Shri Ashok Gehlot

Former Chief Minister of Rajasthan, MLA from Sardarpura

आईआईजीजे के नए हॉस्टल का लोकार्पण करने के बाद समारोह को सम्बोधित किया।

दिनांक
02/11/2019
स्थान
जयपुर


देश की अर्थव्यवस्था मंदी के दौर से गुजर रही है। उद्योग-धंधे ठप पड़े हैं। अकेले ऑटो सेक्टर में 10 लाख नौकरियां चली गई हैं। भय एवं हिंसा के माहौल के कारण निवेश प्रभावित हुआ है। ऐसे में मंदी के इस दौर में केन्द्र सरकार का यह दायित्व है कि अर्थव्यवस्था में सुधार लाने के लिए प्रभावी कदम उठाए।

डॉ. मनमोहन सिंह सरकार के समय पूरे विश्व में मंदी का दौर था और इसका असर भारत पर भी पड़ा लेकिन उस समय सरकार ने प्रभावी कदम उठाए और देश की अर्थव्यवस्था को मजबूती से थामे रखा।

आज युवाओं के पास रोजगार नहीं है लेकिन हर साल 2 करोड़ रोजगार पैदा करने का वादा करने वाले अब इसका जिक्र नहीं करते। यूपीए सरकार ने ‘वन नेशन-वन टैक्स‘ की अवधारणा पर जीएसटी का खाका तैयार किया था। उस समय विपक्ष ने इसका लगातार विरोध किया था, लेकिन सरकार में आने के बाद उन्होंने ही बिना किसी फुलप्रुफ सिस्टम के जीएसटी लागू कर दिया और कई टैक्स स्लैब बना दी। इसका परिणाम यह है कि आज भी जीएसटी काउन्सिल को बार-बार टैक्स स्लैब में बदलाव करना पड़ रहा है और इससे व्यापारी वर्ग दुखी है।

देशभर में जीएसटी संग्रहण में कमी आई है। राज्यों पर भी इसका प्रतिकूल असर पड़ रहा है। राजस्थान के हिस्से के स्टेट ग्रांट की राशि मिलाकर 7 हजार करोड़ रूपये केन्द्र से नहीं मिल पाए हैं, जिससे विकास कार्य बाधित हो रहे हैं। राज्य सरकार प्रदेश मेें निवेश को बढ़ावा देने के लिए हर संभव प्रयास कर रही है। राजस्थान खनिज सम्पदा से भरपूर राज्य है। इस सम्पदा का उचित दोहन हो सके इस दिशा में कदम उठाए जा रहे हैं। देश के 40 प्रतिशत तेल का उत्पादन राजस्थान में होता है। प्रदेश में रिफाइनरी के कार्य में तेजी आई है। इसके बनने से राजस्थान में रोजगार के बड़े अवसर भी उपलब्ध हो सकेंगे। उन्होंने कहा कि सिंगल विण्डो सिस्टम को और प्रभावी बनाने पर कार्य किया जा रहा है और साथ ही निवेश एवं प्रोत्साहन नीति भी जल्द ही लाई जाएगी।

आजादी के बाद से ही देश में सरकारों ने लोकतंत्र को मजबूती देने का काम किया है। लोकतंत्र में आम जनता की भूमिका भी अहम है और इस देश की जनता ने समय-समय पर अपनी समझ का परिचय दिया है। लोकतंत्र में विपक्ष की भूमिका भी कम नहीं होती और हमेशा सरकारें विपक्ष को साथ लेकर चलती हैं, आज के दौर में वो माहौल नहीं है। लोकतंत्र में असहमति का भी स्थान होता है लेकिन आज सरकार की नीतियों एवं फैसलों पर असहमति में उठने वाली आवाज को दबाने के प्रयास हो रहे हैं।
इण्डियन इंस्ट्यिूट ऑफ जैम्स एण्ड ज्वैलरी के नए हॉस्टल की तारीफ करते हुए कहा कि भवन काफी सुंदर एवं व्यवस्थित है। छात्रावास की सुविधा मिलने से बाहर से आने वाले छात्र-छात्राओं को अच्छे माहौल में प्रशिक्षण मिलेगा। जैम्स एवं ज्वैलरी सेक्टर को आगे बढ़ाने में राज्य सरकार हर संभव मदद करेगी। जयपुर में जैम बूर्स बनाने के लिए जैम्स एण्ड ज्वैलरी सेक्टर से जुड़े कारोबारी आगे बढ़कर संसाधन जुटाने के प्रयास करें।

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