Shri Ashok Gehlot

Former Chief Minister of Rajasthan, MLA from Sardarpura

चार साल लटकाने के बाद भी रिफाईनरी में 26 प्रतिशत ही भागीदारी क्यों - गहलोत

दिनांक
15/01/2018
स्थान
जयपुर


जयपुर, 15 जनवरी। पूर्व मुख्यमंत्री एवं कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव श्री अशोक गहलोत ने कहा है कि श्री धर्मेन्द्र प्रधान जी चाय पर ही क्या, कभी भोजन पर आयेंगे तो मुझे खुशी होगी लेकिन रिफाईनरी को लेकर मेरे सवालों का जवाब तो दें और आम जनता को ये बताएं कि किस प्रकार कांग्रेस ने धोखा दिया?

पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश की तकदीर और तस्वीर बदलने वाली महत्वाकांक्षी रिफाईनरी परियोजना को मुख्यमंत्री श्रीमती वसुंधरा जी ने चार वर्ष तक लटकाए क्यों रखा, इसके माकूल जवाब का इंतजार है।

श्री गहलोत ने कहा कि मुख्यमंत्री श्रीमती वसुंधरा राजे इस परियोजना में राज्य की हिस्सेदारी (26 प्रतिशत) को लेकर बार-बार हल्ला कर प्रदेशवासियों को भ्रमित करती रही कि जमीन हमारी, तेल हमारा और पानी भी हमारा फिर भी 26 प्रतिशत हिस्सेदारी ही क्यों? अब मैं उनसे यही सवाल कर रहा हूं कि नये एम.ओ.यू. में भी रिफाइनरी में हिस्सेदारी का प्रतिशत 26 प्रतिशत से ज्यादा क्यों नहीं बढ़ाया?

पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि रिफाईनरी में चार साल की देरी के परिणामस्वरूप राजस्थान के हजारों युवाओं को रोजगार से वंचित होना पड़ा तथा राजस्थान सरकार को राजस्व के रूप में भारी हानि हुई और साथ ही पेट्रो केमिकल कॉम्पलेक्स से जुड़े हजारों सहयोगी लघु उद्योग तथा रोजगार सृजन में भी देरी हुई। इस नुकसान का जिम्मेदार कौन है?

उन्होंने कहा कि प्रदेश की जनता और प्रदेश के नौजवानों के साथ धोखा हमने नहीं बल्कि रिफाइनरी सहित कांग्रेस की तमाम महत्वपूर्ण परियोजनाओं को लटकाकर भाजपा सरकार ने किया है, जिसके लिए मुख्यमंत्री को प्रदेश की जनता से माफी मांगनी चाहिए।

श्री गहलोत ने कहा कि रिफाईनरी को लेकर भाजपा शुरू से ही दुष्प्रचार और भ्रम फैलाती रही है। भाजपा को यह ध्यान रखना चाहिए कि जब तक किसी परियोजना से सम्बंधित सभी औपचारिकताएं पूर्ण नहीं हो जाती हैं तक तक श्रीमती सोनिया गांधी शिलान्यास अथवा उद्घाटन के निमंत्रण को कभी भी स्वीकार नहीं करती रही हैं।
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