Shri Ashok Gehlot

Former Chief Minister of Rajasthan, MLA from Sardarpura

Spoke to media at SMS Stadium

दिनांक
12/08/2022
स्थान
SMS Stadium, Jaipur


मुझे खुशी है कि 31 दिसंबर 1929 को पंडित जवाहर लाल नेहरू ने तिरंगा झंडा फहराया था पहली बार, उस वक्त भी उनका संदेश था कि ये कभी झुक नहीं पाए, चाहे जान चली जाए पर तिरंगा झंडा कभी नहीं झुके। आज मुझे खुशी है कि वर्ल्ड बुक ऑफ रिकॉर्ड्स लंदन, जो संस्था प्रतिष्ठित है, उन्होंने एक करोड़ छात्रों का जो गायन सुना है, उसका सर्टिफिकेट प्रदान किया है सरकार को, मैं तमाम ये सर्टिफिकेट की भावना इन बच्चों को समर्पित करता हूं, प्रदेशवासियों को समर्पित करता हूं। बच्चों ने जो राष्ट्रगीत गाए हैं, ये तराने हैं आजादी के पहले के भी, उस वक्त से ही और आजादी के बाद में भी लगातार गाते रहे हैं देशवासी भी, प्रदेशवासी भी और हर जगह गूंजते हैं जब ये गाए जाते हैं तो। आपने देखा होगा कि ये जो तराने हैं, इनमें तमाम भावनाएं रहती हैं, संविधान की रक्षा की रहती है, सभी धर्म, सभी पंथ सभी मिलकर प्रेम से, भाईचारे से, प्यार से, मोहब्बत से रहें वो भावना रहती है, देश की आजादी के अंदर जो भी सेक्रिफाइजेज हुए, त्याग हुए, बलिदान हुए, वो भावनाएं रहती हैं, नई पीढ़ी से अगर ये भावना हम इन बच्चों के ज़ेहन में रखेंगे, ये आत्मसात करेंगे, कल आने वाले भारत का भविष्य यही हैं। आज सौभाग्य से 3/4 से ज्यादा नौजवानों का देश है, उनके कंधों पर भार है कल के भारत का, इसलिए इस प्रकार से प्रोग्राम जो शिक्षा विभाग ने और आर्ट एंड कल्चर विभाग ने मिलकर किया है, उसके लिए मैं डॉ. बीडी कल्ला जी को, जाहिदा जी को बधाई देता हूं और मुझे खुशी है कि इस कार्यक्रम के माध्यम से 1 करोड़ बच्चों को एकसाथ तराने राष्ट्रगीत गाने का अवसर मिला, मैं समझता हूं कि एक और एक फिज़ा बनेगी प्रदेश के अंदर। हम चाहते हैं कि हमारा प्रदेश जो है तरक्की करे, विकास के मार्ग पर लगातार बढ़ता रहे, प्रदेशवासी हिंदू हों, मुस्लिम हों, सिख हो, ईसाई हो, पारसी हो, जैन हो, तमाम लोग आपस में प्रेम से, भाईचारे से रहें क्योंकि सरकार की सोच है कि जहां शांति-भाईचारा होता है वहीं विकास होता है, जहां झगड़े होते हैं परिवार में, गांव में, प्रदेश में, देश में, विकास ठप्प हो जाता है, ये हमारी सोच रही है। हम चाहते हैं कि संवेदनशीलस, पारदर्शी और जवाबदेह प्रशासन दें और तमाम प्रदेश के अंदर हम लोग किस प्रकार से सब लोग मिलकर इस तिरंगे की शान को ऊपर रखें, 13-14-15 तारीख को घर-घर झंडा लगाने का अभियान का भी आह्वान किया गया है प्रधानमंत्री जी द्वारा भी, हम सबके द्वारा भी, हम चाहेंगे कि वो एक ऐसा अवसर है कि हम सब अपने घरों पर तिरंगा लहराएं, एक मैसेज दें देश को, दुनिया को कि हिंदुस्तान के अंदर जज्बा है आजादी के अमृत महोत्सव का, जिस रूप में आजादी हमें हासिल हुई है महात्मा गांधी के सानिध्य के अंदर, पंडित जवाहर लाल नेहरू, सरदार पटेल, मौलाना अबुल कलाम आजाद, डॉ. अंबेडकर ने संविधान बनाया, उनके पहले भी चंद्रशेखर, भगत सिंह, ये सब नौजवान थे, खुदीराम बोस कितनी कम उम्र में तो इन्होंने फांसी के फंदे को झूल लिया, तो हम कैसे भूल सकते हैं उन तमाम लोगों को, जो बड़े-बड़े फ्रीडम फाइटर्स थे, जिन्होंने मार्गदर्शन किया और देश आजाद हुआ, कुर्बानियां दीं, त्याग किए, बलिदान किए और 10-10 8-8 साल तक जेलों में बंद रहे पंडित नेहरू जैसे लोग, तब जाकर आजादी हमें मिली और 75 साल के दरमियान में, जब 1947 में देश आजाद हुआ तो सुईं भी बाहर से आती थी, आज यहां क्या नहीं है... आधुनिक भारत में देखें तो विज्ञान में, तकनीकी के अंदर, पानी, बिजली, शिक्षा, स्वास्थ्य, सड़कें, बड़े-बड़े संस्थान, आईआईटी-आईआईएम, एम्स, जो संस्थान दिख रहे हैं आपको, बड़े-बड़े बांध दिखते हैं, सिंचाई की सुविधाएं बढ़ी हैं, तमाम लंबी गाथा है इस 75 साल के सफ़र की उपलब्धियां हैं, इनको देश कैसे भूल सकता है? आज हम सेलिब्रेट कर रहे हैं अमृत महोत्सव, इसीलिए कर रहे हैं कि 75 साल में देश ने शानदार उपलब्धियां हासिल की हैं, जिसका लोहा देशवासी ही नहीं, दुनिया के मुल्क मानते हैं, दुनिया जानती है कि इस देश में लोकतंत्र कायम रहा है 75 साल के बाद में भी, जबकि पाकिस्तान में बार-बार सैनिकों का शासन हो गया, लोकतंत्र की हत्या हो गई, हमारे यहां चाहे प्रधानमंत्री हटते गए, हटते गए, सरकारें बदलती गईं, पर लोकतंत्र कायम रहा, ये गांधी की सोच थी, उस वक्त के नेताओं की सोच थी और जो संविधान निर्माता थे, उनकी सोच थी। आज हमें गर्व है कि उसके आधार पर देश एक व अखंड है। इंदिरा गांधी जी ने जान दे दी अपनी पर देश को टूटने नहीं दिया, खालिस्तान नहीं बनने दिया, राजीव गांधी शहीद हो गए, सरदार बेअंत सिंह जी शहीद हो गए, पर नेस्तेनाबूत कर दिया आतंकवाद को, ये वो मुल्क है जहां के नेता अपनी जान देना जानते हैं, पर देश एक रहे, अखंड रहे, सभी जाति, सभी धर्म, सभी भाषाएं बोलने वाले लोग, पूरे देश के लोग एकजुट रहें और देश के झंडे को, तिरंगे को फहराते हुए रखें, उसका मान-सम्मान कायम रहे देशवासियों के दिल-ओ-दिमाग के अंदर, यही भावना पूरे देशवासियों की है, आज बच्चों ने वही भावना प्रकट की है देश के सामने, प्रदेश के सामने, मुझे इस बात की खुशी है, मैं तमाम बच्चों को बहुत-बहुत आशीर्वाद देता हूं, मुबारकबाद देता हूं, उनके, उनके परिवार के उज्जवल भविष्य की कामना करता हूं, धन्यवाद, जय हिंद, धन्यवाद।

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