वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से विधानसभा क्षेत्र विराटनगर एवं जमवारामगढ़ की विराटनगर से चिलपली मोड़ सड़क का शिलान्यास कार्यक्रम
दिनांक
24/05/2021 |
स्थान
जयपुर
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जैसा अभी आपने इंद्राज गुर्जर जी से और गोपाल मीणा जी से उनके विचार सुने, मुझे बहुत प्रसन्नता है कि दो नौजवान विधायक जो अपने-अपने क्षेत्र के विकास में अपने आपको समर्पित किए हुए हैं, प्रतिबद्ध किए हुए हैं और रुचि ले रहे हैं, इस बात की मुझे बहुत प्रसन्नता है और मैंने अनुभव किया है कि जो जनप्रतिनिधि चाहे वो गांव का वार्ड पंच हो, चाहे सरपंच हो, चाहे नगर पालिका पार्षद हों, या चेयरमेन या उपाध्यक्ष हों, जो-जो जितनी रुचि लेता है, वहां-वहां कुछ न कुछ काम तो हो ही जाते हैं विकास के, चाहे किसी भी पार्टी की सरकार हो, अगर रुचि लेंगे तो कुछ काम करना ही पड़ता है और मुझे खुशी है कि जबसे ये विधायक बने हैं गोपाल मीणा तो पहले भी विधायक थे और इंद्राज जी को पहली बार मौका मिला है और पहली बार मौका मिलने के बावजूद भी जो अभी वो अपने क्षेत्र की उपलब्धियां बता रहे थे, तो ये सोच दर्शाती है कि वो क्या चाहते हैं अपने क्षेत्र के विकास के लिए, किस प्रकार उनकी सोच है, किस प्रकार उनके सपने हैं और ये सपना उनका बना रहे और नए-नए देखते रहें, तो मैं समझता हूं कि वो काम भी आगे आने वाले वक्त में होंगे पूरे। गोपाल मीणा ने एक बात कही कि पिछली बार मैंने कहा था कि, जब मैं दूसरी बार मुख्यमंत्री था, तब मैंने कहा कि विधायकगणों ने जो काम मुझसे मांगे 5 साल में, विधायक काम मांगते-मांगते थक गए और मैं देता-देता नहीं थका, तो गोपाल समझ रहा है, अब भी ऐसा ही होगा। कोरोना काल के अंदर भी कोई कमी नहीं रखेंगे, हालांकि अभी 80 पर्सेंट रेवेन्यू कम हो गई है क्योंकि सब लॉकडाउन हो गया है लंबा, कभी अनुशासन पखवाड़ा मनाया, कभी, अभी लॉकडाउन कर दिया, उसको एक्सटेंड कर दिया, तो आप सब समझते हो कि सब काम बंद हैं, तो रेवेन्यू कम हो रही है, पर मैनेजमेंट इतना अच्छा करेंगे वित्तीय प्रबंधन, अभी राजेश यादव जी ने विस्तार से आपको बताया किस प्रकार से, चाहे वो पीएमजीएसवाय हो, चाहे वो नाबार्ड की योजना हो, वर्ल्ड बैंक हो, एडीबी का लोन हो, या 5-5 करोड़ रुपए जो हमने दिए हैं हर विधायक के क्षेत्र में काम करने के लिए, ये भी पहली बार हुआ है कि नगर पालिका में 10 किमी, नगर परिषद् में 20 किमी और नगर निगम में 30 किमी, शहरों के अंदर भी। तो सब तरह से कैसे सड़कों का जाल बिछे राजस्थान के अंदर, स्टेट बजट में भी इसका प्रोविजन किया है, तो हमारी टॉप प्रायोरिटी सड़कें हैं राजस्थान के अंदर। टॉप प्रायोरिटी तो सभी है, अभी तो कोरोना की जंग प्रायोरिटी में है जो सब छोड़कर हम लोग लगे हुए हैं उस काम के अंदर और आपको सबको मैं कहना चाहूंगा, चाहे वो आम जनता हो, चाहे वो विधायकगण हों, जनप्रतिनिधि हों किसी स्तर के, एनजीओ हों, धर्मगुरू हों, बल्कि विपक्षी पार्टियों को भी मैंने साथ लेने का प्रयास किया है कि सब मिलकर हम लोग इस जंग को लड़ें और एक की जान भी क्यों जाए, ये हमारा ध्येय है। तो पूरी तरह समर्पित हैं, जंग को लड़ रहे हैं। अभी लॉकडाउन के बाद में आप देख रहे हो कि काफी फर्क पड़ा है, ग्राफ नीचे आया है, मृत्युदर भी नीचे आई है, संक्रमित लोगों की संख्या भी नीचे आई है और मैं उम्मीद करता हूं कि सैकंड लॉकडाउन के बाद में ये और कम आएगी। मैं पब्लिक से आह्वान करना चाहूंगा कि जब तक आप साथ नहीं दोगे, तब तक ये संभव नहीं है और साथ देने का मतलब है कि जो-जो प्रोटोकॉल अनाउंस किए गए हैं एसओपी द्वारा, मास्क लगाने का हो, चाहे वो सोशल डिस्टेंसिंग हो, हाथ धोने की बात हो या घर में रहने की बात हो। यहां तक कहा गया है कि घर में कोई मिलने आए, तो जिससे मिलना है वो एक व्यक्ति ही बाहर जाए, मास्क लगाकर दूर खड़ा होकर उससे बात करे, उसको अंदर नहीं बुलाए, उसके मायने ये हैं कि अगर वो अंदर आएगा, हो सकता है कि वो सिम्टोमैटिक नहीं हो, अंदर आकर पूरे परिवारवालों से मिलेगा तो कोई न कोई संक्रमित हो जाएंगे, अगर वो संक्रमित बाद में निकला तो। कहने का मतलब है कि एक-एक चीज का ध्यान रखना है, तो शॉर्ट में बात ये है कि कोरोना जंग भी साथ में लड़ रहे हैं।
सड़कों की जो बात है, ये बहुत महत्वपूर्ण है और जैसा मैंने कहा कि ये टॉप प्रायोरिटी हमारी सड़कें हैं क्योंकि सड़कों से ही विकास संभव है, गांव का, अभी इंद्राज और आप कह रहे थे कि आज मंडी से लगाकर व्यापारियों तक सबको लाभ है, जयपुर और दौसा की दूरी भी कम हो जाएगी और जयपुर और अलवर जिला भी जुड़ जाएगा, तो सभी तरह से फायदे हैं। सड़क ऐसी चीज है कि अगर सड़क बन जाती है गांवों के अंदर, चाहे डिस्ट्रिक्ट रोड हों, अदर डिस्ट्रिक्ट रोड हों, चाहे स्टेट हाईवे हों, चाहे मेगा हाईवे हों, चाहे नेशनल हाईवे हों, इन सबमें जो काम का बंटवारा होता है, नेशनल हाईवे का भी आधा काम राजस्थान सरकार का पीडब्ल्यूडी महकमा करता है उनके बिहाफ पर, वो काम भी हमारी टॉप प्रायोरिटी पर रहता है और अच्छा काम करते हैं यहां के इंजीनियर्स मिलकर और स्टेट हाईवेज का काम भी अच्छा चल रहा है। मिसिंग लिंक के काम हैं, अपग्रेडेशन के काम हैं, सुदृढ़ करने के काम हैं, जितने ज्यादा होंगे, अभी इंद्राज कह रहे कि हमारी सिंगल रोड थी तब, अब डबल भी बनेगी, सुदृढ़ीकरण भी होगा, उसके अपने लाभ हैं क्षेत्र के अंदर। तो मैं कहना चाहूंगा कि जिस प्रकार से आंकड़े दिए गए हैं अलग-अलग, जैसे कि राजेश जी कह रहे थे, किस प्रकार से हम लोग चाहेंगे कि हर क्षेत्र में इन्वेस्टमेंट हो, चाहे लोन लेना पड़े लोन लेंगे, पर अच्छी सड़कें बननी चाहिए क्योंकि आपको मालूम है कि जॉन एफ कैनेडी जो प्रेसिडेंट थे अमेरिका के, उन्होंने उस जमाने में कहा कि क्योंकि सड़कें शानदार हैं अमेरिका की, इसलिए हम विकसित राष्ट्र कहलाते हैं, विकसित राष्ट्र हैं उसके कारण से सड़कें अच्छी बनी हैं। कहने का मतलब है कि अगर सड़कें अच्छी होंगी तो आप गांव भी विकसित बनेगा, डिस्ट्रिक्ट आगे बढ़ेगा, प्रदेश आगे बढ़ेगा, कितनी बड़ी बात उन्होंने कही उस जमाने के अंदर, अब तो 40-50 साल हो गए होंगे, मर्डर हो गया वहां पर, परंतु बचपन में हम देखते थे उनको, सुनते थे, किस प्रकार के बहुत शानदार व्यक्तित्व के धनी थे वो पंडित नेहरू के जमाने के अंदर। तो आज वही बात सामने आती है कि जितनी अच्छी सड़कें बनेंगी, उतना ही अच्छा विकास होगा। इसलिए आप निश्चिंत रहें, जो आपके दिल-ओ-दिमाग के अंदर कल्पना है, हम सब मिलकर आगे आने वाले वक्त में कोई कमी रखेंगे नहीं और आपसे मेरा यही आह्वान है इस मौके पर कि काम समयबद्ध रूप से हो।