Shri Ashok Gehlot

Former Chief Minister of Rajasthan, MLA from Sardarpura

Talked to media at residence (May 5)

दिनांक
05/05/2022
स्थान
जयपुर


सवाल- पहले भी ये महावीर स्कूल में हुआ था एक बार इस तरह
जवाब- गरीब को गणेश मानकर अभी अध्यक्ष जी कह रहे थे, इस पर अपने जीवन में चलना चाहिए हर व्यक्ति को क्योंकि गांधी जी ने भी यही कहा था कि अंतिम व्यक्ति को देखकर आप सारे फैसले करो। मैं समझता हूं कि मुख्यमंत्री रिलीफ फंड में लगभग 3 करोड़ रुपए की राशि का जो आंकड़ा अभी बताया गया है आपको और एक शुभ संकेत है और वैसी हमारी परंपरा रही है, जब कभी कोई संकट आया है देश के ऊपर, मुझे याद है कि बचपन में 1962 का वॉर हुआ था चीन के साथ में, 1965 की लड़ाई हुई थी पाकिस्तान के साथ में, तबसे ही मैं देख रहा हूं कि राजस्थान के अंदर पंडित नेहरू आते थे उस जमाने के अंदर भी और जब कभी भी युद्ध हुआ तो लोगों ने दिल खोलकर इम्दाद की है प्रधानमंत्री कोष के अंदर, उसी रूप में मुख्यमंत्री कोष के अंदर मैंने देखा है कि जब कभी कोई गुजरात में भूकंप आ गया, या कोई सुनामी आ गई, या फिर कोई ऐसी आपदा आ गई केरल के अंदर, आपको याद होगा कि एक बार बाढ़ आ गई थी, कश्मीर में भी बाढ़ आ गई थी, भूकंप आ गया था, करगिल का युद्ध हुआ था तब भी मुख्यमंत्री सहायता कोष के माध्यम से पैसा भेजा गया, उस वक्त भी हम लोगों ने यहां पर ऐसा कार्यक्रम किया था। मुझे खुशी है कि करीब 6-7 बार ऐसे कार्यक्रम हो चुके हैं और जनता जो सम्मान देती है, अभी अध्यक्ष जी कह रहे थे डोटासरा साहब, जनता जो सम्मान देती है स्मृति चिन्ह के माध्यम से, उसका इससे अच्छा तरीका नहीं हो सकता है कि वापस सम्मान देने का जनता को भी और इसी बहाने लोगों को सहायता मिले सीएम रिलीफ फंड से, मैं समझता हूं कि ये अच्छा प्रयास किया गया है। ये भारत सेवा संस्थान जिसने ऑर्गनाइज किया है प्रोग्राम को, उनके गिरधारी सिंह बाफना जी को, राजीव अरोड़ा जी को, तमाम साथियों को मैं धन्यवाद देना चाहता हूं, हमेशा वो आगे आते हैं, इस प्रोग्राम को ऑर्गनाइज करते हैं और लोगों ने भी पूरा साथ दिया, जिस प्रकार लोगों ने आगे बढ़-चढ़कर मोमेंटो लिए हैं मैं उन सबका शुक्रिया अदा करता हूं, धन्यवाद देना चाहता हूं, बहुत-बहुत धन्यवाद।

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