Talked to media in Udaipur..
दिनांक
22/04/2019 |
स्थान
Udaipur
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प्रधानमंत्री जी धमकी भरे शब्दों में जो बात कह रहे हैं वो उचित नहीं कही जा सकती है, हम छेड़ते नहीं हैं, छेड़ते हैं जो उनको छोड़ते नहीं हैं, हम घर में घुसके मारेंगे, ये बातें जो हैं प्रधानमंत्री पद की गरिमा के खिलाफ मानता हूँ मैं। पहले प्रधानमंत्री हुए देश की आज़ादी के बाद में जो इस प्रकार की भाषा काम में ले रहे हैं, धमकी दे रहे हैं, अरे दुश्मन को मारो कौन मना करता है, दुश्मन को तो आज तक मार नहीं पाए आप और बड़ी-बड़ी बातें करते हैं जो कांग्रेस ने कहा ही नहीं है वो मनगढंत बात उठा करके उसके जवाब देते हैं कांग्रेस चिल्ला रही थी पाकिस्तान के पास में परमाणु बम है अरे कमाल है कब तो चिल्ला रही थी, क्या हो रहा है। पहले हिन्दुस्तान ने परीक्षण किया उसके बाद में पाकिस्तान ने किया था, कांग्रेस कब चिल्ला रही थी?
मोदीजी और मेरी उम्र बराबर है करीब करीब, चार पांच साल के हम लोग थे तब पहली बार परमाणु संस्थान बना नेहरू के समय, भाभा अटॉमिक रिसर्च सेंटर बना, 1974 में पहली बार इंदिरा गांधीजी ने पोकरण में पहला भूमिगत परमाणु परीक्षण किया और बाद में वाजपेयी जी के वक्त में दूसरा विस्फोट हुआ बाद में पाकिस्तान ने कर दिया यह कहानी है या तो पूरी बात असलियत बताओ जनता को एजुकेट करो हमें खुशी होगी प्रधानमंत्री पंडित नेहरू यही करते थे, जनता को वह बातें बताते थे विज्ञान की, तकनीकी की और उनके दिल में यह बात थी कि मैं जो बात बोलूं आज नहीं तो कल जनता समझेगी जनता को एजुकेट करना मेरा धर्म बनता है। तो मोदी जी मन की बात थोपने की बजाए आप जनता को एजुकेट करो प्रभाव तब होगा जब आप सच्चाई के साथ रखोगे यदि आप असत्य बोलोगे, आप बनावटी बातें करोगे, जनता को गुमराह करने के लिए जुमले बोलोगे, झूठे वादे करोगे तो जनता का ऐतबार नहीं रहेगा।
आज पूरी गवर्नमेंट का इकबाल खत्म कर दिया मोदी जी ने, अमित शाह जी ने 2 लोग राज कर रहे हैं देश के अंदर, दो चेहरे सामने है और प्रधानमंत्री जी के मुंह से ऐसे वर्ड निकलना हम छोड़ते नहीं, किसको नहीं छोड़ते लोकतंत्र में आपको आलोचना सहन करनी पड़ेगी। आम आदमी भी प्रधानमंत्री की मुख्यमंत्री की, मंत्री की आलोचना कर सकता है इस जमाने में अगर प्रधानमंत्री कि कोई आलोचना कर दे वह राष्ट्र द्रोही कहलाता है मुकदमे दायर हो रहे हैं आज तक कभी नहीं हुआ। लोकतंत्र में हम जी रहे हैं प्रधानमंत्री मोदी जी लोकतंत्र में जीवित रहने दो, इस देश को, देशवासियों को कृपा करके।
हिंदुस्तान-पाकिस्तान साथ-साथ आजाद हुए थे, 70 साल के बाद भी यहां पर लोकतंत्र कायम है यह हमारा सौभाग्य है कांग्रेस की नीतियां, कांग्रेस के कार्यक्रम, कांग्रेस के सिद्धांत जो गांधीजी के वक्त के थे पंडित नेहरू, सरदार पटेल, मौलाना अबुल कलाम आजाद के जमाने के हैं और साथ में डॉक्टर अंबेडकर साहब ने बनाया संविधान वह 70 साल में कायम है। पाकिस्तान के अंदर बार-बार सैनिकों का शासन रहा, प्रधानमंत्री जेल में जा रहे हैं, जुल्फिकार अली भुट्टो को फांसी लगा दी उन्होंने बार-बार वहां सैनिकों का शासन हुआ, यहां पर नहीं हुआ है फिर भी मोदी जी कहते हैं कि 70 साल में कांग्रेस ने क्या किया? इंदिरा गांधी ने अपनी जान दे दी, राजीव गांधी ने जान दे दी, देश को लोकतंत्र को जिंदा रखा है तब आप प्रधानमंत्री बने हो उसमें कांग्रेस की नीतियों का, सिद्धांतों का, कार्यक्रमों का ढांचा खड़ा रहा लोकतंत्र जिंदा रहा अनेकता में एकता वाले मुल्क में सबको साथ लेकर चले, देश एक और अखंड रखा, खालिस्तान नहीं बनने दिया इंदिरा गांधी ने जान दे दी अपनी बांग्लादेश को अलग करवा दिया पाकिस्तान के दो टुकड़े कर दिए 93 हजार कर्नल जनरल सैनिकों को हथियार सहित सरेंडर करवा दिया। क्या-क्या नहीं हुआ है इस देश के अंदर और उसके बाद में हमें सुनना पड़ता है कि कांग्रेस ने क्या किया 70 साल में इसको जुमला बाजी नहीं कहेंगे तो क्या कहेंगे?
वाजपेई जी के वक्त में इंडिया शाइनिंग, फील गुड हुआ था और सरकार चली गई थी उनकी मोदी जी की सरकार भी जाने वाली है यह उनकी विदाई यात्रा हो रही है देश के अंदर जैसे पहले वसुंधरा जी की विदाई यात्रा हुई थी मैंने कहा था कि यह वसुंधरा जी की सुराज संकल्प यात्रा नहीं है ये इनकी विदाई यात्रा है। अब मोदी जी की विदाई यात्रा निकल रही है देश में, देख देश देख रहा है। उनको घमंड है, अहम है उनको यह नहीं भूलना चाहिए पिछली बार जो आपके मोदी-मोदी-मोदी नारे लगा रहे थे तभी उनको खाली 100 में से 31 वोट मिले थे 69 वोट उनके खिलाफ पड़े थे। यदि उनके दिल में यह बात होती है तो सभी को साथ लेकर चलते आज उनकी यह स्थिति नहीं बनती कि उनको आज झूठ का सहारा लेना पड़े, राष्ट्रवाद का सहारा लेना पड़े, सेना का सहारा लेना पड़े।
सेना पर सब को गर्व है 62 का युद्ध हुआ, 71 का युद्ध हुआ, कारगिल हुआ पूरे देश को गर्व रहा कि हमारी सेना ने पाकिस्तान को मुंहतोड़ जवाब दिया कोई नई बात नहीं है। आप उसका लाभ राजनीतिक तौर पर उठाना चाहते हो। योगी जी महाराज कहते हैं कि मुख्यमंत्री यूपी के कि मोदी सेना है कृपा करके आप बख्शो, सेना देश की रक्षा कर रही है कभी उन्होंने हस्तक्षेप नहीं किया। शासन होता है डेमोक्रेसी के अंदर शासन चल रहा है पाकिस्तान की तरह यहां सैनिकों का कभी हस्तक्षेप नहीं रहा। योगी जी यह करके क्या चाहते हैं क्या उनको रोका गया मोदी जी के द्वारा? कि योगी जी क्या बोल रहे हो यह काहे की मेरी सेना यह तो देश की सेना है। चाहे आर्मी हो, चाहे एयरफोर्स हो, नेवी हो, बीएसएफ हो देशवासियों को उन पर गर्व है यह आज तक 70 साल में हमारे देश में कायम रहा है मुझे बहुत दुख है कहते हुए कि मोदी जी जिस प्रकार से बोल रहे हैं जो भाषा काम में ले रहे हैं, मुद्दा आधारित राजनीति करने का उनके पास कोई सामान बचा नहीं है, 5 साल में उपलब्धियां क्या बताएं खुद सोच में पड़ गए हैं उनका मेनिफेस्टो सिफ़र, साबित हुआ है जीरो है कोई चर्चा नहीं उसकी।
कर्ज माफी को लेकर बताइए कौन उनको फीडबैक दे रहा है कर्जा माफ पूरा हो चुका है कोऑपरेटिव बैंक का, भूमि विकास बैंक का कर्ज माफ़ हो चुका है। बीजेपी ने 50000 तक का कर्जा माफ किया 2000 करोड बाटे 6000 करोड़ बाकी रह गए वह भी हमने बांटे हैं। पूरा कर्जा माफ हो गया। नेशनल बैंक मोदी जी के अंडर में आती है अगर मोदी जी चाहते इतनी चिंता होती राजस्थान की तो वह आगे बढ़कर बैंकों को इंस्ट्रक्शन देते कि एक बार वादा कर दिया है स्टेट गवर्मेंट ने आप आगे बढ़ो बातचीत करो जल्दी फैसला करो उन्होंने फैसला नहीं होने दिया बातचीत चल रही है उनसे जैसे ही बातचीत चुनाव खत्म होंगे और जो हमने वादा किया 200000 तक के कर्जे जिनके एनपीए हो गए हैं वह माफ करेंगे हम आज भी कहते हैं। मोदी जी जब दो-दो हजार के किस्तें दे रहे थे कहते हैं मेरे पास आंकड़े नहीं भेजे कौन गवर्नमेंट ऐसी होगी जो कि जनता की जेब में पैसा जा रहा है और सरकार रोकना चाहे। आंकड़े जाते आधार कार्ड बना हुआ है फॉर्मेलिटी होकर जाते हैं कौन रोक रहा है उनको पर मोदी जी की जो स्टाइल है मैं देख रहा हूं जब से सरकार बनी है।
सॉइल टेस्टिंग सबसे पहले मेरी सरकार ने शुरू की थी राजस्थान में और मोदी जी आए उनकी सरकार ने प्रोग्राम बना दिया देशभर के लिए सॉइल टेस्टिंग का लॉन्चिंग कहां से किया सूरतगढ़ से किया राजस्थान की धरती से तभी मैंने कहा था मोदी जी कहां पधार रहे हो यहां तो ऑलरेडी हम लोग 4 साल से प्रोग्राम चला रहे हैं तो इतना बड़ा फर्क है। राजस्थान सरकार के बारे में उनके कमेंट सुन-सुन कर के कोई नई बात नहीं है जब गुजरात में मैं जब इंचार्ज था तब मुझसे बड़ा प्रेम है मोदी जी को तभी मेरा नाम ले लेकर कहते थे कि राजस्थान की सरकार ने हमें सिंचाई के लिए पानी रोका गुजरात पर अन्याय किया अशोक गहलोत ने। नाम लेकर मुझ पर आरोप लगाए थे नई बात नहीं है मेरे प्रति बहुत प्यार लगता है, प्रेम लगता है इसलिए नाम लेते हैं। पर मैं कहूंगा मोदी जी बहुत हो चुका है ,आपने 5 साल में जुमलेबाजी के अलावा कुछ नहीं किया है और राहुल गांधी जी ने जो सवाल पूछे उनसे यह डेमोक्रेसी है जब पूछें तो जवाब देना चाहिए उनको राफेल का आज तक क्यों नहीं जवाब दे रहे हैं। 526 करोड़ का प्लेन सरकार बदलते ही 1600 करोड़ का कैसे हो सकता है इस चीज का जवाब दे दें मुझे। अगर दो लाख की सड़क भी होती है टेंडर करना पड़ता है। टेंडर किया यूपीए सरकार ने किया। बहुत शानदार विमान है उसका चयन हुआ कीमत थी 526 करोड़, सरकार बदली मोदी जी फ्रांस गए अचानक ही 1600 करोड़ का सौदा हो गया या तो पहले वाला टेंडर कैंसिल होता, नया टेंडर होता कारण होता कुछ शर्ते होती अलग बात थी जवाब आज तक नहीं आ रहा है देश को गुमराह कर रहे हैं ये लोग।
हमारी सरकार तो गुड गवर्नेंस के रूप में काम करेगी, कर रही है, आगे भी करेगी हमने वादा किया है जनता से। हमने वसुंधरा जी की तरह कुशासन नहीं दिया है इतना भारी बहुमत मिलने के बावजूद भी जो उन्होंने दिया। अभी तो सरकार के 3 महीने हुए हैं जो हमारे 21 फैसले हुए हैं वह भी ऐतिहासिक फैसले हैं किसी सरकार ने नहीं किया होगा जो हमने किया है इसलिए मोदी जी के पास राजस्थान के अंदर कहने को कुछ है नहीं इसलिए आज उदयपुर में मीटिंग हो रही थी आधा पंडाल खाली क्यों हो गया इसका जवाब मोदी जी दे। वह कहां गया माहौल मोदी-मोदी-मोदी चिल्लाते थे लोग? कहां गए वो?
नई पीढ़ी को गुमराह करने के षड्यंत्र के प्रयास में बड़ी-बड़ी टीमें लगी हुई है, निम्न स्तर की कमेंट करते हैं, गुमराह करते हैं और मेरा मानना है जो व्यक्ति इतिहास को असत्य बोलकर तोड़ेगा मरोडेगा वह खुद कभी इतिहास नहीं बना पाएगा यह मेरा मानना है।
यह चुनाव लोकतंत्र को बचाने का चुनाव है, संविधान को बचाने का चुनाव है और देश को बचाने का चुनाव है इनका कोई विश्वास नहीं है लोकतंत्र में, ये फासिस्ट लोग हैं और देश इनकी चालों को समझ चुका है और जवाब देगा चुनाव के अंदर। मोदी जी जीत गए तो पता नहीं चाइना की तरह पता नहीं चुनाव होंगे या नहीं और होंगे तो ऐसे होंगे जो होंगे की नहीं।
मैं कई बार कह चुका हूं असेंबली के अंदर भी और बाहर भी गुलाब चंद कटारिया जी अच्छे इंसान तो हो सकते हैं परंतु आरएसएस के अगर संस्कार लिए हुए हैं आरएसएस की परंपरा है और इसकी संस्कृति अपनाए हुए हैं तो देश का दुर्भाग्य है कि आरएसएस ने ऐसे आदमी को पैदा किया जो कि उनकी परंपराओं को संस्कार को संस्कृति को लेकर बोल रहे हैं तो मेरी समझ के परे है कि वह कि वह बेकाबू हो करके तू तड़ाक से बात क्यों करते हैं वह खाली नेहरू जी के लिए नहीं करते हैं किसी के लिए भी कर सकते हैं मेरे लिए भी कर सकते हैं और मैं समझता हूं कि वो आपा खो देते हैं इसीलिए ऐसी बात बोलते हैं कोई नई बात नहीं है उनके लिए। पंडित नेहरू के मुकाबले में आरएसएस बीजेपी में कोई पैदा हुआ है जो मुकाबला कर सके उनका, जिस व्यक्ति का देश में दुनिया में मान सम्मान हो, 10-12 साल तक जेल में बंद रहा हो, देश के लिए भारत एक खोज ऐसी किताब लिखी हो जेल के अंदर, दुनिया लोहा मानती है उनका और क्या कहे उनके बारे में ने सोशल मीडिया के माध्यम से जो आज तक लिखा है बीजेपी आरएसएस ने इससे घटिया बात कोई हो नहीं सकती देश के लिए। नई पीढ़ी को क्या शिक्षा देना चाहते हैं जिनके कंधों पर कल देश का भार आने वाला है उस नई पीढ़ी को क्या सीखा रहे हैं आप हमें श्रद्धांजलि के रूप में वोट दो पुलवामा को लेकर के अब इनको कोई पूछे कि पुलवामा में जो घटना हुई 44 लोग शहीद हुए इनके ऊपर दोष नहीं लग जाए, आरोप नहीं लग जाए कि आपकी लापरवाही से जान गई है।पूरा खेल पुलवामा के बाद में जो कुछ हुआ है वह खाली अपनी खुद की कमियों को कमजोरियों को छिपाने के लिए हो रहा है इसको देश को समझना पड़ेगा।