Shri Ashok Gehlot

Former Chief Minister of Rajasthan, MLA from Sardarpura

एकता और अखंडता का संदेश जन-जन तक पहुंचाएं युवा - मुख्यमंत्री

दिनांक
17/06/2019
स्थान
भानपुर कलां


जयपुर, 17 जून। मुख्यमंत्री श्री अशोक गहलोत ने कहा कि राष्ट्रपिता महात्मा गांधी का सत्य, अहिंसा, शांति और साद्गी का संदेश जन-जन तक पहुंचे और वर्तमान पीढी गांधीवादी विचारों को आत्मसात कर सके, इसी उद्देश्य से गांधी जी के 150वें जयंती वर्ष के कार्यक्रम 2 अक्टूबर के बाद भी अगले एक साल तक मनाये जायेंगे। उन्होंने कहा कि गांधीवादी विचारों को जन-जन तक पहुंचाने में जुटी संस्थाओं से इस संबंध में चर्चा की जाएगी।

श्री गहलोत सोमवार को जयपुर के निकट भानपुर कलां गांव में गांधी जी की 150वीं जयंती के तहत आयोजित 10 दिवसीय राष्ट्रीय एकता शिविर के समापन के अवसर पर देश के विभिन्न राज्यों से आए नौजवानों को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि भारत की विश्व में एक अलग पहचान गांधी जी और उनके विचारों के कारण है। 2 अक्टूबर को आज पूरा विश्व अंतर्राष्ट्रीय अहिंसा दिवस के रूप में मनाता है।


गांधी जी के विचारों को फैलाएगा शांति व अहिंसा विभाग
मुख्यमंत्री ने कहा कि गांधी जी के दिए शांति, सद्भाव, सहिष्णुता एवं अहिंसा के संदेश को आने वाली पीढ़ी तक पहुंचाने के मकसद से हमारी सरकार ने प्रदेश में शांति एवं अहिंसा विभाग स्थापित करने का सैद्धांतिक फैसला लिया है। शुरूआत में इसे प्रकोष्ठ के रूप में स्थापित कर धीरे-धीरे विभाग में तब्दील किया जाएगा।


लोकतंत्र की मजबूती कायम रखें युवा
श्री गहलोत ने कहा कि आज देश को एकजुट रखने के लिए गांधी जी के शांति और अहिंसा के संदेश को अपनाने की जरूरत है। भाषा और संस्कृति की विविधताओं के बाद भी भारत देश आज एक है। आजादी के 70 साल बाद भी हमारे लोकतंत्र की जडें मजबूत हैं। हमारे युवाओं को लोकतंत्र की इस मजबूती को कायम रखना है, क्योंकि लोकतंत्र की ताकत जनता से है।


शिविरों में सीखी बातें जीवनभर की पूंजी
मुख्यमंत्री ने राष्ट्रीय एकता शिविर में आए नौजवानों का आह्वान किया कि वे यहां से देश की एकता और अखंडता का जो संदेश लेकर जा रहे हैं। उसे अपने-अपने प्रदेशों में नौजवानों तक पहुंचाये। उन्होंने कहा कि ऎसे शिविरों में सीखी हुई बातें पूरे जीवन की पूंजी बन जाती हैं, जिन्हें अपनाकर व्यक्ति सफलता प्राप्त करता है चाहे वह राजनीति में हो, समाज सेवा में अथवा अन्य किसी क्षेत्र में। उन्होंने कहा कि प्रदेश में इस तरह के शिविर अधिक से अधिक आयोजित हों इस दिशा में प्रयास किए जाएंगे और राज्य सरकार इसमें सहयोग करेगी।


नौजवानाें को एकजुटता का संदेश दे रहे हैं डॉ. सुब्बाराव
श्री गहलोत ने गांधीवादी विचारक डॉ. एस.एन. सुब्बाराव की तारीफ करते हुए कहा कि जब मैं 15 साल का था तब उनसे पहली बार जोधपुर में एक कार्यक्रम में मिला था। उनसे मेरा 50 साल से ज्यादा का रिश्ता है। अपनी शानदार आवाज से युवाओं में जोश भरने के साथ-साथ वे देश की एकजुटता का संदेश देने में पिछले छह दशक से जुटे हुए हैं। उन्होंने विदेशों में भी जाति, धर्म और संप्रदाय से ऊपर उठकर अनेकता में एकता का संदेश पहुंचाया है।
मुख्यमंत्री ने डॉ. सुब्बाराव की लंबी उम्र की कामना की और कहा कि हाल ही में उन्होंने 91वां जन्मदिन मनाया है।


दो करोड़ की पेयजल योजना को शीघ्र स्वीकृत
श्री गहलोत ने भानपुर कलां के सरपंच श्री रामसहाय कांकरेलिया की मांग पर भानपुर कलां गांव में पानी की समस्या के समाधान के लिए ग्राम पंचायत द्वारा राज्य सरकार को भेजी गई दो करोड़ रूपये की योजना को शीघ्र स्वीकृति देने की घोषणा की। मुख्यमंत्री के कहने पर कार्यक्रम में मौजूद जमवारामगढ़ विधायक श्री गोपाल मीणा ने अपने विधायक कोष से वहां पंचायत भवन बनवाने की सहमति दी।

गांधीवादी विचारक डॉ. एस.एन. सुब्बाराव ने प्रदेश में शांति एवं अहिंसा विभाग बनाने की राज्य सरकार की पहल के लिए मुख्यमंत्री को धन्यवाद दिया और कहा कि इससे शांति और सहिष्णुता के संदेश को आमजन तक पहुंचाने में मदद मिलेगी। उन्होंने इस निर्णय को दूसरे राज्यों के लिए भी अनुकरणीय बताया।

कार्यक्रम में जमवारामगढ़ विधायक श्री गोपाल मीणा ने कहा कि दस दिवसीय इस शिविर के माध्यम से भानपुर कलां से यह संदेश देशभर में जाएगा कि भाषाओं की विविधता वाला यह देश एक है। इस अवसर पर पूर्व विधायक श्री रामचन्द्र सराधना, जमवारामगढ़ प्रधान श्री रामलाल, शिविर के समन्वयक श्री हनुमान सहाय, भानपुर कलां के सरपंच श्री रामसहाय कांकरेलिया तथा प्रदेश के विभिन्न राज्यों से शिविर में आए प्रतिनिधि भी उपस्थित थे।

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