राजस्थान प्रदेशवासियों को मेरी ओर से दीपावली की बहुत-बहुत शुभकामनाएं, मंगलकामनाएं
दिनांक
14/11/2020 |
स्थान
जयपुर
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राजस्थान प्रदेशवासियों को मेरी ओर से दीपावली की बहुत-बहुत शुभकामनाएं, मंगलकामनाएं। यह दीपावली आपके, आपके परिवार के लिए बहुत शुभ हो, समृद्धिशाली हो और खुशहाली लेकर आए। आप सबको मालूम है कि इस बार कोरोना के साथ में मुकाबला हो रहा है पिछले सात-आठ महीनों से, आप सब के सहयोग से लॉकडाउन के दरमियान भी मुकाबला करने में सरकार ने कोई कमी नहीं रखी, सामाजिक सरोकार हो उसको निभाया गया, आम जनता तक राहत पहुंचाने का काम किया गया और आप लोगों ने भी, स्वयंसेवी संस्थाओं ने भी, एक्टिविस्ट ने भी, धर्मगुरुओं ने भी, और तो और जो राजनीतिक पार्टियों के कार्यकर्ता थे, सबने मिलकर के लॉकडाउन के दरमियान जो मुकाबला किया है कोरोना का, उससे राजस्थान की छवि देश में और दुनिया के अंदर अलग बनी है। यह मुकाबला हमें अभी करना पड़ेगा क्योंकि अभी तक वैक्सीन नहीं आई है। व्यवस्था करने में, आधारभूत ढांचा तैयार करने में, मेडिकल सुविधाओं में सरकार कोई कमी नहीं रख रही है। हमारे यहां रिकवरी रेट अच्छी है, मृत्यु दर बहुत कम है, इसलिए लोग लापरवाह भी हो रहे हैं। मैं आगाह करना चाहूंगा कि तमाम एक्सपर्ट्स की राय है, डॉक्टर्स की राय है कि बिना वैक्सीन के मास्क ही वैक्सीन है। सोशल डिस्टेंसिंग आवश्यक है, हाथ धोना बार-बार बहुत आवश्यक है। इसी से बचाव होगा, बचाव खुद को खुद का करना पड़ेगा और खुद का ही नहीं, खुद के माध्यम से और लोगों का बचाव होगा। कई बार खुद संक्रमित होते हैं, तब भी कोई सिम्प्टम नहीं दिखते हैं, वह व्यक्ति जहां भी जाएगा तो वो कोरोना फैलाता जाएगा क्योंकि उसके कोई सिम्प्टम नहीं है, तो पता ही नहीं चलेगा कि मैं कोरोना संक्रमित हूं। अगर वह मास्क नहीं लगाएगा, तो पता नहीं कितने लोगों को संक्रमित कर देगा। तो जो संक्रमित होंगे वह भी अगर मास्क लगाए हुए होंगे, तो यह प्रॉब्लम पैदा नहीं होगी। इसलिए मास्क लगाना बहुत आवश्यक है। इसके लिए जागरूकता अभियान चल रहा है राजस्थान के अंदर, जन आंदोलन का नाम दिया है, उसमें हमने आप सबको इंवॉल्व किया है, उसका बहुत शानदार इम्पैक्ट पड़ा है। आज मैं कह सकता हूं 90-95% से ज्यादा लोग मास्क लगा रहे हैं, इस बात की मुझे बहुत ही खुशी है।
दीपावली पर पटाखे छोड़ते हैं, पटाखों से जो जहरीला धुआं निकलता है, उसकी कोई कल्पना नहीं कर सकता। इसलिए हमें मजबूर होकर पटाखों पर बैन लगाना पड़ा दीपावली के शुभ अवसर पर। अगली बार जब दीपावली आएगी, तो हम सब मिलकर के पटाखों के साथ में दीपावली मनाएंगे। हमने बैन लगाया, उसके बाद में कई प्रदेशों ने बैन लगाया है और बहुत ही खतरनाक धुआं निकलता है, प्रदूषण होता है, उससे बचाव करना आवश्यक है हमारे लिए। हमारा यह ध्येय है कि किस प्रकार से राजस्थान के प्रत्येक नागरिक की रक्षा करें, उसका स्वास्थ्य अच्छा रहे, बिगड़े नहीं, कोरोना से ग्रसित नहीं हो, संक्रमित नहीं हो, यह हमारा ध्येय बना हुआ है।
अनुभव यह भी कहता है कि त्यौहारों में जो भीड़ बढ़ती है, वह भी खतरनाक होती है, उससे हमें बचना पड़ेगा, केरल का उदाहरण हमारे सामने है। केरल प्रदेश के अंदर पूरी तरह कोरोना समाप्त हो गया था, ओणम का त्यौहार आया वहां पर, दीपावली की तरह चहल-पहल रही, आज उसके बाद में लगातार संख्या बढ़ती जा रही है मरीजों की और 70- 80 लोगों की जान प्रतिदिन चली जाती है, कोई कल्पना नहीं कर सकता। दिल्ली में देख रहे हैं हम लोग प्रदूषण बहुत भयंकर है, वहां पर भी मरीजों की संख्या एक हजार तक हो गई थी, आज वह 8000 पहुंच गई है और प्रतिदिन 70-80 लोगों की जान जाने की खबर आती है। तो मैं आपसे अपील करना चाहूंगा कि कृपा करके आप हमारे आग्रह को स्वीकार करें। कुछ हमारे साथियों ने आलोचना भी की हमारी कि यह धार्मिक त्यौहार है, आपने क्यों लगा दिया बैन पटाखों पर। मैं उनसे भी कहना चाहूंगा कि यह कोई धर्म का मामला नहीं है, यह जीवन बचाने का मामला है, हम चाहते हैं आप सबका जीवन बचे, आप स्वस्थ रहें और मुझे खुशी इस बात की भी है कि कल धनतेरस पर, छोटी दीपावली पर जिस प्रकार से लोगों ने सहयोग दिया, पटाखे नहीं छोड़े, दीपक जलाकर उल्लास मनाया, मैं उम्मीद करता हूं कि आज भी आप लोग कमी नहीं छोड़ोगे। दीपावली की खुशियां परिवार के संग मनाएं, भीड़भाड़ से बचें, संयम रखें, पटाखे नहीं छोड़ें, दीपक जलाएं आराम से खुशियां मनाएं, खूब खुशियां बांटें, टेलीफोन के माध्यम से कम्युनिकेशन करें आपस में, परंतु कृपा करके भीड़भीड़ से बचें यह मेरी आपसे अपील रहेगी। यही बात कहता हुआ मैं पुन: आप सबको प्रदेशवासियों को बहुत-बहुत शुभकामनाएं- मंगलकामनाएं देता हूं, धन्यवाद, जय हिंद, धन्यवाद।