Shri Ashok Gehlot

Former Chief Minister of Rajasthan, MLA from Sardarpura

भाजपा के पास कहने को कुछ नहीं : अशोक गहलोत

दिनांक
25/11/2013
स्थान
पुष्कर


हमारे महान नेता राहुल गांधीजी, हमारे प्रभारी महामंत्री गुरूदास कामत जी, डॉ0 सी.पी.जोशी साहब, सचिन पायलट जी, अन्य उपस्थित विधायकगण, उपस्थित बुजुर्गों, भाइयों और बहनों, नौजवान साथियों, मैं अपनी ओर से, आप सबकी ओर से हमारे महान नेता राहुल गांधीजी का हार्दिक स्वागत करता हूं। मुझे खुशी है कि लगातार राजस्थान के अंदर दौरे करके उन्होंने संदेश दिया है, जिसका जिक्र सी.पी.जोशीजी कर रहे थे कैसा भारत बने। जहां गरीब, गरीब नहीं रहे, पिछड़ा नहीं रहे, देश की तस्वीर विकसित राष्ट्र के रूप में हो, जिसका सपना राजीव गांधी ने देखा था और उन्होंने कहा था कि मुझे इस मुल्क को ट्वेन्टी फस्र्ट सेंचुरी में ले जाना है।

मुझे खुशी है कि चुनाव के मौके पर आप इतनी बड़ी तादाद में जो यहां पधारे हो, यह इस बात का प्रतीक है कि सरकार ने जो 5 साल तक काम किये, उस पर आप मोहर लगाने आये हैं और एक तारीख को चुनाव में आप एक बार पुनः हमारे उम्मीदवारों को आशीर्वाद देंगे, कांग्रेस को कामयाब करेंगे और पुनः सरकार बनायेंगे। जिससे कि जो नीतियां, जो कार्यक्रम हम लोगों ने आप लोगों के लिये लागू किये हैं, पानी की योजनाएं हों, चाहे बिजली की हों, शिक्षा के क्षेत्र में हो, चाहे स्वास्थ्य के क्षेत्र में हो, सड़कों का जाल बिछाया हो, चाहे वह सामाजिक सुरक्षा की योजनाएं दी हो आप लोगों को, वह और मजबूत हो सके। आने वाले वक्त में और ज्यादा राजस्थान तेज गति से प्रगति कर सके।

यह व्यवस्था हमने कर ली है खजाना भरकर। खजाना भरा है व्यापारियों से, टैक्स देने वालों से, उद्यमियों से। हमने नीतियां ऎसी बनाई हैं जिससे राजस्थान में चारों और इन्वेस्टमेंट आया है 50 हजार करोड़ का। देश व दुनिया की बड़ी-बड़ी कम्पनियों ने आकर इंडस्ट्री लगाई है। राजस्थान के अंदर तेल निकल गया है, गैस निकल गयी है। इस प्रकार से वित्तीय प्रबन्धन शानदार किया। इसी कारण से पिछली सरकार के वक्त में करीब 15 हजार करोड़ का बजट हुआ करता था। अब आपको जानकर खुशी होगी कि तमाम योजनाएं, जो आप देख रहे हो, यह इसलिये संभव हुई, क्योंकि हमने 40 हजार 500 करोड़ का बजट पेश करके पास करवाया है।

इसलिये आपको चिन्ता करनी नहीं है। राजस्थान देश के 10 राज्य, जो पिछड़े कहलाते हैं, सबसे कम विकसित हैं, राजस्थान उसमें एक है, मध्य प्रदेश भी है, छत्तीसगढ़ भी है, उड़ीसा भी है, तो आपको जानकर खुशी होगी कि 10 राज्यों में राजस्थान टॉप पर आ गया है, यह मैं कहना चाहता हूं। अगली श्रेणी में छलांग लगाने की मजबूत स्थिति में आ चुका है। उसी प्रकार से राजस्थान में विकास के काम हो रहे हैं, उद्योग लग रहे हैं, गैस-तेल निकल रहा है। रिफाइनरी का आपने सुना ही होगा। 38 हजार करोड़ से रिफाइनरी आ रही है। रेल कोच फैक्टरी लग रही है भीलवाड़ा के अंदर। जयपुर के अंदर मैट्रो आ रही है। अनेकों काम गिनाने को हैं। अजमेर में भी विकास की कोई कमी रही नहीं है सब क्षेत्रों के अंदर।

इसलिये मैं आपको कहना चाहूंगा कि विपक्षी की पार्टी जो बौखलाहट में भाषण दे रही है, उनके पास में कोई तर्क नहीं है तुलना करने के लिये, कि हमने क्या किया और कांग्रेस के राज ने क्या किया। क्योंकि उनके पास में कहने को कुछ नहीं है। उनके राज में गोलियां चलीं, 90 लोग मारे गये। पिछली बार पुलिस की गोली चली। आप सबको मालूम है क्या-क्या नहीं हुआ? करप्शन की तो हदें पार कर गयीं और इस बार पांच साल में पानी के लिये आन्दोलन हुए। इस बार भी गोली चलना छोड़ो, हमने किसानों पर, गुर्जर समाज भी रेल पटरियों पर बैठ गये थे, धरने दिये। हमने लाठीचार्ज तक नहीं किया, ना होने दिया। और इस प्रकार से संदेश से, प्यार-मोहब्बत से, क्योंकि लोकतंत्र में कायदा होता है, धरने-प्रदर्शन होते हैं, काले झण्डे दिखाते हैं। महात्मा गांधी, पंडित नेहरू, मौलाना आजाद, सरदार पटेल के जमाने का दिया हुआ है, इसमें जनता अपनी बात कहती है, हमारी जिम्मेवारी है कि हम उनकी सुनवाई करके बात करें, समझाइश करें, समस्या का समाधान होता हैं और हिंसा नहीं होती है।

उनके राज में जब वसुन्धरा जी को कहा गया कि किसान लोग पानी मांग रहे हैं घड़साना-रावला के अंदर, कहा यह सब गुण्डे लोग है, असामाजिक तत्व हैं, पानी की कोई समस्या नहीं। भड़का दिया और 6-7 लोग मारे गये। टोंक-सोहेला में मारे गये थे। सब इतिहास आपको मालूम है। ऎसा कुशासन था वह। यह कुशासन दिया उन्होंने आपको। तमाम वर्गों को, जो संभव था उनके कल्याण के लिये हमने योजनाएं बनाईं, राजस्थान का चहुमुखी विकास किया। मुझे दुःख इस बात का होता है कि उन्होंने बौखलाहट के अंदर वसुन्धरा जी बोलती हैं कि यह दवा नहीं जहर पिला रही है। आप कल्पना करो यह जहर है। जहर नहीं है यह। आप सोच सकते हो जो इस प्रकार के गुमराह करने वाले जुमले बोले जा रहे हैं। पेंशन हमने दी है बुजुर्गों को, निःशक्तजनों को, विधवाओं को, सम्मान पेंशन है वह। विदेशों में तो 50 साल पहले से मिलती है।

आज हमारी स्थिति ऎसी बनी हुई है कि खजाना भरा है इसलिये हम आपको देने की स्थिति में आये हैं। और वह कह रही हैं कि सरकार रेवड़ियां बांट रही हैं बुजुर्गों को, यह रेवड़ियां है? रेवड़ियां तो मिलती है ब्यावर के अंदर। आप सोच सकते हो जो इस प्रकार की भाषा काम लेकर जो बेइज्जती करना चाहती है आप लोगों की। इस प्रकार से शब्दों का जाल बिछाकर आम-अवाम की बेइज्जती की जा रही है, रेवड़ियां बांटने के नाम पर, मैं समझता हूं आपको समझ जाना चाहिये कि उनकी सोच क्या है। आप समझ सकते हो किस प्रकार के जुमले हैं। कहीं मास्टर नहीं है, कहीं डॉक्टर नहीं है, कही नर्स नहीं है, बिल्कुल ठीक है। पूरे मुल्क के हर राज्य में यह कमी रहती है, चाहे किसी पार्टी की सरकार हो। पर राजस्थान में सबसे कम कमी है। इस रूप में हमने सुशासन देने का प्रयास किया।

हमने कहा संवेदनशील, पारदर्शी और जवाबदेह सरकार देंगे। वही सरकार हमने दी है। लम्बी कहानी है। अभी वक्त नहीं है, चुनाव में अभी मीटिंग में जाना है जोधपुर में अभी। मैं आपको इतना ही कहना चाहूंगा इस बार मेनीफेस्टो लेकर आये थे। उसमें मैंने कहा है संवेदनशील, पारदर्शी और जवाबदेह सरकार देंगे, सुशासन देंगे और जीरो डिस्कि्रप्शन, जीरो करप्शन और जीरो हरेश्मेंट आधारित सरकार चलेगी। इस भावना के साथ में हमने इस मेनीफेस्टो को आपके सामने पेश किया है।

मैं आपको आह्वान करना चाहूंगा आप खुद देखेंगे, सरकार वापस बनाओ। कोई कमी आपने देखी होगी, प्रशासन में देखी होगी, परेशानियां झेली होगी, जो हर सरकार के वक्त में होती है, और हमने मेनीफेस्टो में लिख दिया है जीरो हरेश्मेंट। हरेश्मेंट नहीं हो, करप्शन नहीं हो। इसके लिये सोनिया गांधीजी ने हम लोगों को पहले ही कह दिया था इसलिये सारे मंत्रियों के, मुख्य मंत्री के सारे डिस्कि्रमिनेशन पॉवर खत्म कर दिये राजस्थान के अंदर। इस रूप में हम चाहेंगे आपको सुशासन दें। इसलिये मैं अन्त में कहना चाहूंगा मेनीफेस्टो इम्प्लीमेंटेंशन कमेटी बनाने का भी हमने प्रावधान किया है जिससे कि रेगुलर मोनिटरिंग हो सके।

इसलिये मैं आपको आह्वान करूंगा कि चुनाव महत्वपूर्ण है। योजनाएं, हमारी पिछली बार सरकार चली गयी थीं वरना जो काम अभी आपने देखे हैं पेंशन के भी, दवाइयों के भी, सोशल सिक्योरिटी के भी, हो सकता है कई काम दिल्ली में सोनिया गांधीजी ने सरकार बनाई यूपीए की, खुद प्रधान मंत्री नहीं बनी, डॉ0 मनमोहन सिंहजी को बनाया प्रधान मंत्री। नई नीतियां लागू हुईं तो रेवेन्यू बढ़ गयी केन्द्र की भी, राज्यों की भी। जो पहले संकट था, वह संकट नहीं रहा। अगर आप पुनः सरकार बनाते हैं तो आप आज जो योजनाएं देख रहे हो इन पांच साल में, इनमें से अधिकांश योजनाएं उस वक्त में भी लागू हो सकती थीं। इसलिये मैं कहना चाहूंगा कि इस बार गलती नहीं हो और जो हमारी योजनाएं हैं, वह और ज्यादा मजबूत हों, विकास तेज गति से आगे बढ़े। यही मैं आपको आह्वान करना चाहता हूं।

इसलिये मैं आपको निवेदन करूंगा कि मेनीफेस्टो में हमने कई बातें लिखी हैं। आपने मेनीफेस्टो का अखबार में पढ़ा होगा। मैं आपको कहना चाहूंगा अभी तो एक रूपये किलो गेहूं दिया है गरीबों को साढ़े चार साल तक। अभी भारत सरकार का फूड सिक्योरिटी एक्ट आ गया, आपको एक रूपये किलो बाजरा-मक्का मिलेगा, दो रूपये किलो गेहूं और तीन रूपये किलो चावल। राजस्थान वह राज्य है देश में, जिसमें मिलने लग गया है। स्कीम लागू हो गयी है और खुशी की बात यह है हमने मेनीफेस्टो में लिखा है। आप सरकार बनायें। हम चाहेंगे पैसे वाले लोग, जो इनकम टैक्स देते हैं उनको छोड़कर बाकी सब लोगों को, एपीएल, बीपीएल को 35 किलो गेहूं निःशुल्क मिलेगा, यह मैं निवेदन करना चाहता हूं।

इस रूप में नई नई योजनाएं आयेंगी। नया राजस्थान, विकसित राजस्थान बनेगा। अंत में फिर यही कहना चाहूंगा कि यह जो लफ्फाजी हो रही है, जिन्होंने जमकर करप्शन किया देश के अंदर, वह मुझे अफसोस होता है कि वह करप्शन हटाने की बात करते हैं। यह एजेण्डा हमारा है, राजीव गांधी का है। जब बम्बई के अधिवेशन में उन्होंने कहा था कि पॉवर ब्रोकर को समाप्त करेंगे, सत्ता के दलालों को समाप्त करेंगे। एजेण्डा हमारा है। सोनिया गांधीजी ने बुराड़ी अधिवेशन में पांच सूत्र दिये देश को, उसकी चर्चा कोई नहीं कर रहा है। दुःख इस बात का होता है जिन्होंने करप्शन किया है, वह लोग आज गुमराह करना चाहते हैं। इसलिये कृपा करके आप लोग सावधान रहें। उनकी कथनी और करनी में अन्तर है। उनकी नीति और नियत एक नहीं है। हम सब मिलकर राजस्थान का विकास करेंगे। यही बात कहता हुआ मेरी बात समाप्त करता हूं। धन्यवाद।

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