Shri Ashok Gehlot

Former Chief Minister of Rajasthan, MLA from Sardarpura

लखीमपुर खीरी में हुई घटना व उत्तरप्रदेश की प्रभारी महामंत्री प्रियंका गांधी जी के साथ हो रहे व्यवहार व डिटेन किये जाने के विरोध में PCC द्वारा आयोजित धरना-प्रदर्शन में:

दिनांक
05/10/2021
स्थान
जयपुर


यहां उपस्थित तमाम मेरे प्रदेश कांग्रेस कमेटी के पदाधिकारीगण, मंत्रीगण, विधायकगण, कांग्रेस के कार्यकर्ता गण, एनएसयूआई, यूथ कांग्रेस, महिला कांग्रेस, सेवादल के कार्यकर्तागण, तमाम हमारे साथी, मुझे बहुत धन्यवाद देना है प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष जी को, अभी दो-तीन घंटे पहले ही बात हुई और इन्होंने इतने कम समय में आप सबको आह्वान किया। एक संदेश है दिल्ली की हुकूमत को क्योंकि आज डेढ़ साल से हम देख रहे हैं, बल्कि ज्यादा समय हो गया, देश का किसान जिस रूप में उद्वेलित है, कभी तमिलनाडू का किसान आता है दिल्ली के अंदर और प्रदर्शन करता है अपने कुर्ते-बनियान सबको हटाकर प्रदर्शन करता है, कोई सुनवाई नहीं होती है, वो राष्ट्रपति महोदय तक जाता है। महाराष्ट्र के किसान गांव-गांव से आते हैं, उनके पैर, उनकी एड़ियां लहुलुहान हो जाती हैं, आपने देखा होगा उस वक्त में भी क्या सीन था, कोई परवाह नहीं है सरकार को। अभी जो साल भर से ज्यादा हो गए, किसान जो बैठे हुए हैं बॉर्डर पर। इतिहास में ऐसा आज तक कभी नहीं हुआ कि किसान बैठे हुए हैं, उनके ऊपर लाठीचार्ज होता है हरियाणा के अंदर, यूपी के अंदर, कोई परवाह नहीं केंद्र को, काले कानून बनाए, असेंबली में हम लोगों ने नए कानून बना दिए किसानों के हित में, वो राज्यपाल महोदय के पास में पड़े हुए हैं, राष्ट्रपति के पास भेजे जा नहीं रहे हैं। ये जो घटना हुई है, ये जो तमाम बातें जो मैं बोल रहा हूं, ये तमाम जो जबसे मोदी सरकार आई है 7 साल से, तब से ही जो रुख अख्तियार किया है उन्होंने फासिस्ट तरीके का, सांप्रदायिकता का, शपथ लेते हैं लोकतंत्र, समाजवाद, धर्मनिरपेक्षता की लेते हैं और शपथ लेने के बाद में ये स्थिति है कि उस शपथ की धज्जियां उड़ाते हैं ये लोग, क्या ये अच्छी परंपरा है? शपथ किसे कहते हैं? शपथ लो और उसकी धज्जियां उड़ाओ? ये बहुत एक संकेत है देशवासियों को कि देश किस दिशा में जा रहा है। क्या लोकतंत्र कायम रहेगा? जिस प्रकार से आरएसएस और बीजेपी ने जो तरीका अख्तियार किया है शासन करने का, एजेंसियों को दबाव में रखा जा रहा है, ज्यूडीशियरी की परवाह नहीं की जा रही है, इनकम टैक्स-ईडी-सीबीआई का दुरुपयोग जमकर हो रहा है, छापे डाले जा रहे हैं लोगों के यहां, जहां-जहां चुनाव होते हैं वहां पहले छापे की कार्रवाई होती है। ये जो सब कुछ हो रहा है देश के अंदर, उससे आज प्रदेश में और देश के अंदर लोग समझ चुके हैं कि आने वाला वक्त कैसा हो सकता है। जितने बुद्धिजीवी हैं, लेखक हैं, पत्रकार हैं, उनकी लेखनी में जितना दम है वो लिख रहे हैं कुछ लोगों को छोड़कर जो दबाव में हैं मोदी और गोदी मीडिया के, लिख रहे हैं आर्टिकल और पूरा देश समझ रहा है कि हो क्या रहा है और हद हो गई लखीमपुर खीरी में तो, दिनदहाड़े जो घटना हुई है, कोई अरेस्ट नहीं हुआ अभी तक, आप बताइए। अभी प्रियंका जी का मैं वीडियो सुन रहा था, उन्होंने एक वीडियो जारी किया है जिसमें कैसे कुचला जा रहा है गाड़ी से लोगों को वो दिखाया गया, उसके बाद में क्या सबूत की जरूरत है? भयावह स्थिति है। अभी अध्यक्ष जी कह रहे थे कि कांग्रेसजनों को उठ खड़ा होना चाहिए, देश खतरे में है, देश का लोकतंत्र खतरे में है, देश का समाजवाद खतरे में है, गरीब की कोई सुनवाई नहीं होती है, इस राज के अंदर गरीब और अमीर की खाई बढ़ती जा रही है, ऐसी नीतियां इन लोगों की हैं। संविधान खतरे में है, तो मैं कहना चाहूंगा कि वक्त आ गया है कि आम जनता को उठ खड़ा होना पड़ेगा, जनता को आगे आना पड़ेगा और मुझे पूरा यकीन है कि मोदी जी जिस प्रकार से बातें बोलते हैं, लच्छेदार भाषण देते हैं, लोगों को गुमराह करते हैं, पर मोदी जी धीरे-धीरे आपका ग्राफ नीचे आ रहा है, आप सर्वे करवा लीजिए गांवों में भी, शहरों में भी, आम आदमी समझ गया है कि आपकी कथनी और करनी में अंतर है, आप कहते कुछ हैं, करते कुछ हैं, वरना आज देश की ऐसी दुर्गति नहीं होती कि कोई सुरक्षित महसूस नहीं कर रहा अपने आप में, लोग कानून को हाथ में ले रहे हैं, कानून व्यवस्था बिगड़ रही है और यूपी और उसके मुख्यमंत्री तो जीते-जागते उदाहरण है उसके और यूपी के मुख्यमंत्री भी मोदी जी के दूसरे रूप के रूप में हैं, उनका वो ही तरीका है काम करने का, डराने का, धमकाने का तरीका है, चुनाव आ रहे हैं, उसी रूप में वो व्यवहार कर रहे हैं प्रदेशवासियों के साथ में। प्रियंका गांधी जी और राहुल गांधी जी ने जो आह्वान किया, उसके कारण से तमाम बॉर्डर्स पर कल भी अरेस्ट हुए हमारे तीन साथी चेतन डूडी, रोहित बोहरा और दानिश अबरार, वो भी अरेस्ट हुए वहां पर बॉर्डर पर, भरतपुर में भी प्रदर्शन हुआ, धौलपुर में हुआ, आज अध्यक्ष जी बता रहे थे अभी आपको पूरे प्रदेश के हर जिले के अंदर आज प्रदर्शन हो रहे हैं, तो मैं कहना चाहूंगा आप लोगों को, आप सबको बहुत शुक्रिया कि आप हमेशा जब कभी भी प्रोग्राम होता है आह्वान करते हैं, आप लोग मौजूद रहते हैं और मैं समझता हूं कि समय आ गया है हम सब मिलकर के दिल्ली को दिखा दें कि प्रदेशवासी आपकी हरकतों को, करतूतों को, आपकी सोच को, आपके व्यवहार को पूरी तरह से देख रहे हैं, समझ रहे हैं और उनका भ्रम टूट गया है, जो कोई जमाने में मोदी जी के बारे में था, भ्रम टूट गया है। स्थिति बड़ी गंभीर है, हम लोग भी जब एनएसयूआई में थे, झंडा तिरंगा एनएसयूआई का लहरा रहा है, हम लोग भी एनएसयूआई में थे, मैं एनएसयूआई का अध्यक्ष था, तब भी ऐसी स्थिति आई थी, 1977 में इंदिरा जी भी चुनाव हार गई थीं वो वक्त भी देखा है हमने वो वक्त भी देखा है, अभी तो कुछ नहीं है, पर जनता इतनी समझदार है देश की, ढाई साल में ऐसा माहौल बनाया, उसी इंदिरा गांधी की वापस आंधी चली और हम लोग सब पार्लियामेंट में पहुंच गए 40 साल पहले ही। जनता कब अपना करवट बदलती है मालूम ही नहीं पड़ेगा मोदी जी को, आज मोदी जी मन की बात कर रहे हैं और 2024 के अंदर इस देश की जनता और इस देश के किसान अपने मन की बात सोचकर के फिर ठप्पा लगाएंगे। इसलिए मैं ये कहना चाहूंगा कि लखीमपुर खीरी की घटना कोई मामूली नहीं है, पूरे देश को हिलाकर रख दिया है इसने और जिस प्रकार से प्रियंका जी के साथ में व्यवहार हो रहा है, वो एआईसीसी की महामंत्री के रूप में वहां काम कर रही हैं, उनको जिस प्रकार से डिटेन किया गया, पुलिस वाले रात को 3 बजे जो दुर्व्यवहार कर रहे हैं उनके साथ में, दीपेंद्र हुड्डा उनके साथ थे, मैंने खुद ने देखा है कल टीवी के अंदर किस प्रकार का व्यवहार हो रहा था, आप सोच सकते हो कि अगर पूरे देश की जनता वक्त आ गया है, ये उनको मैसेज देना पड़ेगा, देशभर का किसान दुःखी है, उससे वादे किए गए कि इनकम दोगुनी कर देंगे, क्या दोगुनी करने की तरफ आगे बढ़ रहे हैं? इसलिए मैं आपको लंबी बात नहीं कहते हुए आपको आह्वान करूंगा कि राहुल गांधी ने जो आह्वान किया है और सोनिया गांधी जी के सानिध्य में जिस प्रकार कांग्रेस कमेटी है, प्रदेश कांग्रेस कमेटियां हैं, जिला कांग्रेस कमेटियां हैं पूरे देश के अंदर। कुछ लोगों को भ्रम है कि कांग्रेस कहां है, अरे कांग्रेस तो इस देश के हर घर में है, हर गांव में है, हर चौकी के अंदर है और कांग्रेस का डीएनए और देश का डीएनए एक है। अल्टीमेटली तो देशवासियों को कांग्रेस को सुपुर्द करना पड़ेगा देश, आप दिमाग में रखें, पूरे देश का इतिहास पढ़ लें, दुनिया का इतिहास पढ़ लें, जहां-जहां ये शक्तियां आई हैं, फासिस्ट ताकतें आई हैं हिटलर से लगाकर आज तक आई हैं और वापस गई हैं, उनका पता भी नहीं लगा है। कांग्रेस पार्टी महात्मा गांधी के जमाने से, पंडित नेहरू, मौलाना अबुल कलाम आजाद, सरदार पटेल के जमाने से ही, डॉ. अंबेडकर के जमाने से ही जो नीतियां, जो कार्यक्रम लेकर चल रही है, वो देश के डीएनए को लेकर बनाई गई हैं। अनेकता में एकता, अलग-अलग धर्म, अलग-अलग वर्ग, अलग-अलग जातियां, भाषाएं, बोलियां, उनको एक व अखंड रखा गया है। इंदिरा गांधी शहीद हो गईं बताइए आप प्रधानमंत्री के पद पर रहते हुए, जो प्रियंका गांधी जी, राहुल गांधी जी की दादी थीं। राजीव गांधी जी प्रधानमंत्री बनने वाले थे दूसरी बार, बम से उड़ा दिए गए, उनके पिता थे, पर कभी देखा 15 साल में राहुल गांधी को बोलते हुए, अपने पिता के बारे में या दादी के बारे में कि मैं उनके नाम से राजनीति करूं। वो उन शहीदों के बच्चे हैं जिन्होंने देश को आजादी के पहले भी, आजाद करवाया मुल्क को, जिस तरह से 12 साल तक जेल में बंद रहना पंडित नेहरू के लिए कोई कम बात थी ? जिनको लेकर ये आरएसएस और बीजेपी वाले जिस प्रकार राहुल गांधी को लेकर सोशल मीडिया में बातें चलाई गईं, उसी प्रकार से बहुत हल्की बातें चलाने वाले लोग हैं नेहरू के बारे में। जिस नेहरू का लोहा दुनिया मानती है, इन्होंने उनको भी नहीं छोड़ा है और देश इनको भी नहीं छोड़ेगा, टाइम आने दो। इसलिए मैं आपको आह्वान करना चाहूंगा, आप सब आए उसका बहुत शुक्रिया और आप लोग जाकर जनता में, किसानों में जाकर बातचीत करें, आने वाले वक्त में हो सकता है और बड़ा आंदोलन खड़ा करना पड़े हम लोगों को, उसके लिए हम तैयार रहें। धन्यवाद, जय हिंद, धन्यवाद।

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