Shri Ashok Gehlot

Former Chief Minister of Rajasthan, MLA from Sardarpura

Talked to media at Rajasthan PCC

दिनांक
05/07/2019
स्थान
PCC


पंडित नवल किशोर शर्मा जी हमारे बहुत वरिष्ठ नेता थे, लंबे समय तक उन्होंने संघर्ष किया, विभिन्न पदों पर रहे नगर पालिका अध्यक्ष पद से शुरू करके उन्होंने, चाहे वह पंचायत चुनाव हो, चाहे विधानसभा के सदस्य के रूप में, मेंबर पार्लियामेंट के रूप में, प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष के रूप में और केंद्रीय मंत्री के रूप में उन्होंने लंबे समय तक अपनी सेवाएं दी और ऐसे मौके पर जब हम लोग आते हैं तो उनकी याद आती है कि जो महानुभाव, वरिष्ठ नेता चले जाते हैं पर उनके काम किए हुए होते हैं, जो उनके विचार होते हैं उस वक्त के जमाने के, उनके संदेश होते हैं, उनके कार्य प्रणाली होती है उससे नई पीढ़ी को सीखने का मौका मिलता है कि हम भी उस रास्ते पर कैसे चले यह भाव पैदा होते हैं दिल के अंदर, इसलिए यह पुण्यतिथि है या जन्म दिवस है ये निरंतर प्रदेश कांग्रेस कमेटी में और विधानसभा में आयोजित होते हैं और हम सब लोग जाते हैं तो उनको याद करते हैं तो आज इस मौके पर मैं पुनः उनको स्मरण करते हुए हमारी सच्ची श्रद्धांजलि वही है कि जो काम जिस रूप में उन्होंने किए थे उसको आगे बढ़ाने के लिए हम अपने आप को समर्पित करें।
सवाल: राहुल जी को मनाने के बाद भी वह अपने फैसले पर अडिग रहे अब आगे किस तरह कांग्रेस अध्यक्ष को लेकर...
जवाब: हर कांग्रेस कार्यकर्ता को कम से कम 10 बार 4 पेज का उनका जो संदेश है उसको पढ़ना चाहिए 10 बार कार्यकर्ताओं को, नेताओं को, जो भी पदाधिकारी है, विधायक है, एमपी होते हैं, मंत्री होते हैं सबको पढ़ना चाहिए। उसमें कई बातें छुपी हुई है और मैं समझता हूं कि वह अपने आप में एक ऐसा दस्तावेज बन गया है जो आने वाले वक्त में कांग्रेस को पुनः मजबूती प्रदान करेगा और जो हमारी बेसिक लड़ाई है आरएसएस और बीजेपी की विचारधारा से उसको लड़ने में जो भी आगे आएगा उसके लिए प्रेरणा स्रोत की तरह काम करेगा, एक संदेश की तरह काम करेगा। कांग्रेस ही नहीं कांग्रेस के अलावा भी जो एक्टीविस्ट है चाहे वह आम व्यक्ति है जो इन बातों को सोचता है वैचारिक धरातल पर, चाहे विपक्ष की कई पार्टियां भी क्यों ना हो जो बीजेपी और आरएसएस के खिलाफ में लोग अपनी विचारधारा रखते हैं उन सबके लिए मैं समझता हूं कि यह अपने आप में बहुत बड़ा संदेश है जो राहुल गांधी जी ने पद छोड़ने की भावना के साथ में दिया है और मैं समझता हूं कि इस संदेश से आने वाले वक्त के अंदर अंतिम विजय जो सत्य है और सत्य हमारे पक्ष में है यह मुल्क तभी एक रहेगा अखंड रहेगा तब सभी जाति, सभी धर्म, सभी वर्ग के लोगों को न्याय मिले, उनका सम्मान हो और सब मिलकर के भाईचारे के साथ में रहे, सद्भावना के साथ रहे। आप एक धर्म की बात करके या आप जातिवाद की बात करके, आप छद्म राष्ट्रीयता की बात करके, राष्ट्रभक्त हम सभी हैं उन्होंने अपने आप को घोषित कर रखा है जो बीजेपी, आरएसएस का बंदा है वही राष्ट्रभक्त है। एक बार पब्लिक को गुमराह करके सत्ता में आ गए हो, दूसरी बार आ गए हो पर यह चलने वाला नहीं है, अल्टीमेटली तो लोग चाहेंगे कि हमारी अर्थव्यवस्था का क्या हुआ, रोजगार का क्या हुआ, नौकरियों का क्या हो रहा है, किसानों के लिए क्या आप लोग सोच रहे हो, मजदूर कल्याण के लिए आपके पास क्या योजना है, देश के विकास का क्या सपना आपका है ? उस पर लोग उम्मीद करते हैं और आप राष्ट्रवाद के नाम पर, सेनाओं के पीछे छिपकर के, अरे सेनाओं की बात हुई तो इतिहास में दर्ज है 65 में भी हिंदुस्तान की फौजों ने विजय प्राप्त करी थी पाकिस्तान पर, 71 में दो टुकड़े कर दिए पाकिस्तान के और बांग्लादेश का उदय कर दिया, 93000 कर्नल, जनरल, सैनिकों का हथियारों के साथ सरेंडर करवा दिया इंदिरा गांधी के जमाने में और इंदिरा गांधी ने चुनाव जीतने के लिए कभी उनका नाम नहीं लिया यही हमारा फर्ज बनता है उनको हम सलाम करते हैं पर ये लोग उनका नाम लेकर के गलतफहमी पैदा करके और आप चुनाव जीत रहे हो कब तक चलेगा यह? चलने वाला नहीं है। हम में सब में दमखम है मुकाबला करने का, वक्त बताएगा यह मुकाबला होगा और जो इनकी विचारधारा है जनता में यह पूरे एक्सपोज होंगे वह वक्त भी आएगा जैसे जीते हैं वैसे हारेंगे तो कभी आश्चर्य नहीं होना चाहिए लोगों को यह मेरा मानना है।
सवाल: आगे क्या होगा, CWC कब होगी, क्या राहुल गांधी मान जाएंगे, आप सीनियर नेताओं में से एक है क्या उनका अल्टरनेटिव हो सकता है?
जवाब: देखिए यह काम मेरा नहीं है, यह तो कांग्रेस वर्किंग कमेटी जो हमारी हाईएस्ट बॉडी है वह बैठकर तय करेगी कि क्या फैसले करने हैं, राहुल गांधी जी ने अपनी भावना व्यक्त कर दी है और अब आगे का काम जो करेगी वह कांग्रेस वर्किंग कमेटी करेगी उनके फैसले का आप इंतजार कीजिए।
सवाल: सर कल आते ही आप ने कानून व्यवस्था को लेकर काफी चर्चा की है...
जवाब: पिछली गवर्नमेंट ने ऐसा माहौल रखा 5 साल तक और दूसरा जो आज देश के अंदर माहौल बना है पिछले 5 साल में जिसमें लोगों के हौसले बढ़े हुए हैं लिंचिंग, सब मिलकर के एक व्यक्ति की हत्या कर दो इससे बुरा क्या हो सकता है? कानून को अपना काम नहीं करने दो, कोई गलत काम करता है तो कानून उसको अरेस्ट करे, मुकदमा दर्ज करो, फांसी के फंदे पर चढ़वाओ कोई दिक्कत नहीं है पर एक आदमी जा रहा है और एक भीड़ इकट्ठा हो करके उसको मार देवें, कानून को तोड़े और हाथ में ले कानून को तो कानून का राज नहीं रहेगा तो जो भीड़ मारने वाली है उनको कोई मारने के लिए आ जाएगा तो कौन बचाएगा उनको? पुलिस ही नहीं बचा पाएगी यह खतरनाक खेल देश में हो रहा है इसको हर आदमी को समझने की जरूरत है पर जब माहौल खराब होता है तो लोगों के हौसले बढ़ते हैं, अब हमारी गवर्नमेंट आई है अब हम इस काम में लगे हुए हैं किस प्रकार से कानून व्यवस्था का राज मजबूत रहे, किसी के लिए पक्षपात नहीं हो और पुलिस प्रशासन में हस्तक्षेप होना भी नहीं चाहिए आप निर्दोष लोगों को बचाने के लिए बात कर सकते हो पर कोई अपराधी है उसको बचाने की सिफारिश करने का किसी को अधिकार नहीं है यह मेरा मानना है, तब जाकर के कानून का राज स्थापित होगा और शांति व सद्भाव कायम रहेगा। अब यह घटना हुई है रेप की घटना हुई है अब पुलिस पूरी तरीके से लगी हुई है और करीब करीब मुलजिम तक पहुंच चुकी है हम उम्मीद करते हैं जल्दी ही खुलासा होगा उसका।
(धन्यवाद)

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