Talked to media at OTS Jaipur:
दिनांक
31/07/2022 |
स्थान
OTS Jaipur
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रामसिंह राव जी जो हमारे संयोजक हैं, ये परंपराएं बहुत प्राचीन काल से चली आ रही हैं, मुझे अच्छा लगा देखकर-समझकर, हमारा पूरा सहयोग रहेगा कि ये परंपरा आगे कायम रहे, आज आईटी का जमाना है, आईटी बेस्ड काम कैसे आगे बढ़े, उस पर हम लोग ध्यान देंगे। मैंने अभी यहां पर जो बात की है हमारे सब साथियों से, मैं उम्मीद करता हूं कि, ये समाज पिछड़ा हुआ भी है, कैसे हम आगे बढ़ाएं इनके लिए क्या योजनाएं बन सकती हैं क्योंकि हमारी सरकार की मुख्य मंशा है सोशल सिक्योरिटी, जिसके लिए हम चाहे शिक्षा के केंद्र हों, कॉलेज खोलनी हों, स्कूलों को अपग्रेड करना हो, आप देख रहे हैं कि शिक्षा में हम बहुत आगे बढ़ गए हैं, स्वास्थ्य में चिरंजीवी योजना आई है तो योजना क्रांतिकारी है, देश में कहीं नहीं है जो यहां पर हो रहा है। तो हर सेक्टर में, 90 लाख लोगों को पेंशन दे रहे हैं बुजुर्गों को, विधवाओं को, निःशक्तजनों को, सोशल सिक्योरिटी हमारा बहुत बड़ा एजेंडा है, उसी ढंग से सीसे जो हमारे ओबीसी के लोग हों, एससी के हों, एसटी के हों, या ईडब्ल्यूएस के हों, कोई भी हों, उनके लिए जो कर सकते हैं वो कम है इस महंगाई के जमाने के अंदर, बेरोजगारी के जमाने के अंदर, आज जो मीटिंग रखी है इन्होंने, मैं समझता हूं कि ये एक प्रकार से विचारों का आदान-प्रदान भी है और हम लोग समाज के लिए क्या कर सकते हैं, उसके लिए फीडबैक लेने के लिए भी हमें एक अवसर मिलता है। मुझे खुशी है कि यहां मैं आया और सबसे मैं मिल सका।
सवाल- ईडी की कार्रवाई बार-बार जारी है...
जवाब- देखिए ईडी का तो जो मैं पहले कह चुका हूं, बार-बार मैं क्या कहूं उसके बारे में, जो हमारी प्रीमियर एजेंसीज हैं चाहे सीबीआई, ईडी, इनकम टैक्स हो, वो अपना काम निष्पक्ष होकर करें किसी को शिकायत नहीं हो सकती है, दबाव में काम नहीं करे, आज वो केंद्र सरकार के दबाव में काम कर रही है, ये हमारी शिकायत है। सुप्रीम कोर्ट ने जो अभी फैसला दिया है वो कानूनी दृष्टि से दिया है, हालांकि उससे हम निराश हुए हैं क्योंकि जो ईडी का दुरुपयोग हो रहा है देश के अंदर, सीबीआई का, इनकम टैक्स का हो रहा है, तो हमें ऐतराज है, हमें ही नहीं लाखों लोगों को ऐतराज है। तो ये हमारा मानना है कि देश में लोकतंत्र है, संविधान के अंतर्गत कानून का राज है, कानून का राज रहेगा तो हम लोग सब खुशहाल रहेंगे, अन्याय-अत्याचार नहीं होगा, वरना आप समझते हो कि लोकतंत्र कमजोर होगा, तो हमारा ये प्रयास है।