांधी ने अपनी जान दे दी, राजीव गांधी ने जान दे दी, सरदार बेअंत सिंह जी ने जान दे दी पर देश को एक और अखंड रखा एवं लोकतंत्र कायम रखा। अगर लोकतंत्र कायम नहीं रहता तो मोदी जी आप प्रधानमंत्री कैसे बनते इसका जवाब मैं चाहता हूं? डेमोक्रेसी है आज इसलिए वह प्रधानमंत्री बन पाए हैं पर आज उनके प्रधानमंत्री काल में जिस प्रकार से भय का माहौल, आक्रोश का, माहौल हिंसा का माहौल जो देखने को मिल रहा है वह बहुत अनफॉर्चूनेटली है और डेमोक्रेसी को खतरा है। आज लगता है कि देश से डेमोक्रेसी समाप्त हो रही है, 49 हमारे इंट्यूक्चल लोगों ने अगर मान लो शिकायत की है प्रधानमंत्री जी से की लिंचिंग हो रही है उनके ऊपर राष्ट्रद्रोह के केस बन सकते हैं देश के ऊपर? दुनिया के मुल्कों ने क्या सोचा होगा हिंदुस्तान जैसे मुल्क में यह स्थिति आ गई है कि राजद्रोह के मुकदमे दायर कर दो उन लोगों के ऊपर इन हालातों में यह मुल्क चल रहा है। सारी संस्थाएं बर्बाद हो रही है, ज्यूडिशरी पर दबाव है, सीबीआई, ईडी, इनकम टैक्स दबाव में काम कर रहे हैं और मोदी जी जिस प्रकार से विदेश जाकर के पब्लिक मीटिंग कर रहे हैं आजादी के बाद में कभी ऐसी परंपरा दुनिया में रही नहीं और अगली सरकार ट्रंप सरकार अगर मान लीजिए विदेश मंत्री वाजपेई जी बने थे 77 में जब मोरारजी भाई बने प्रधानमंत्री तब उन्होंने कहा विदेश नीति वही रहेगी जो कांग्रेस के शासन में थी और उन्होंने क्या किया अगली सरकार ट्रंप सरकार, अगर मान लो वहां पर दूसरी पार्टी सत्ता में आ गई तो आपके भारत के साथ में क्या रिश्ते रहेंगे? महात्मा गांधी की बात करते हैं यह लोग, 50-60 साल तक महात्मा गांधी की इन्होंने कभी बात नहीं की और ना सरदार पटेल की, सरदार पटेल ने तो r.s.s. पर बैन लगाया था उस समय r.s.s. ने लिख कर दिया था कि हम कभी भी राजनीति में भाग नहीं लेंगे सांस्कृतिक दल के रूप में काम करेंगे। अब यह महात्मा गांधी पर कब्जा कर रहे हैं, सरदार पटेल पर कर रहे हैं, अंबेडकर की बात कर रहे हैं और मैं दावे के साथ कह सकता हूं तीनों को इन्होंने कभी नहीं माना। अब मैं इनको कहना चाहूंगा कि 50 -60 साल के बाद में अब आपको समझ आ गई है तो आप को देश से माफी मांगनी चाहिए कि हम पहले महात्मा गांधी को समझ नहीं पाए थे हमारी भूल हुई है और अब हम उनको अपना रहे हैं और वह भी दिल और दिमाग से नहीं खाली जुबान से वरना ट्रंप ने कहा अमेरिका में यह हिंदुस्तान के राष्ट्रपिता है उसी वक्त मोदी जी को टोकना चाहिए तब मिस्टर ट्रंप को कि मिस्टर ट्रंप हिंदुस्तान में एक ही राष्ट्रपिता है और वह है महात्मा गांधी, पर उन्होंने कुछ नहीं कहा इसके मायने यह कि आप अमेरिका से यहां पर राष्ट्रपिता बनकर करके आ गए और राष्ट्रपिता के रूप में आपने स्वागत करवा दिया वहां पर, एयरपोर्ट पर स्वागत कैसा हुआ आप सबको मालूम है। इस रूप में जो प्रधानमंत्री बनकर के राज कर रहा है वह देश को कहां लेकर जाएंगे वह चिंता का विषय बना हुआ है और मेरा मानना है कि पीएमओ जो मॉनिटरिंग कर रहा है जब से सरकार आई है 2014 में तब से सारे राज्यों में कौन कांग्रेस का नेता उनको कैसे फसाया जाए उसकी पूरी मॉनिटरिंग पीएमओ से हो रही है और चुन-चुन कर के ईडी को, ईडी एक बहुत बड़ा हथियार इनके हाथ में लग गया है पहले ईडी का नाम ही नहीं जानते थे अब हर व्यक्ति के जुबान पर ईडी आ गई है, तो डेमोक्रेसी कहां रहेगी और डेमोक्रेसी कहां है यह मैं पूछना चाहता हूं इसलिए मैंने कहा लोकतंत्र, r.s.s. जिस प्रकार से बिहेव कर रही है आपको याद होगा कि एक्स्ट्रा कांस्टीट्यूशनल अथॉरिटी, इंदिरा गांधी के जमाने में लोग कहते थे कि संजय गांधी तो एक्स्ट्रा अथॉरिटी के रूप में काम कर रहा है, मैं पूछना चाहता हूं कि आज r.s.s. जो है उनसे पूछे बगैर आप कोई मुख्यमंत्री नहीं बना सकते, आप केंद्रीय मंत्री नहीं बना सकते इसके मायने यह कि वह एक्स्ट्रा कांस्टीट्यूशनल अथॉरिटी और नागपुर उनका हेड क्वार्टर है उनके इशारों पर और पहले रिपोर्ट कार्ड उनको दिखाना पड़ता है, तो संविधान के ऊपर भी सत्ता काम कर रही है और देश का दुर्भाग्य है कि पता नहीं है देश को कहां ले जाएंगे लोग कोई सोच नहीं सकता। डेमोक्रेसी में इनका खुद का विश्वास नहीं है यह फासिस्ट लोग है, अगर अमित शाह यह कहे कि हम इस देश में 50 साल राज करेंगे तो मेरा मानना है कि इनकी जो मंशा है वह डिक्टेटर बनने की है, चाइना की तरह शासन करने की है जहां पर एक पार्टी का शासन है और सामने वाली जो पार्टी है वह डमी पार्टी है जो सत्ता वाली पार्टी के इशारों पर ही चलती है वह पार्टी। यह चाहते हैं कि सब पॉलीटिकल पार्टी खत्म हो जाए देश से उसी बिहेव से इन्होंने काम करना शुरू कर दिया, तंग करना शुरू कर दिया। एआईसीसी में हमारे अकाउंट सेक्शन में ताले लग जाए, कर्मचारी अकाउंटेंट के यहां पर आप जाकर छापे मरवा दो चुनाव चलते हुए, शरद पवार के ऊपर 5 साल से कोई केस नहीं था अचानक ही उनके ऊपर ईडी का केस आ गया कब आप देख लो वहां पर क्या तमाशा हुआ, विड्रॉ करना पड़ा ईडी को वहां पर तो मैं कहना चाहूंगा कि जो हालात आज देश में बन चुके हैं वह बहुत चिंताजनक है यह मैं आपको निवेदन करना चाहता हूं और उसी रूप में मैंने कहा आपको की जिस रूप में इन्होंने असहमति को दबाया है, लोकतंत्र में चाहे विपक्ष की पार्टियां है या असहमति रखने वाले लोग हैं उनकी बात सुनी जाती है पर इनका विश्वास उसमें नहीं है, यह बात दिमाग में आ गई इनको कैसे लागू करें जैसे 370 लागू किया इन्होंने, अचानक ही अरे आप इस काम को भी अगर विपक्ष की पार्टियों से बात कर लेते, जम्मू कश्मीर के जो नेता है उनसे बात कर लेते, चाहे वह उनकी बात नहीं मानते कोई बात नहीं अगर आप ने तय कर लिया और आपके मेनिफेस्टो में है तो आप अपनी बात पर अड़े रहो पर डेमोक्रेसी है देश के अंदर डेमोक्रेसी में आप उनको इंवॉल्व करते कि भाई हम इस कारण से हटाना चाहते हैं 370 जिससे कश्मीर का भला होगा, लोगों का भला होगा, विकास होगा जो भी आप कहना चाहते पर आप उनको इंवॉल्व तो करते कम से कम पर बिना इंवॉल्व किए ही आपने अचानक पार्लियामेंट में एक बिल पास कर दिया और करवा दिया पर जिस रूप में इन्होंने फैसला किया है उसको लेकर कंट्रोवर्सी पैदा हुई देश में और दुनिया में यह कोई मामूली फैसला नहीं है इनका इसको लेकर के दुनियाभर में कई तरह के आ रहे हैं, अगर 70 दिन तक किसी राज्य के लोगों को बंद कर दो, बंद कर दो आप यह दुनिया के इतिहास में कोई घटना हुई नहीं है आप सोचते हैं कि हमारे देश की इमेज बनी है। आज अगर मोदी जी जाते हैं उनकी वाहवाही हो रही थी तो 70 साल तक कांग्रेस की जो मेहनत है उसके कारण हो रही थी जो हमारी उपलब्धियां रही है विज्ञान के अंदर तकनीकी के अंदर, विकास के अंदर ,इंफ्रास्ट्रक्चर के अंदर उसके कारण से देश जो महाशक्ति के रूप में बढ़ा है, इंदिरा गांधी ने 74 में पोकरण राजस्थान में विस्फोट कर दिया, राजीव गांधी ने कहा कि हम 21वीं शताब्दी में जाएगा इसलिए आज मोबाइल, इंटरनेट, कंप्यूटर क्रांति आ चुकी है देश के अंदर उसके कारण से देश का मान सम्मान बढ़ा है पर जिस रूप में इन्होंने जो बिहेव किया है वह किसी भी रुप में स्वीकार नहीं किया जा सकता। सारी संस्थाएं बनी है आजादी के बाद में चाहे वह आईआईटी हो, आईआईएम हो, एम्स हो, इसरो हो यह कहते हैं कि कांग्रेस ने 70 साल में क्या किया बड़ी अजीब बात है कि मुझे तो लगता है कि पंडित नेहरू के आधुनिक भारत को लेकर पूरे देश और दुनिया को गर्व था, पूरी दुनिया में पंचशील का सिद्धांत लेकर आए, कई मूवमेंट खड़े किए उनके बारे में बच्चों को सोशल मीडिया के माध्यम से इस प्रकार गुमराह किया जा रहा है वह बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है। जीएसटी के लिए रात को 12:00 बजे तमाशा किया गया देश के अंदर, कांग्रेस जीएसटी लेकर के आई थी वन नेशन वन टैक्स, उसकी बजाय इन्होंने तमाशा करके रात को 12:00 बजे नई आजादी मिल रही है टैक्स रिफॉर्म में, आज स्थिति यह हो गई राज्यों की आप बिलीव नहीं करेंगे मैं राजस्थान से आता हूं आज जो रेवन्यू कम हुई है क्योंकि तीन चार तरह की जीएसटी बना दी 2 साल से उसमें सुधार ही करते आ रहे हैं उसके कारण से आज हमारी यह स्थिति हो गई कि राज्यों को जो ग्रांट मिलती है केंद्र से राज्यों को, जो हमारा हक है, टैक्स में हिस्सा मिलता है वह तमाम कम हो गया। राजस्थान सरकार को 7000 करोड रुपए कम हो गए हैं केंद्र की इमदाद से तो आप सोच सकते हो वह सब राज्यों में कम हो रहा होगा, अगर राज्य में विकास नहीं होगा तो देश का विकास कैसे होगा यह स्थिति बहुत नाजुक बन चुकी है। और केंद्र की जो योजनाएं थी आप सबको मालूम है आप तो पत्रकार लोग हैं उनमें 90 भारत सरकार का और 10 परसेंट राज्य सरकार का हुआ था, 70:30 , 60:40 थे पर अब उल्टा कर दिया है, बंद कर दिया है कि आप खुद संभालो इनको। यह आर्थिक स्थिति को बर्बाद कर रहे हैं उसके परिणाम है कि हम सब ग्रसित है यह चिंता का विषय बना हुआ है। 2014 के अंदर जो वादे किए थे इन्होंने वह अब चर्चा में नहीं है मोदी जी खुद केम्पेन के वक्त ना काला धन लाने की बात करते हैं आपको याद दिलाओ मैं आपको एक एक भाषण में कहा था कि एक एक रुपया लाऊंगा मैं बाहर से, वह लेकर नहीं आए और जो सुप्रीम कोर्ट की अध्यक्षता में कमीशन बना उसकी कोई चर्चा ही नहीं हो रही है देश के अंदर, ना काला धन आया और ना दो करोड लोगों को रोजगार मिला प्रतिवर्ष, किसानों की आमदनी दोगुनी कर देंगे यह 2022 सामने आ रहा है मालूम पड़ जाएगा की दुगुनी कर दी या आधी कर दी, खाद बीज सब के दाम बढ़ गए, फसल बीमा का जो नाटक किया गया वह भी फेल हो गया इनका, राफेल के लिए राहुल गांधी जी ने जोर-शोर से आवाज उठाइए कम से कम देश को तो विश्वास में लो हमें विश्वास में मत लो, एक विपक्षी पार्टी का नेता कोई सवाल उठाता है कि भाई 526 करोड का प्लेन वह 1660 करोड़ का कैसे हो गया? इसका जवाब तो दो आप कम से कम कोई जवाब नहीं, रिक्वायरमेंट थी 126 प्लेन की इतने बड़े मुल्क में 126 प्लेन की रिक्वायरमेंट है तो आप 126 से 36 पर कैसे आ गए उसका जवाब तो दो कम से कम, बाकी छोड़ो आप आपने कितना पैसा खाया, कौन खाया, कब खाया आप उसका जवाब देते रहो अलग से यह दो बातें ऐसी है उसका जवाब देश चाहता है पर आपके पास कोई जवाब नहीं है और वह भावात्मक मुद्दे लेकर के आगे बढ़ना चाहते हैं ,राष्ट्रवाद की बात करते हैं।
शानदार मेनिफेस्टो आया हरियाणा का आपका मैंने देखा और मैं बहुत इंप्रेस हुआ 45 साल की राजनीति का मेरा अनुभव जो है उसको मैंने जो जन कल्याण की योजनाएं हैं बुजुर्गों के लिए, शिशु के लिए, महिलाओं के लिए, विकास के लिए मैं समझता हूं कि बहुत शानदार मेनिफेस्टो कांग्रेस ने बनाया है और खट्टर सरकार है जो खाली जुमलेबाजी की सरकार रही है, कहीं बाहर फायरिंग हुई है यहां पर, कुछ काम हो नहीं पाया है, जातियों को लड़वाया यहां पर यह काम हुए हैं और उसकी मार्केटिंग हो रही है, विज्ञापन के माध्यम से मार्केटिंग हो रही है और जिस प्रकार से मीडिया को जो दवा रखा है देश के अंदर वह भी खतरनाक मामला है, आप लोगों को मैं कहना चाहूंगा कि जो चौथा स्तंभ मेरे सामने बैठा हुआ है परंतु चौथा स्तंभ दबाव मालिकों का, संपादकों का है आप चाहे कितनी भी मेहनत कर लो यह टीवी वाले जो दिखा रहे हैं पता नहीं कितना चल पाएगा वहां पर, कितना आप लिख पाओगे कितना छपे का कोई गारंटी नहीं है। जीडीपी की हालत क्या है आपको पता है 5% पर आ गई उन आंकड़ों में भी कई प्रकार के डाउट पैदा होते हैं। एनएसएसओ के आंकड़ों को छुपाया गया आज तक इतिहास में कभी नहीं हुआ।
इसलिए मैं इतना ही कहना चाहूंगा कि हालात बड़े गंभीर होते जा रहे हैं चाहे आप चाइना के राष्ट्रपति को बुलाओ या मिस्टर ट्रप से मिल कर आओ आप देश को बताइए कि आपके पड़ोसी राज्य देश के खिलाफ क्यों होते जा रहे हैं और तों और एकमात्र जो हिंदू राष्ट्र था नेपाल जो चाइना के साथ में दोस्ती क्यों कर गया इसका जवाब दीजिए मोदी जी। देश के अंदर राज बीजेपी का नहीं है आरएसएस का है, आरएसएस का एक प्रचारक जिसका नाम नरेंद्र मोदी जी है वह देश के प्रधानमंत्री है और उसी रूप में देश चल रहा है। यह मेरी भावनाएं थी जो मैंने शेयर की है, धन्यवाद।
सवाल: मेरा क्वेश्चन बड़ा तेज तर्रार है माफ कीजिए कोई गुस्सा ना करना उस बात का। ऐसे दिखाई दे रहा है जी मैं हरियाणा की बात करूंगा आप हरियाणा तशरीफ लाए हैं, ऐसा दिखाई दे रहा है कि कांग्रेस ने इस बार हरियाणा को बिल्कुल इग्नोर कर दिया है। आप ऑल इंडिया कांग्रेस कमेटी के जनरल सेक्रेटरी भी रहे हैं कोई आपका सीनियर लीडर लाइक पर्टिकुलरी मैडम सोनिया गांधी, राहुल गांधी अब कल आए हैं वह, आप भी पहली बार आए हैं, फॉर्मर प्राइम मिनिस्टर को भी आना था पोस्टपोंड कर दिया है, रद्द कर दिया क्वेश्चन मेरा यह है जी कि क्या चक्कर है कि कांग्रेस ने हरियाणा को आने वाले चुनाव में बिल्कुल नजरअंदाज कर दिया है कांग्रेस की लीडरशिप ने। दूसरी बात 5 साल तक कांग्रेसी आपस में लड़ते रहे कहते रहे कि उनके प्रधान को बदल दीजिए नया लाया जाए, सर मेरा क्वेश्चन पार्टिकुलरली आप यह बताएं कि कांग्रेस ने इस बार हरियाणा को इस इलेक्शन को बिल्कुल प्रोपेगेंडा के हिसाब से इग्नोर क्यों किया है?
आप मुझे बताइए अगर कॉन्ग्रेस इग्नोर करती तो इतना शानदार मेनिफेस्टो कभी नहीं आता आज अगर यह मेनिफेस्टो सरकार बनाते हैं आप लोग तो मैं दावे के साथ में कह सकता हूं हरियाणा आने वाले वक्त में मॉडल स्टेट के रूप में उभर के आएगा यह मैं कह सकता हूं। इग्नोर करने वाली बात नहीं है जहां तक पार्टी के बारे में आपने बातें कही है यह पार्टी के अंदरूनी मामले हैं डिस्कशन किए जा सकते हैं और मैं समझता हूं कि कांग्रेस ने शुरू से आखिर तक ध्यान रेखा है कि हरियाणा दिल्ली के पास में भी है इसका अपना अलग इतिहास रहा है और मैं समझता हूं कि उसको ही हमेशा कांग्रेस ने मेंटेन किया है।
सवाल: मेरा एक सवाल है कांग्रेस शासित जो भी राज्य हैं तो बीजेपी के जितने भी लीडर हरियाणा के अंदर आए हैं ने कहा कि भाई जो किसान की कर्जा माफी की बात है वह हवा में थी बात और कांग्रेस शासित जितने राज्य हैं उनमें कुछ नहीं हुआ, आप इतने पुराने लीडर है और एक राज्य के मुख्यमंत्री है तो बताये क्या पोजीशन है, क्या असलियत है?
यह बहुत ही असत्य बोलते हैं, इनकी बातों का आपको विश्वास नहीं करना चाहिए आप आए राजस्थान में तो हम आपको बताएंगे, किसानों से बात करवाएंगे किस प्रकार से 20 लाख किसानो के कर्जे माफ वहां पर हुए हैं, कर्जा चाहे कॉपरेटिव का था या भूमि विकास बैंक का था तमाम कर्जे पूरे माफ हो गए जहां तक रहा राष्ट्रीय कृत बैंकों का वह केंद्र की बैंक होती है उससे हम रिक्वेस्ट कर रहे हैं कि आप इंडस्ट्रीज के कर्जे माफ करते हैं राहुल गांधी जी कहते हैं बार-बार, लाखो-करोड़ के कर्जे माफ कर दिया बड़े इंडस्ट्रीज के तो क्यों नहीं आप किसानों के कर्जे भी उसी रूप में आप बारगेनिंग करके सेटलमेंट क्यों नहीं कर लेते आप लोग, कुछ स्टेट गवर्नमेंट करेगी, कुछ बैंक आगे आएगी और कुछ किसान देगा वह अभी तक आगे बात बढ़ी नहीं है।
सवाल: आपने फ्लो में ऐसी बात कही है क्या आप यह बात स्वीकार कर रहे हैं कि संजय गांधी एक्स्ट्रा कांस्टीट्यूशनल अथॉरिटी थे?
मेरा यह कहना है कि यह आरोप लगाते थे, वह तो नहीं था, मैंने फ्लो में नहीं कहा मैंने जानबूझकर के उदाहरण दिया, उस जमाने के अंदर हम लोग खुद स्टूडेंट थे तब इस प्रकार की बातें उड़ाई जाती थी बदनाम करने के लिए, आज जो है वह तो आप सब गवाह है आज मैं जो आरोप लगा रहा हूं उसमें सच्चाई है तो आप देख लीजिए, खाली आरोप झूठे हैं तो आप फैसला कर लीजिए, आज हर वर्ग उसमें मीडिया वाले भी है यह महसूस करते हैं कि एक्स्ट्रा कांस्टीट्यूशनल अथॉरिटी के रूप में हुकम चलता है आर एस एस का बस इसलिए मैंने कहा।
सवाल: मैं अंकित हूं न्यूज़ 18 से, जो अमित शाह है न्यूज़ एटिन पर आए तो उन्होंने इंटरव्यू दिया उन्होंने कहा कि 2014 जो केस दर्ज है ED के हैं, सीबीआई के हैं वह सारे 2014 से पहले दर्ज हुए थे, f.i.r. सारी 2014 से पहले हुई थी उनको इन्वेस्टिगेटर हमारी सरकार कर रही है, जो आरोप लगा रहे हैं ईडी है सीबीआई है दूसरी एजेंसियां है उनका दुरुपयोग किया जा रहा है लेकिन सारे केस पहले रजिस्टर हुए हैं उनकी इन्वेस्टिगेशन हम करा रहे हैं....
उन्होंने कहा है कुछ केस पहले के थी सब नहीं नंबर 1, नंबर दो वह केस उस वक्त में दर्ज भी हुए हैं तो आपने ईमानदारी कहां है आपने दबाव दे रखा है ईडी पर, इनकम टैक्स पर, सीबीआई पर, ज्यूडिशरी पर वह भी आपके सामने हैं आज तक हमने सुना है सीबीआई छापा पुलिस पर डाल सकती है यह सुना हमने, डाला भी कई बाहर पर पहली बार मोदी जी के राज में, अमित शाह जी के राज में पुलिस ने छापा डाला है सीबीआई के हेड क्वार्टर पर दिल्ली में, सीबीआई के डायरेक्टर के ऑफिस पर रात को कब्जा किया 2:00 बजे, सीआईएसएफ के जवान थे उनको हटा दिया कि पुलिस को जाने दीजिए आप हट जाइए यह घटना पहली बार हुई है कहां ले जाएंगे सीबीआई को इसीलिए मैंने कहा आपको।
सवाल: आपने आर एस एस के बारे में बहुत बात की है, सीएम के अपॉइंटमेंट में भी आर एस एस की इंवॉल्वमेंट है तो क्या आप अपने स्टेट में आरएसएस को बेन करेंगे? अपने सरदार वल्लभभाई पटेल का भी हवाला दिया तो क्या आप अपने स्टेट पर इस पर बैन लगाएंगे या कोई एक्शन लेंगे?
R.s.s. अभी पूरे देश के अंदर शासन ही कर रही है जब जनता ने ही उनको स्वीकार किया है अभी मोदी जी के रूप में तो बैन लगाने की बात अभी हमारे सामने कैसे आ गई , ना तो किसी ने मांग करी है और ना हमने कभी इच्छा प्रकट करी है। कांग्रेस के अंदर दमखम है आज जो माहौल लग रहा है कांग्रेस के बारे में वह नहीं रहने वाला है अगर यह गलतफहमी किसी को हो तो वह निकाल देगा देश के अंदर, अल्टीमेटली देश के अंदर एकमात्र पार्टी की जमात कांग्रेस की है जो 6.5 लाख गांव के अंदर कांग्रेस की चौकियां है जो बीजेपी की नहीं है, इसलिए कोई चिंता की बात नहीं है हां हमें टेंपरेररि सेट बैक लगा है उसको हम स्वीकार करते हैं, हम पिछले चुनाव में कामयाब नहीं हो पाए क्योंकि राष्ट्रवाद की बातें जिस प्रकार की गई और लोग उसके विश्वास में आ गए अब जो स्थिति बिगड़ी है 4 महीने के अंदर ही लोगों को समझ में आ रहा है कि व्यापारी दुखी है, उद्यमी दुखी है, कहीं सुनवाई हो नहीं रही है व्यापार ठप हो रहे हैं, कई व्यापारी आत्महत्या कर रहे हैं, नौकरियां लगी नहीं है बल्कि नौकरियां जा रही है तो यह इसलिए जो भ्रम पैदा किया गया वह आने वाले समय में दूर हो जाएगा।
सवाल: आपने कहा कि भावनात्मक मुद्दे लेकर के जो लोकसभा चुनाव लड़ा था पीछे और इस बार भी हरियाणा में भी 370 की बात कर रहे हैं आज जो पीएम मोदी ने रैली की है उसमें दो बातें और जोड़ी है उन्होंने आरोप लगाया है कि गुरु नानक देव का 550 वां प्रकाश पर्व आ रहा है और करतारपुर साहिब के दर्शन के जो पहली बार 70 साल में जो बीजेपी सरकार है इसने किया है श्रद्धालु दर्शन करेंगे इसके लिए उन्होंने दोषी कांग्रेस को बताया है, दूसरी बात जो पानी पंजाब से चला जा रहा है पानी की समस्या है जो दक्षिण हरियाणा में उस पर उन्होंने कहा कि हम जो डैम बनाएंगे हम समस्या खत्म करेंगे कांग्रेस जो है कांग्रेस ने 70 साल में किसानों के लिए काम ही नहीं किया हरियाणा में इसलिए आज वह परेशान है सर आप क्या कहेंगे?
देखिए मोदी जी सिर्फ जो है आज तक के प्रधानमंत्री जो भी बने हैं देश के अंदर आपने देखा होगा उनकी बॉडी लैंग्वेज, उनके विचार, उनका आचार वह अपने आपको अलग बनाए हुए हैं वह हर मुद्दे को जो डॉक्टर मनमोहन सिंह जी ने कर जवाब दिया मुंबई में उन्होंने कहा कि कुछ गलतियां कांग्रेस के वक्त में हुई थी तो बहुत शालीनता के साथ में कहा डॉक्टर मनमोहन सिंह जी ने अगर कोई गलतियां या कमियां रह गई थी तो उनको दूर कर दो देशहित के अंदर उसी तरह मैं कहना चाहूंगा की पहली बात तो यह सब जो बातें कह रहे हैं पाकिस्तान का नाम लेकर लोगों को गुमराह करते हैं, हिंदू मुसलमान वह करना चाहते हैं कि कांग्रेस मुसलमानों की पार्टी हो गई है यह तो उन्होंने शुरुआत करी है, पानी हम नहीं जाने देंगे पाकिस्तान के अंदर लोग सोचते हैं कि बहुत बड़ा काम कर रहे हैं इनको पूछो कि सरकारे कई बार बदली है आज तक पानी कैसे गया, वाजपेयी की गवर्नमेंट रही 5 साल तक उस वक्त में यह बात क्यों नहीं उठी यह जुमलेबाजी है उन लोगों की वह जुमलेबाजी में विश्वास करते हैं और जुमलेबाजी के हिसाब से वह अमेरिका जाते हैं, कहीं जाएंगे ,नेपाल जाएंगे तो जुमलेबाजी के हिसाब से अपनी बात कहेंगे, अपनी स्पीच देंगे तो यह ओरा होता है मैं मानता हूं कि प्रधानमंत्री को यह शोभा नहीं देता है कि इस प्रकार से वह इस प्रकार से आरोप लगाए कि कांग्रेस ने कुछ नहीं किया उनको सोचना चाहिए कि धार्मिक आयोजन पर भी किसी को आरोप नहीं लगाए जाते हैं उससे कोई प्रधानमंत्री पद की गरिमा नहीं बढ़ती है यह मेरा मानना है।
सवाल: मैं मनवीर हूं टाइम्स ऑफ इंडिया से आपने भी राजस्थान में इलेक्शन देखा, भाजपा के खिलाफ इलेक्शन लड़े आप लोग अब हरियाणा का इलेक्शन है आज आखिरी दिन है और भाजपा ने जिस तरह से कैंपियन किया और जिस प्रकार से मोदी जी को अपने प्रोग्राम बढ़ाने पड़े, बड़े-बड़े नेताओं को प्रोग्राम अपने यहां पर बढ़ाने पड़े उस हालात को आप किस तरह से देखते हैं हरियाणा में?
क्योंकि वह जानते हैं कि पब्लिक का मूड कभी भी चेंज हो सकता है जो उन्होंने पार्लियामेंट के चुनाव में ओरा बनाया था जैसे वह हिंदू राष्ट्र की बात कर रहे हो हिंदू शब्द काम में लेना बाकी रह गया था उनका वरना राष्ट्रवाद का मतलब ही उनका वही है पर अब वह एक्सपोज हो गए धीरे-धीरे पूरी दुनिया के मुल्कों में कई तरह के आंदोलन भी हुए हैं कश्मीर को लेकर के यह नहीं भूलना चाहिए उनको की मीडिया पर उनका कंट्रोल इतना है कि यहां मीडिया में बातें आती नहीं है वरना दुनिया भर के अंदर कोई हर फैसले की तारीफ नहीं हो रही है और मोदी जी के जिस प्रकार से लोगों को भेज रहे हैं और केम्पेन कर रहे हैं उसके मायने हैं कि पब्लिक का मूड कभी भी बदल सकता है। हम तो मानते हैं कि जनता कर रोबर्स्ट कॉमन सेंस एक्स्ट्राऑर्डिनरी है , जब इंदिरा गांधी जी चुनाव हारी थी किसी को यकीन नहीं था हम पूरे देश के अंदर साफ हो गए थे एक सीट राजस्थान में जीती और एक सीट मध्य प्रदेश ने जीती वह दिन भी हमने देखा और बाद में वापस ढाई साल के अंदर जो लहर चली इंदिरा गांधी की वापस तूफान आया की आठ 8 घंटे लोगों ने इंतजार किया मीटिंग का, रात को तीन तीन चार चार बजे तक मीटिंग होती थी और फिर भयंकर बहुमत के साथ वापस जीता दिया और कोई आश्चर्य की बात नहीं है कि जो परसेप्शन बना हुआ है बीजेपी का हरियाणा के अंदर वह बदल भी सकता है।
सवाल: हरियाणा के पूर्व अध्यक्ष अशोक तंवर खुली बगावत कर चुके हैं, टिकट बेचने का आरोप लगाया है और दूसरों को समर्थन दे रहे हैं आप क्या मानते हैं कि उसका क्या इफ़ेक्ट पड़ने वाला है...
यह आरोप कोई नई बात नहीं है कई बार चुनाव में टिकट नहीं मिलते हैं तो राजनीतिक पार्टियों चाहे वह कांग्रेस की बात नहीं है, बीजेपी में भी होता है ऐसा तो ऐसे आरोप लग जाते हैं उसमें कोई सच्चाई नहीं होती है और लोग सब समझदार है इन बातों में विश्वास नहीं करते और अनफॉर्चूनेटली कि जिस व्यक्ति को कांग्रेस ने सब कुछ दिया था वह व्यक्ति जिस रूप में गया है, नौजवान हमें उस बात का बहुत खेद है उस व्यक्ति को मैंने भी सपोर्ट किया और जिस रूप में वह प्रकट हुए हैं वह कोई विश्वास नहीं कर सकता।
सवाल: मेरा बड़ा स्पष्ट क्वेश्चन है गहलोत साहब माफ करना अब तक जो पिक्चर बनी है हरियाणा के चुनाव के बारे में उसमें तो यही लग रहा है जी कि एक तरफ बीजेपी ने अगेन खट्टर साहब को चीफ मिनिस्टरशिप के लिए मैदान में उतारा है और दूसरी तरफ कांग्रेस और बीजेपी दोनों ने 90-90 सीटों पर अपने उम्मीदवार खड़े किए और किसी ने क्यों नहीं किया है, अगर हरियाणा में कांग्रेस को मौका मिलता है तो आप के चीफ मिनिस्टर का कैंडिडेट कौन होगा?
यह कांग्रेस हमेशा कहती आई है कि यह काम कांग्रेस करती है चुनाव के बाद में करती है, विधायक क्या सोचते हैं, पब्लिक का मूड क्या है किसके बारे में, हाई कमांड पूरा एसेस करके उसके बाद में फैसले होते हैं, एकबार मैं भी आ चुका हूं यहां पर पर्यवेक्षक बनके जब हुड्डा साहब बने थे पहली बार मुख्यमंत्री तब नहीं ऑब्जर्वर्स था आज भी वही सिस्टम है और आगे भी वही रहेगा।
सवाल: आपने पड़ोसी देशों के साथ जो संबंध है उसका सवाल उठाया है आप बताइए कि आप की सरकार होती पाकिस्तान बालाकोट हमला करता, पुलवामा अटैक करता तो तो आपकी सरकार की रिएक्शन क्या होती, क्या आप सर्जिकल स्ट्राइक ना करते हैं, क्या आपको लगता है कि पड़ोसी देशों के साथ संबंध यदि खराब है तो क्या उसमें भारत का कसूर है?
मैंने आपको जवाब दिया ना इंदिरा गांधी का, इंदिरा गांधी ने 71 के बाद में वार तो जीता ही जीता था, 1करोड़ शरणार्थी आ गए थे हमारे मुल्क के अंदर भयंकर युद्ध हुआ में उस वक्त में खुद बॉर्डर के ऊपर था शरणार्थियों की सेवा करने में और मुझे मालूम है कि क्या माहौल बना उस वक्त एस में, वाजपेई जी ने पार्लियामेंट में कहा था इंदिरा गांधी दुर्गा का रूप है वह दिन भी हमने देखा तो यह कोई नई बात नहीं है हमेशा सेना का मनोबल ऊंचा रहना चाहिए उनके पराक्रम और शौर्य को हम सलाम करते हैं सब लोग पर यह लोग उसको लेकर के जो राजनीति कर रहे हैं वरना तो कौन नहीं सलाम करता उनको देशवासी।
धन्यवाद

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