‘Nav Sankalp Shivir' - Curtain Raiser, Special Press Briefing in Udaipur
दिनांक
12/05/2022 |
स्थान
Udaipur
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हमारे साथ बैठे हुए रणदीप सुरजेवाला जी, डोटासरा जी व अन्य हमारे साथीगण, उपस्थित तमाम पत्रकार बंधुओं, सबसे पहले मैं यहां आप सबका हार्दिक स्वागत करता हूं क्योंकि ये ऐतिहासिक घड़ी आई है राजस्थान के लिए नव संकल्प शिविर अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी द्वारा आयोजित किया जा रहा है जिसमें सोनिया गांधी जी ने, कांग्रेस अध्यक्ष जी ने राजस्थान को चुना शिविर के लिए और इस मेवाड़ की धरती पर आप सब दूर-दूर से आए हैं, मैं तमाम जो डेलिगेट्स आए हैं उनका भी, साथ-साथ में आप सब पत्रकार बंधुओं का हार्दिक स्वागत करता हूं। आप सब जानते हैं कि पिछले 7 साल से जो हालात हैं देश के और जिन हालातों से देश गुजर रहा है जहां संविधान की धज्जियां उड़ रही हों, लोकतंत्र खुद खतरे में पड़ रहा हो, पूरे देश में तनाव का माहौल हो, हिंसा का माहौल हो वो चिंताजनक है, बहुत चिंताजनक है। ऐसे माहौल में कांग्रेस पार्टी जिसका एक शानदार इतिहास कुर्बानी का, त्याग का, बलिदान का रहा है, हमें गर्व है कि महात्मा गांधी, पंडित जवाहर लाल नेहरू, सरदार पटेल, मौलाना आजाद और अंबेडकर साहब के जमाने से ही संविधान भी बना और प्रोग्राम-प्रिंसिपल स्थापित हुए और वो ही आज देश को एक व अखंड रखे हुए हैं, अनेकता में एकता वाले मुल्क के अंदर जो कांग्रेस की नीतियां हैं, सिद्धांत हैं, कार्यक्रम हैं, उनके आधार पर ही ये देश चलता रहा, चाहे इंदिरा गांधी जी को त्याग करना पड़ा हो, राजीव गांधी जी शहीद हो गए, सरदार बेअंत सिंह जी शहीद हो गए पर नेस्तेनाबूत कर दिया आतंकवाद को, उस रूप में देश को आज तक यहां पहुंचाया है, अफसोस होता है जब सुनते हैं कि '70 साल में कांग्रेस ने क्या किया?' ऐसे लोग सत्ता में बैठे हुए हैं, 70 साल में क्या किया कांग्रेस ने? कांग्रेस मुक्त भारत की बात करते हैं, कांग्रेस मुक्त भारत कभी होगा नहीं, कांग्रेस मुक्त भारत की बात करने वाले खुद कभी मुक्त हो जाएंगे। जिस रूप में आज आए हैं और यहां बैठे हुए हैं, 3 दिन तक यहां पर चिंतन होगा, मनन होगा, एक नए संकल्प के साथ में जाएंगे तमाम हमारे डेलिगेट्स भी और जन-जन तक भी बात पहुंचाएंगे जो यहां फैसले होंगे, कार्यकर्ताओं में उत्साह का संचार होगा क्योंकि पूरी तरह देश का मीडिया दबाव के अंदर है, जो हिम्मत कर रहे हैं उनको मैं सलाम करता हूं, दाद देता हूं कि वो हिम्मत कर रहे हैं, निष्पक्ष बात कर रहे हैं, पर जो सीबीआई, इनकम टैक्स, ईडी का जो तांडव हो रहा है देश के अंदर, ऐसा किसी ने कल्पना कभी की ही नहीं होगी, किसी के भी घर में घुस जाते हैं 7 दिन तक निकलते ही नहीं हैं, अरे भई यहां कुछ मिला ही नहीं आपको, क्यों नहीं निकल रहे हो? तो कहते हैं कि साहब ऊपर से आदेश आएगा तब निकलेंगे। तो कहने को हजार बातें हैं, मैं उन बातों में नहीं जाना चाहूंगा क्योंकि अभी हमारे पीसीसी प्रेसिडेंट अपनी बात कहेंगे, सुरजेवाला साहब को आप देखते हैं कि किस रूप में इन्होंने हमेशा कांग्रेस के बिहाफ पर जो देशवासियों को हमेशा संदेश दिया है, उन सबके हम लोग कायल हैं। मैं उम्मीद करता हूं कि आप सब जो यहां आए हैं, आप खुद महसूस करेंगे कि कांग्रेस के नेता लोग, कार्यकर्ता लोग, सोनिया गांधी जी के, राहुल गांधी जी के नेतृत्व में एक नए संकल्प के साथ में हम निकलेंगे और देशवासी उम्मीद करते हैं कांग्रेस से, लाख बातें कर लो, लोग कहेंगे, आज भी कहते हैं कि कांग्रेस ही मुख्य विपक्षी पार्टी है और उसी रूप में आज देशवासी बहुत चिंतित भी हैं, मैं उम्मीद करता हूं कि यह शिविर बहुत ही कामयाब रहेगा। मैं पुनः एक बार आप सबका हार्दिक स्वागत करता हूं और आपसे अपेक्षा करता हूं कि जो कुछ भी यहां चिंतन-मनन हो, वो मैं समझता हूं कि आपके माध्यम से पूरा देश सुनेगा क्योंकि ये कोई चिंतन शिविर मामूली नहीं है, जो रेस्पॉन्स मिल रहा है यहां पर आने वालों का भी, प्रेस का भी, उससे हम बहुत ही प्रभावित हैं कि आप लोग और अभी तक कई लोग आ रहे हैं हमारे साथी लोग पत्रकार बंधु, मैं उम्मीद करता हूं की एक नया मैसेज कांग्रेस देने में सफल होगी, यही बात करता हुआ मैं अपनी बात समाप्त करता हूं।
सवाल- अभी नड्डा जी ने कहा कि राजस्थान मिब में नंबर 1, अपराध में नंबर 1 और इस सरकार को उखाड़कर फेंकने का उन्होंने आह्वान किया है, क्या कहना है इस पर?
जवाब- पता नहीं कौन कहां से आंकड़े लेकर आया है, राजस्थान में पहले भी मैंने कहा कई बार कि एनसीआरबी के जो आंकड़े हैं, उनको अगर आप देखेंगे तो सत्यता मालूम पड़ जाएगी क्योंकि हमने यहां पर राजस्थान में एक बहुत बड़ा प्रयोग किया जो देश में कहीं नहीं है, जबसे सरकार आई हमने कहा है कि हर थाने के अंदर एफआईआर कंपल्सरी कर दी गई है, अगर वहां एफआईआर दर्ज नहीं होगी, तो थानेदार के खिलाफ कार्रवाई होगी और एसपी के ऑफिस में एफआईआर दर्ज होगी, जो होने लग गई है, इसलिए आंकड़े बढ़ते हुए नजर आ रहे हैं लोगों को, हकीकत दूसरी है जो एनसीआरबी की बुक में मिलेगी आपको। तो ये जो स्थिति है ये बिलकुल ऐसी स्थिति है जिसको समझने की आवश्यकता है कि अगर एफआईआर लॉज करना कंपल्सरी करोगे और जब मैंने कंपल्सरी की थी 2019 के अंदर तब भी मैंने मीडिया के बंधुओं को कहा था कि इससे आंकड़े बढ़ेंगे, हम उसकी चिंता नहीं करेंगे, फरियादी को न्याय मिले, ये सुनिश्चित करना हमारा काम है और हमने थानों के अंदर स्वागत कक्ष बनाए हैं जो हिंदुस्तान में कहीं पर भी नहीं हैं, कम से कम बिहेवियर तो ठीक करें, वरना कोई जाने की हिम्मत ही नहीं करता था थाने के अंदर कि पता नहीं बदतमीजी होगी वहां पर, तो हम लोगों ने कई फैसले किए उसका असर भी है, जो पहले कोर्ट के माध्यम से आते थे केस, आधी से कम संख्या हो गई है उसकी, जो तफ्तीश में टाइम लगता था वो आधे से कम हो गया, तो हमारे नवाचार से कई फायदे हुए हैं पर ये बातें जो हैं बताने की बजाय हमारे जो नेता प्रतिपक्ष या जो नेता विपक्ष की पार्टियों के हैं वो इसको प्रचार करने में ज्यादा उनकी रुचि रहती है। क्राइम जो होता है वो कई, कौनसा राज्य है जहां क्राइम नहीं होता है, रेप भी होते हैं, डकैती होती हैं, चोरी होती हैं, हमारे यहां चाक-चौबंद व्यवस्था है, हम लोग पूरी तरह लगे हुए हैं, पर दुर्भाग्य से, जो मैं कहना चाहूंगा लास्ट में अगर भारत सरकार में बैठे हुए लोग जिनको बार-बार विपक्ष की पार्टियों के लोग कहते हैं कि प्रधानमंत्री जी को आगे आकर देश को संबोधित करना चाहिए कि देश में हिंसा बर्दाश्त नहीं की जाएगी। जहां शांति-सद्भाव होगा वहीं विकास होगा, प्रधानमंत्री जी ने आज तक आगे आकर इस बात को स्वीकार नहीं किया है। आज देश में जो माहौल है तनाव का, हिंसा का, कोई कल्पना नहीं कर सकता, राजस्थान में 3 घटनाएं अभी हुईं, छुटपुट घटनाएं और हो रही हैं, आप अगर गहराई से जाएंगे तो पाएंगे कि इसके पीछे कितना बड़ा षड्यंत्र है कोई कल्पना नहीं कर सकता। तो अभी सुरजेवाला जी ने ठीक कहा कि जब अगर आप जहां-जहां चुनाव आते हैं वहां-वहां ये हरकतें चलती रहती हैं, तो हम उसका मुकाबला करेंगे।
सवाल- राजस्थान में भी 1 साल के बाद चुनाव आएंगे, तो क्या उसके ऊपर भी मंथन किया जाएगा कि स्ट्रेटजी जो है वो 2024 के लिए है, राजस्थान के लिए आप लोगों की क्या स्ट्रेटजी रहेगी स्पेसिफिकली चुनावों को लेकर असेंबली के जो चुनाव हैं
जवाब- ये जो नव संकल्प चिंतन शिविर है पूरे राष्ट्र के लिए है, उसके अंदर राज्य सरकारें भी आ जाती हैं, राज्य भी आ जाते हैं, अभी जब 3 दिन पूरे हो जाए तब आप ये क्वेश्चन कीजिएगा कि क्या-क्या चिंतन हुआ यहां? देखिए धार्मिक विभाजन करने का षडयंत्र बहुत बड़ा है, मैं मीडिया के साथियों से कहना चाहूंगा कि लेखक, पत्रकार और साहित्यकार, मैं समझता हूं कि आज कई तो लिखते-लिखते थक गए हैं साहित्यकार भी, लेखक भी, ये स्थिति बनती जा रही है देश के अंदर, कहां तक लिखें, देश के जो हालात हैं वो सब के सामने हैं, कोई हों बुद्धिजीवियों को चिंता करने की जरूरत है। सरकार क्या व्यवहार कर रही है, आप देख रहे हैं, अगर दो-ढाई सौ ब्यूरोकेट्स ने अपनी भावना व्यक्त कर दी, तो वो उसको काउंटर करवाएंगे बजाय इसके कि इसका कोई जवाब देंगे। तो जो स्थितियां देश में हैं वो हमारे सामने हैं, चिंताजनक हैं और षड्यंत्र हो रहे हैं, राजस्थान का मामला देख लीजिए आप अभी जो दंगे भड़काए गए हैं, करौली के अंदर नववर्ष पर दंगा करने की कोशिश की गई, हमने उसको रोका, 1 घंटे के अंदर जो कुछ होना था हो गया, दुकानें जलाई गईं, सब कुछ हो गया 1 घंटे के अंदर, पर 15 दिन तक लगातार करौली-करौली चलता रहा देश के अंदर और मैं पूछना चाहूंगा हमारे बीजेपी नेताओं से क्या कोई जवाब है आपके पास में कि रामनवमी पर राजस्थान में हमने शांतिपूर्वक यहां पर रामनवमी के जुलूस निकाले, सबने फूल बरसाए सब धर्मों के लोगों ने, 7 राज्यों के अंदर दंगे भड़के उस दिन 7 राज्यों में। 7 राज्य वो और करौली राजस्थान का, सबमें एक सा तरीका था मोडस ऑपरेंडी एक थी, क्या कारण था? मैंने अमित शाह जी को, मैंने मीडिया में कहा था कि अमित शाह जी को चाहिए कि वो साहस दिखाएं और इन्क्वायरी बिठवाएं कोई सुप्रीम कोर्ट या हाईकोर्ट जज से कि ये आठों राज्यों में दंगे एक से हुए हैं, एक से तरीके से, उसके क्या कारण हैं ? हो सकता है कि अगर सच्चाई सामने आ गई तो आगे दंगे नहीं भड़केंगे, कौन सुनने वाला है ? क्योंकि दंगे जब सरकार में बैठे हुए लोगों की मंशा ही अगर हिंसा को रोकने की नहीं हो, तो आप क्या कर सकते हो? जो खबरें आ रही हैं हमारे पास में सरकारी स्तर पर ही, वो भी कोई अच्छी खबरें नहीं हैं, जिस प्रकार से योजनाबद्ध तरीके से ये दंगे करवाना, तनाव पैदा करवाने की घटनाएं हो रही हैं, वो देश हित में नहीं है।