Shri Ashok Gehlot

Former Chief Minister of Rajasthan, MLA from Sardarpura

भारत बचाओ रैली

दिनांक
14/12/2019
स्थान
रामलीला मैदान, नई दिल्ली


परम श्रद्धेय सोनिया गांधीजी, हमारे नेता राहुल गांधी जी, डॉ. मनमोहन सिंह जी, प्रियंकाजी, तमाम उपस्थित नेतागण, भाइयों और बहनों, नौजवान साथियों।

ये रैली नहीं रेला है, जितने लोग आप खड़े हैं यहां पर, बैठे हुए हैं, चार गुना लोग बाहर खड़े हैं, रैली का नाम है भारत बचाओ रैली, 40 साल पहले इसी मैदान में इसी नाम से रैली हुई थी, हम लोग आए थे उस वक्त में यहां पर, हम एनएसयूआई में थे, जिला कांग्रेस अध्यक्ष थे, यही माहौल यही जलजला देखने को मिल रहा था, जो आज मैं यहां देख रहा हूं। आप सोच सकते हैं, भारत बचाओ का नाम क्यों रखा गया। ये मैसेज देता है, देश किस दिशा में जा रहा है। लोकतंत्र की हत्या हो रही है, पूरा देश चिंतित है, भय का माहौल है, गुंडागर्दी का माहौल है, हिंसा का माहौल है, अविश्वास का माहौल है। जैसा डॉ. मनमोहन सिंह जी ने कहा था, सामाजिक ताना-बाना नष्ट हो गया है, इसलिए जीडीपी गिर रही है। आप सोच सकते हो एक तरफ, चुनाव हारना अलग बात है, राहुल गांधी ने जो कैंपेन किया था, मुद्दा आधारित कैंपेन किया था, किसानों के मुद्दे थे, नौजवानों के रोजगार के मुद्दे थे, नौकरियां लग नहीं रही हैं, नौकरियां जा रही हैं, मजदूर बर्बाद हो रहा है, काम-धंधे ठप्प हो रहे हैं, राफेल का मुद्दा था, 126 प्लेन की मांग थी देश को, 36 पे क्यों लाया गया ? हवाई जहाज सोलह सौ करोड़ रुपए में क्यों खरीदा जा रहा है ? आज भी वो मुद्दे जीवित हैं देश के अंदर। चुनाव में हार-जीत कैसे हुई है, सबको मालूम है। जिस प्रकार से राष्ट्रवाद की बात की गई, क्या हम लोग यहां बैठे हुए राष्ट्रवादी नहीं हैं ? सर्टिफिकेट लेना पड़ेगा बीजेपी से हम लोगों को ? सोच लीजिए आप लोग... राष्ट्रवाद की बात की गई, सेना के पीछे छुपकर राजनीति की गई, इंदिरा गांधी ने तो पाकिस्तान के 2 टुकड़े कर दिए, 93 हजार सैनिकों को, पाकिस्तान के जनरल को, कर्नल को, मेजर को, सैनिकों के हथियार सरेंडर करवा दिए, पर कभी उसके नाम पर राजनीति नहीं की गई। मोदी जी सैनिकों के पीछे छिपकर राजनीति करना चाहते हैं। राष्ट्रवाद की बात करते हैं, आप सोच सकते हो, देश किस दिशा में जा रहा है। ये सबके लिए चिंता का विषय होना चाहिए। आज बीजेपी राज नहीं कर रही है इस देश में, इस देश में आरएसएस राज कर रहा है। आरएसएस के प्रचारक मोदी जी राज कर रहे है, आरएसएस को चाहिए कि वो अपने आप को, अगर उसमें हिम्मत है, दमखम है, लड़ाई हमारी नीतियों की है, विचारधारा की है, कार्यक्रमों की है। कांग्रेस की नीति है महात्मा गांधी के जमाने में, पंडित नेहरू के जमाने में, सरदार पटेल के जमाने में, मौलाना आजाद के जमाने में बनी हुई है, दमखम है मुकाबला करेंगे, आरएसएस में दम है तो अपने आप को घोषित करे राजनीतिक दल, एक्सट्रा कॉन्सटिट्यूशनल अथॉरिटी के रूप में काम नहीं करे। बिना आरएसएस को पूछे हुए देश में ना मंत्री बनता है, ना मुख्यमंत्री बनता है, ना प्रधानमंत्री बन सकता है। देश किस दिशा में जा रहा है, आप सोच सकते हो।

इसलिए मैं लंबी बात नहीं कहता हुआ आपको आह्वान करूंगा कि आप कृपा करके जाएं यहां से संकल्प लेकर के, सोनिया गांधी का, राहुल गांधी का संदेश लेकर के जाएं, गांव-गांव में आप लोकतंत्र को बचाने की बात करें, देश को बचाने की बात करें। आज के माहौल में एक ही बात कहकर मैं अपनी बात समाप्त करता हूं, यह कविता बहुत सटीक है,
राजा बोला रात है, रानी बोली रात है, मंत्री बोला रात है, संत्री बोला रात है, ये सुबह- सुबह की बात है।
धन्यवाद, जयहिंद, धन्यवाद।

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