Shri Ashok Gehlot

Former Chief Minister of Rajasthan, MLA from Sardarpura

Talked to media after Sanskrit sahitya sammelan

दिनांक
07/02/2019
स्थान
जयपुर


जो मैंने कहा था आपको कि जो वादा किया वो निश्चित तौर पर निभा रहे है और हमारे विपक्षी पार्टी के लोग जो है अनावश्यक तमाशा खड़ा करते है अभी सरकार बने हुए एक महीना हुआ है और उसके पहले ही वो आशंकाये प्रकट कर रहे है, लोगो को भड़का रहे हैं धरना दो, जेल भरो ये अच्छी बात नहीं है। जो वादा किया हमने मेनिफेस्टो में आप निश्चित रहे हमारा आधार रहेगा सरकार चलाने का इसलिए हमने कार्ययोजना बना दी उसको हमारी केबिनेट हुई पहली उसके अंदर हम लोगो ने यह फैसला कर लिया था। इतनी बड़ी क्रेडिबिलिटी बढाई है हमने मेनिफेस्टो की तो हमारी ड्यूटी बनती है की उसके आधार पर सरकार का काम करे जो-जो बाते लिखी हुई है अब एक के बाद एक घोषणा करते जा रहे है आज भी मैंने घोषणा करी है तो आप समझ सकते हो कि हमारी मंशा क्या है?
150वीं जयंती जो गांधी जी की है उसके उपलक्ष्य में आज जो है गांधीवादी हमारे सुब्बाराव जी पधारे थे और साथ में फ्रीडम फाइटर का सम्मान भी किया गया तो मैंने कहा कि ये मौका अच्छा मौका है इस मौके पर लम्बे अरसे पहले जब मैं था सरकार में मुख्यमंत्री तब उनकी वो बढ़ी थी पेंशन उसके बाद में बढ़ी नहीं थी इसलिए मैंने उचित समझा की मैं पेंशन बढ़ाऊं उनकी भी और जो लोग शहीद हो गए थे उस ज़माने के अंदर सेकंड वर्ल्ड वार के अंदर उनकी विधवाएँ भी है उनके लिए भी हमने कुछ घोषणाएँ करी है पेंशन बढाने की। गरीब आदमी है एक रुपया किलो गेहूं देने का मैंने पहले वादा किया था वो मैंने आज कहा है की हम लोग लागू आज से ही लागू कर रहे है एक मार्च से मिलने लग जाएगा उनको एक रुपया किलो गेहूं मिलने लग जाएगा गरीबों को इसके प्रकार से यह प्रयास किया गया की आज जयपुर में गांधीजी का म्यूजियम बने तो वो काम भी हम लोग चाहेंगे की जल्दी कैसे शुरू हो और कहा बने, कैसा बने वो आने वाले वक्त में बताएँगे आपको।
राहुल गांधी जी पहले भी कह चुके है पार्लियामेंट में भी वो नहीं आये थे डिबेट चल रही थी राफेल को लेकर के, तो राहुल गांधी जी ने देश में एजेंडा बना दिया है किसानों का उनकी समस्याओं का, रोजगार का, नौकरियों का नौजवानों के लिए वो भी एक एजेंडा है, वादे किये थे झूठे वादे साबित हुए वो भी एक एजेंडा है, इश्यु है और महंगाई की मार बढती गई पेट्रोल-डीजल में कोई सुनने वाला नहीं था वो भी एक एजेंडा है और घृणा, नफरत का अविश्वास का, हिंसा का माहौल है देश के अंदर, राहुल गांधी कहते है की प्यार से सद्भाव से राजनीति करो हमारी अदावत नहीं है किसी से हमारी तो खाली लड़ाई है तो विचारधारा की है, नीतियों की है, कार्यक्रम की है उसके आधार पर आप चुनाव मैदान में जाओ और जनता का मेंडेट मांगो अब बताये की तमाम एजेंडा बना दिया गया है अब मोदी जी इनका जवाब दे तो लोकतंत्र में अच्छी परम्परा रहेगी बजाय इसके कि वो अनावश्यक आरोप लगाये या कटाक्ष करे या कमेंट करे यह कोई लोकतंत्र में जवाब नहीं होता है। सत्ता पक्ष में जो लोग होते है मुख्यमंत्री हो चाहे प्राइम मिनिस्टर हो या मंत्री हो उसकी जिम्मेदारी होती है की विपक्ष क्या बोलता है क्या इश्यु बनाता है उनको वो रेस्पोंड करे, नहीं करेंगे तो आप फासिस्टी कहलाएँगे, आपका लोकतंत्र में यकीन नहीं है वो स्थति बनेगी वो नहीं बननी चाहिए।

Best viewed in 1024X768 screen settings with IE8 or Higher