Shri Ashok Gehlot

Former Chief Minister of Rajasthan, MLA from Sardarpura

जनसभा लक्ष्मणगढ़, सीकर

दिनांक
14/03/2019
स्थान
जयपुर


मुझे बहुत ख़ुशी है कि आज लोकसभा चुनाव हमारे सामने हैं और केम्पेनिंग की शुरुआत सीकर के लक्ष्मणगढ़ से हो रही है। सीकर का हक़ था क्योंकि सीकर ने अपने जिले की जो सीटे जिताई हैं, कुछ सीटे नहीं जीत पाये हम लोग पर अधिकाँश सीटे आपने कामयाब की एक मेसेज दिया राजस्थान को और हमें पहले से ही उम्मीद थी की इसबार शेखावाटी की चुनाव में, विधानसभा में राजस्थान में सिरमौर रहेगा और वो आपने करके दिखाया करीब करीब हम अधिकांश सीटों पर कामयाब हुए. शेखावाटी का रिश्ता क्या है कांग्रेस के साथ वो मुझे बताने की आवश्यकता नहीं है मुझसे ज्यादा आप जानते हो जो बुजुर्ग बैठे हुए है वो जानते है की आजादी के बाद से ही कांग्रेस का हमेशा आपने दामन थामे रखा और कांग्रेस वो पार्टी है हमें गर्व हैं जो आज गर्व से कह सकती है सत्ता में नहीं होने के बावजूद भी जिसका त्याग का, बलिदान का, क़ुरबानी का इतिहास है देश के अंदर आजादी के पहले भी। फ्रीडम फाइटर हुए तो सीकर हो, झुंझुनू हो, नागौर हो, जोधपुर हो, बीकानेर हो, जयपुर हो पूरे राजस्थान के अंदर मिलेंगे जिन्होंने आजादी की लड़ाई में हिस्सा लिया था और आजादी के बाद में भी इंदिरा गांधी की हत्या हो गई जिन्होंने पाकिस्तान के दो टुकड़े कर दिए, बांग्लादेश का उदय कर दिया और करीब एक लाख जनरल, कर्नल और सैनिको को हथियारों के साथ में आत्मसमर्पण करवा दिया। दुनिया के इतिहास में ऐसा कहीं पढ़ा है? एक मुल्क के दो टुकड़े हो जाए एक लाख सैनिको का समपर्ण हो जाये वो ताकत हमारे मुल्क में इंदिरा गांधी के ज़माने में आ चुकी थी। कभी मोदीजी ने नाम लिया? कि 70 साल में यह काम भी हुआ है। इंदिरा गांधी ने खालिस्तान नहीं बनने दिया आप लोग पढ़ते थे की 50 लोग मरते है, कभी 80 मर रहे है कभी 40 मर रहे हैं आतंकवाद कितना छा गया था वहां पर एक्शन करना पड़ा नहीं चाहते हुए भी इंदिरा गांधी को स्वर्ण मंदिर में उनको पता था मेरी हत्या हो सकती है मैं खुद उनका मंत्री था मुझे उन्होंने खुद ने कहा और वास्तव में उनकी हत्या हो ही गई और किस प्रकार से वो शहीद हुई देश के लिए शहीद हुई पर उनके सिक्योरिटी वाले ने उनको मार दिया। उन्होंने एक दिन पहले कहा था की मेरी जान भी चली जाये तो मुझे परवाह नहीं है मेरे खून का एक-एक कतरा इस देश के काम आएगा, मजबूती प्रदान करेगा। क्या मोदीजी ने कभी जिक्र किया पांच साल में इस बात का? 70 साल में क्या किया अरे मोदीजी 70 साल में कांग्रेस अगर इस लोकतंत्र को जिन्दा नहीं रखती, पाकिस्तान में सैनिको का शासन होता तो आप प्रधानमंत्री नहीं बन पाते यह कांग्रेस की उपलब्धि है। क्या नहीं किया सुई नहीं बनती थी इस देश के अंदर, क्या बनता था? बिजली क्या होती थी लोग समझते ही नहीं थे उस मुल्क में आज सबकुछ बन रहे है हवाई जहाज, टेंक भी, पनडुब्बिया भी क्या-क्या नहीं बन रहा है यहाँ पर? आईटी सेक्टर हो जो राजीव गांधी का सपना था उसमे हमारे नौजवान लाखो-हजारो अमेरिका के अंदर, पूरी दुनिया के अंदर छाये हुए है वो सब ऐसे ही हो गया? आप तो प्रधानमंत्री बने इसरो संसथान में गए जो इंदिरा गांधी ने 35 साल पहले बनाया था एक उपग्रह छोड़ा मंगलग्रह का ऐसा मेसेज देने की कोशिश की जैसे की आपके प्रधानमंत्री बनते ही आप इसरो के अंदर उपग्रह छोड़ा जा रहा है। आप तो कल आये थे 35 साल लगे उस संस्थान को बनाने के लिए जिस रूप में मोदीजी मार्केटिंग करते है सच्चाई से कोसों दूर बाते करते है, लटके-झटके करते है बोलते हुए आप देखते होंगे टीवी के अंदर हाथ के और पूरे शरीर के जैसे पिक्चरो में कोई एक्टर करते है तो अपन फिल्म देखने जाते है तो वहां प्यार भी, मोहब्बत भी होती है लड़के-लडकियों के साथ में वहां पर उछल कूद भी होती है, नाच गाने भी होते है आप मुझे बताओ पूरी पिक्चर देखके आते है ऐसा कोई सीन दीखते है पिक्चर के अंदर, वो सब कहीं देखा आपने कहीं पर? इसके मायने हैं की वो एक्टिंग है वो एक्टिंग है बुरी बात मानने की नहीं है पूरी दुनिया के अंदर बॉलीवुड, हॉलीवुड सब चलते है कहने का मतलब की वहां सच्चाई कुछ नहीं है वहां पर खाली एक प्रकार से मनोरंजन है और ड्रामे है, एक्टिंग है वो शूटिंग होती रहती है आप मुझे बताओ मोदीजी भी उसी रूप में पेश आते रहे पांच साल के अंदर, सच्चाई से कोसो दूर।
कोई उदघाटन होता है आपने देखा होगा PSO लगे रहते है सिक्योरिटी वाले मोदीजी को आपने देखा होगा वो अकेले मोदी जी की तस्वीर आती है उनके मंत्री तक नहीं है जिस विभाग में आप उद्घाटन कर रहे हो सड़क का कर रहे हो, रेल का कर रहे हो कोई टनल का कर रहे हो मंत्री भी उनके सामने खड़ा नहीं हो सकता है अकेले खड़े होते है। मेरे कहने का मतलब वो बिल्कुल बॉलीवुड के एक्टर वाले व्यक्तित्व वाले है इसमें कोई दोराय नहीं है। उसपे वो कामयाब भी है अगर वो बॉलीवुड में जाते तो वो देश और दुनिया में अलग छाप छोड़ते। पांच-छ: ड्रेस बदलते है दिन के अंदर और बाकी तो बाते आप देखो पूर्व वक्ताओ ने सब कहा आपको देश को कहा का कहाँ पहुंचा दिया। पांच साल पहले क्या बाते बोलते थे अगर उनका भाषण हमारे नौजवान देखते होंगे कई लोग सोशल मीडिया में, मोबाइल फोन में पांच साल पहले बोलते थे जो भाषण आतंकवाद पे हो, चाहे महंगाई पे हो, करप्शन पे हो, क्या-क्या नहीं बोलते थे मनमोहन सिंह जी के खिलाफ? वो अगर कोई भाषण सुन ले तो मैं दावे के साथ कह सकता हूँ की कांग्रेस को केम्पेन करने की जरूरत ही नहीं पड़े जनता अपने आप ही वोट दे देगी। अब उनका वो जिक्र नहीं करते है जानते है जिक्र करूँगा तो लोग पूछेंगे आपने क्या किया महंगाई कैसे बढ़ गई? ब्लैकमनी लेके आऊंगा एक रुपया भी क्यों नहीं लेके आये आप? दो करोड़ लोगो को रोजगार देंगे वो बात करना बंद कर दिया। उधर वसुंधरा जी ने 15 लाख का वादा करके भूल गई थी वो भी भूल गए। महंगाई बढती गई। राफेल का मुद्दा आप बताये मुझे मेरी तो समझ के परे है लड़ाकू विमान जो कांग्रेस ने तय किया, UPA गवर्मेंट के वक्त में टेंडर करके किया वो सरकार बदलते ही कैसे 1600 करोड़ का हो सकता है बता दीजिए? टेंडर क्यों नहीं किया पहले वाला केंसल कर देते आपका टेंडर करते हम समझते की भई रेट ज्यादा आ गई होगी कुछ भी समझ लेते हम लोग। बिना टेंडर केंसल किये हुए आप कैसे 526 करोड़ के विमान को 1600 करोड़ से अधिक का बना ले सकते हो, खरीद सकते हो और जरूरत थी 126 विमानों की और आप 36 पे आ गए क्या देश इन बातो को जानने का हक़ नहीं रखता है क्या?
माहौल ऐसा बना दिया की अगर आप आलोचना भी करो तो आप देशद्रोही हो आप राष्ट्रविरोधी हो आप राष्ट्रभक्त नहीं हो। हम सब राष्ट्रविरोधी बैठे हुए है यहाँ पर और अगर बीजेपी का झंडा होगा वहां पर वहां पर सब बैठे राष्ट्रप्रेमी होंगे। यह एक नई बात नहीं है कोई पंडित सुखराम थे पहले केन्द्रीय मंत्री कांग्रेस में थे तब तो वो भ्रष्ट थे हिमाचल के वो नेता थे बीजेपी ज्वाइन करी तो वो राष्ट्रभक्त हो गए, ईमानदार हो गए, निष्ठावान हो गए तो ये इनकी फितरत में है इनकी असलियत आपको समझनी पड़ेगी, समझानी पड़ेगी लोगो को आज कोई माने या नहीं माने वास्तव में लोकतंत्र खतरे में हैं, आज सविधान खतरे में हैं और देश खतरे में हैं। तमाम विपक्षी पार्टियाँ एकजुट होकर के यह बात बोलती है तो ऐसे नहीं बोलती है. जाट साहब ने ठीक कहा अगर मोदीजी वापस चुनाव जीतकर आ गए तो पता नहीं इस देश में वापस चुनाव होंगे या नहीं होंगे इस बात पता नहीं। अगर चुनाव होंगे भी तो चुनाव नहीं होंगे वो भी बॉलीवुड की तरह नाटक होगा जैसे चाइना में हो रहा है चाइना में चुनाव होते है पर चुनाव के पहले ही तय हो जाता है की कौन अगला प्रधानमंत्री बनेगा। वहां पर एक पार्टी का राज है उस प्रकार चुनाव होते है चुनाव का नाम भी होगा और चुनाव भी नहीं होंगे।
कहने को बहुत सारी बाते हैं बहुत हालत ख़राब है कोई बोल नहीं सकता सीबीआई, इनकम टेक्स, ED सब का दुरपयोग हो रहा है। पुलिस के यहाँ तो सीबीआई छापा डालती है हमने सुनी है कोई पुलिसवाला बड़ा अधिकारी है तो सीबीआई छापा डालती है मोदीजी का करिश्मा देखो आप सीबीआई के हेडक्वाटर पर छापा डलवा दे पुलिस से वो मोदी का नाम है इसका नाम मोदी है। दो लोग राज कर रहे हैं मोदी और अमित शाह देश में दो ही चेहरे है बाकी बीजेपी के चेहरे चार पांच नाम जानते होंगे बाकी कोई जानते नहीं ये दो ही लोग राज कर सकते है कभी देश में? लोकतंत्र के अंदर। इसलिए मैं कहना चाहूँगा आपको की आप लोग, यह माहौल बना दिया गया की चार साल पहले यह खबर नहीं थीं की मोदीजी जो है चुनाव जीतने के पहले कुछ भी कर सकते है कुछ भी कर सकते है बाकी पाकिस्तान के साथ युद्ध करवा सकते है अगर ये धारणा जनता की बनी इनके चुनाव जीतने के बाद में तो यह एक प्रधानमंत्री के लिए अच्छी बात है क्या? किसी प्रधानमंत्री के बारे में यह धारणा बन जाए की ये प्रधानमंत्री तो कुछ भी कर सकता है यह गरिमा के खिलाफ है प्रधानमंत्री के। प्रधानमंत्री वो होता है वो जो शब्द निकाले मुंह से तो जनता के दिल को छूने वाली बात होनी चाहिए। लाल बहादुर शास्त्री, जवाहर लाल नेहरु, इंदिरा गांधी बोलते थे तो हिंदुस्तान बोलता था, राजीव गांधी आज भी लाल बहादुर शास्त्री बोले जय जवान, जय किसान उनका स्वर्गवास हुए 50 साल हो गए होंगे आज भी लोगो के दिल में यह बात है जय जवान, जय किसान की बात है। सोमवार को उपवास रखो आज भी लोग मिलेगे जो कहते है की शास्त्रीजी ने कहा था प्रधानमंत्री पद की गरिमा वो होती है। अगर इस पद की गरिमा घटाई है आजादी के बाद में उनका नाम नरेंद्र मोदी है मैं दावे के साथ में कह सकता हूँ। क्या बोलते है राहुल गांधी के बारे में कहाँ मुकाबला करोंगे आप? पंडित नेहरु 12 साल तक जेलों में बंद रहे तब ना पंखे होते थे और ना बिजली होती थी अमीर बाप का बेटा था वो पर पंडित नेहरु के बारे में आप देखते हो सोशल मीडिया में आरएसएस और बीजेपी इस घटिया स्तर तक उतर सकती है क्या-क्या उनके बारे में कहा जा रहा है नेहरु के बारे में उनके पिता के बारे में, उनके दादा के बारे में कोई सोच सकता है? इस निम्न स्तर पर राजनीति चल जाएगी किसी ने उम्मीद की थी देश के अंदर? पंडित नेहरु जैसे व्यक्तित्व का पूरी दुनिया लोहा मानती थी, पंचशील का सिद्धांत दिया जिसने देश को, प्लानिंग कमीशन बनाया आधारभूत ढांचा खड़ा है देश के अंदर आज हम लोग उसके उपर खड़े है, नीव पे उनकी बनाई हुई है बड़े बड़े बाँध, कल-कारखाने आज पाकिस्तान क्यों डिपेंड है अमेरिका पे, चीन पे? कहाँ से कहाँ मुल्क को पहुंचा दिया उस व्यक्ति के बारे में और इंदिरा गांधी बन गई प्रधानमंत्री, राजीव गांधी बन गए आज 30 साल में उनके खानदान का कोई व्यक्ति ना मंत्री है, ना मुख्यमंत्री है और ना प्रधानमंत्री है खाली पार्टी अध्यक्ष है पार्टी उनके नाम से एकजुट है तो आपके पेट में तकलीफ क्यों हो रही है मोदीजी? अगर राहुल गांधी के खानदान के नाम पर पूरे देश के नौजवानों को, 36 कौम को, सभी धर्म को हिन्दू हो, मुस्लिम हो, सिख हो, इसाई हो, पारसी हो, जैन हो भाषा इतनी तरह की है अपन समझ नहीं सकते बोल कौन क्या रहा है। तमिल, तेलगु, मलयालम, पंजाबी, गुजराती, मराठी, लिखा हुआ है क्या है पता ही नहीं पड़ता हम लोगो को क्या बोलते है समझ आता ही नहीं है तभी भी मुल्क एक और अखंड है ये किसने रखा मोदीजी ने रखा? बीजेपी ने रखा इनको पूछो आपने आजादी की जंग में आपकी भूमिका क्या थी? आपकी पार्टी की आपके नेताओ की आपने आजादी की जंग में अपनी एक अंगुली तक कटाई है क्या इसका जवाब दे मोदीजी? यह स्थति इनकी है तब भी लम्बी चौड़ी लोग कहते है इनका नाम।
इसलिए मैं कहना चाहूँगा की चैलेंज बड़ा है हमारे सामने राजस्थान की 25 सीटे हम कैसे जीते यह हमारा धेय होना चाहिए। कोई घबराने की जरूरत नहीं है की सर्जिकल स्ट्राइक किया उसके बाद में माहौल बदल गया मोदी के पक्ष में हो गया और ये बाते फैलाने वाले कौन है? ये फैलाने वाले आरएसएस के लोग है इनके 10 हजार लोग बैठ गए होंगे कंट्री में सोशल मीडिया में जो इनके लिए लिखते रहते है जो बात फैलानी होती है षड्यंत्र करके बात फैला रहे है वो लोग। पहले हवा मोदीजी की कम हुई थी अब बदल गई है वापस कुछ नहीं बदली है महाझूठे लोग है यह इनको पूछो मैंने आज तक मेरे मुंह से नहीं सुना आदमी के बारे में, आर्मी के बारे में, एयरफ़ोर्स के बारे में किसी भारतीय ने उनपे शंका की हो? वो क्या कहते है की ये कांग्रेस नेता लोग जो है जो सर्जिकल स्ट्राइक करी जो एयरफ़ोर्स पे उनपे वो शक कर रहे हैं कोई शक कर रहा है क्या? शक उनपे नहीं कर रहे हैं अगर कोई संदेह है तो जनता को जानने का अधिकार है देश के अंदर लोकतंत्र के अंदर की सच्चाई क्या है? अभी मेरे पूर्व वक्ता कर रहे थे की दुनिया के अमेरिका, इंग्लेंड सबने कहा सबके उपर आकाश में सेटेलाइट लगे है, टेलीफोन हम सुनते है बिना तारो के, पिक्चर देखते है वो तब वहां से दिखती है उन्होंने कहा की ऐसा कोई अटेक नहीं हुआ की जिससे कोई लोग मारे गए हो, अगर कोई सवाल करे देश के नागरिक की भाई ये अमेरिका, इंग्लेंड पूरी दुनिया कह रही है तो हमें वापस जवाब दो इनको की वहां पर क्या हुआ? यह भला कोई शंका करना होता है? ऐसा मोड़ते है बातों को लोग देखते है की बात तो ठीक बोलते होंगे कोई शंका नहीं करता है। और सर्जिकल स्ट्राइक पहले भी हुई है जब कांग्रेस का शासन था तब भी होती थी फर्क इतना ही है वहां पर सरकारे वापस बोलती नहीं थी, नीति नहीं थी पर क्या हम करके आये है क्यों बताये आपको वो समझ जाएगा जिसके उपर अटैक हुआ है जिसने हमारे उपर साथ छेड़छाड़ करी है हमारे दो सैनिको को मार दिया है हम उनके 10 सैनिक मारके आ गए है हम क्यों बताये, हम मन में धमेडा बना लेते थे की मन में की दो मारे 10 मार दिए बजाये हम की बहादुरी दिखाए की दो मारे 10 मारके आ गए कोई जरुरी है क्या बताना? कई बाते ऐसी होती है सीमाओं पर जो नहीं बताई जाती है हर बात बताई जाती है रोज क्या होता है वहां पर आज हमको मालूम ही नहीं है।
अभी मैं जाके आया बाड़मेर, जैसलमेर, बीकानेर, गंगानगर के बॉर्डर पर BSF की चोकियों पर जाके आया, जवानो से मिलके आया उनके साथ संवाद करके आया मुझे पता है क्या क्या होता है वहां पर इसलिए मैं कहना चाहूँगा आपको कृपा करके इनकी बातो में नहीं आना है आपको ये मीडिया जो आज मेरा विडियो ले रहा है ये सब दबाव के अंदर है, पूरे देश का मीडिया दवाब में है इनके सब मालिक लोग डरे हुए है मोदी के राज में कब छापा पड़ जाए सीबीआई का, ED का, इनकम टेक्स का ये घबराए हुए है सच्चाई बताते हुए इनको बहुत चिंता हो रही है। मन में सोचते है की पता नहीं देश का क्या होगा पर इतने घबराए हुए है दबाव में है टीवी में जो कुछ आ रहा है वो सच नहीं आ रहा है। एक रविश कुमार है NDTV का उसने कहा देश के लोगो को उसने कहा दो महीने तक आप कृपा करके टीवी देखना बंद कर् दो हमारे एंकर भी हम सब जो है इस देश को बर्बाद करने में लग गए है जिस प्रकार का बताया जा रहा है जनता को वो सब झूठा बताया जा रहा हैं, बता दीजिए आप। मैं कोई रविश कुमार का वकील नहीं हूँ, ना NDTV का वकील हूँ उसने हिम्मत तो की बोलने की ऐसे और भी कई लोग है मैं उनका नाम ले सकता हूँ पर मैं डरता हूँ की कहीं उन बेचारों पर छापा नहीं पड़ जाए। इसलिए मैं कहना चाहूँगा आपको की ये जो टीवी मैं आ रहा है उसका आप विश्वास नहीं करना। हमें एक-एक सीट की जरूरत है देश के अंदर आज देश को कांग्रेस की जरूरत है मैं कहना चाहता हूँ, देश को कांग्रेस की जरूरत है सुन लीजिए आप जब 44 पर आये तो हम लोग तब बुद्धिजीवियों ने कहा की कांग्रेस कमजोर नहीं होनी चाहिए देश के अंदर और वो क्या कहते है कांग्रेस मुक्त भारत बनायेगे अगर कांग्रेस मुक्त भारत तो अगले 100 साल नहीं बनने वाला घर घर-घर में चौकियां मिलेगी कांग्रेस की आपको, हाँ कांग्रेस मुक्त भारत की बात करने वाले खुद मुक्त हो जाएगे ये मैं कह सकता हूँ।
इसलिए हम सब लोग आपको निवेदन करने के लिए हाजिर हुए है कृपा करके आप लोग इस चुनाव को खाली सीकर तक नहीं है आपका बस चले जहाँ तक आप बात कर सको आपको कोई कमी नहीं रखनी चाहिए।
विकास की बाते कहीं डोटासरा जी ने आपको पिछली बार आपके आशीर्वाद से मैं मुख्यमंत्री था 800 करोड़ की योजना हो चाहे पानी की हो बिजली की हो सीवरेज की हो मैं दावे के साथ में कह सकता हूँ उस वक्त में चुनाव आते आते ऐसी स्थति आ गई हमने इति स्कीमे लाके दे दी जो विधायक ने माँगा हमने उन मांगो को पूरा किया चुनाव के अंदर ऐसी स्थति आ गई MLA मांगता मांगता थक गया पर मैं उनको देते देते नहीं थका ये मैं कह सकता हूँ दावे के साथ में। जो माँगा दिया कहते थे सब तो मांग लिया और क्या मांगू वो स्थति बनी थी उस वक्त में। मुझे मालूम है आप प्याज को लेके भी संकट में है, धरना दिया हुआ है कुछ लोगो ने कभी प्याज, कभी लहसून कभी मूंग प्रोब्लम आती है सरकार आते ही मैंने मूंग की जो खरीद थी बंद हो गई थी भारत सरकार में मैं खुद गया मंत्रियों से मिला कोई रास्ता निकाला हम लोगो ने और हमने वादा निभाया. कर्जा माफ़ी का राहुल गांधीजी ने कहा हमने 10 दिन नहीं लगाये दो तीन दिन में कर्जा माफ़ी की घोषणा कर दी आपके यहाँ 450 करोड़ तो माफ़ हो चुके है इस जिले के और भी माफ़ होंगे। भूमि विकास बैंक के कर्जे जिसमे हजारो लाखो हेक्टेयर बीघा जमीन गिरवी रखी हुई है वो सब छूट जाएगी वो कर्जे माफ़ करने की घोषणा हमने कर दी कोई कमी नहीं रखेंगे, पांच साल तक बिजली का बिल नहीं बढेगा मैं पहले कह चुका हूँ।पानी के जो बिल आते है छोटे छोटे बिल गरीबो के करीब दो करोड़ लोग है ऐसे राजस्थान में उनके बिल अब आयेंगे नहीं वो समाप्त हो गया वो मैंने घोषणा कर दी है। 21 घोषणाएं करी है 80 दिन के अंदर हमको 80 दिन के करीब हो गए है तो आप निश्चित रहो हम आपको सुशासन देंगे, राहुल गांधी कहते है कि आप सबकी बात सुनकर के फैसला हम करे वो ही घोषणा पत्र बनाया वों ही लागू कर रहे है। मोदीजी मन की बात नहीं कहते हैं वो मन की बात थोपते है देश को और राहुल गांधी कहते है आप थोपो मत जनता की बात क्या कहती है जनता उसको सुनकर के फैसला करो ये फर्क है।
इसलिए मैं आपको क्यों की आप सब मुझे जो बैठे हुए हो जिस रूप में मुझे 45 साल हो गए राजनीति करते हुए तीसरी बार मैं आपसे आशीर्वाद से मैं मुख्यमंत्री बना हूँ। इसलिए मेरा फर्ज था की मैं आपको दिल की बात खुलके कहूँ इसलिए मैं खुद लम्बा बोल गया माफ़ी चाहता हूँ बैठाये रखा आपको और आपको मैं अपील करूँगा कृपा करके एक एक सीट का सवाल है मोदीजी को हटाना बहुत जरुरी है, मोदीजी जब हटेगे तो आप देखना देश में उत्साह का माहौल होगा, लोग सेलिब्रेट करेंगे आप देखना उस वक्त अभी लोग सबकी हिम्मत नहीं होती है अभी टेलीफोन पे बात करते है तो सरता है आदमी, मीडिया वाले, राजनीतिक, अधिकारी ब्यूरोक्रेट्स और उद्योगपति टेलीफोन पे बात करते है तो कहते है टेलीफोन बंद कर तू लेंडलाइन पर आ जा, मतलब मोबाइल के ज़माने में लेंडलाइन पर आ रहे है या कहते है Whatsapp पर बात कर तू whatsapp पर जिस पर बात टेप नहीं कर सकती सरकार, पता नहीं कोई बात सुन रहा होगा अपनी बात, लोकतंत्र में यह बात अच्छी है क्या? हमें इता डर लगे बात करते हुए की हम कुछ बोले तो ये स्थति बन गई देश के अंदर इन बातो को हमें समझना है। लिंचिंग के नाम पर लोगो की हत्याये हो रही है क्या नहीं हुआ इस देश के अंदर चार साल के अंदर इसलिए मैं आपको कहना चाहूँगा कृपा करके हमारी बोहनी हुई है आज लक्ष्मणगढ़ में आज बोह्वनी हुई है, यह बोह्वनी कामयाब हो हम 25 सीटे जीते यह हमारा संकल्प होना चाहिए जाने के बाद..
देखो प्याज की बात मेरे जेहन में हैं मुझे मालूम है इसके अलावा रास्ता क्या निकाले आपसे भी बात करेंगे, सरकार से बात करेंगे दिल्ली बात करेंगे क्योंकि ये मामले बड़े मामले होते है। केंद्र के जो MSP होती है डायरेक्ट डिक्लेयर नहीं करती बल्कि आपस में तालमेल करके जो साधन आते है उसके अनुसार खरीददारी शुरू होती है। हमारी सरकार आप निश्चित रहे आपके साथ खडी मिलेगी मैं रास्ता निकालने का प्रयास करूँगा। धन्यवाद, जय हिन्द।

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