Shri Ashok Gehlot

Former Chief Minister of Rajasthan, MLA from Sardarpura

जायल में महत्वाकांक्षी पेयजल योजना का शिलान्यास


श्रीमती सोनिया गांधी ने राज्य सरकार के कार्यों को सराहा
नागौर जिले को मिलेगा हिमालय का मीठा पानी
महिलाओं को रोड़वेज बसों के किराये में तीस फीसदी की छूट, जायल में कॉलेज
-मुख्यमंत्री


जयपुर, 20 जून। राष्ट्रीय सलाहकार परिषद की अध्यक्ष श्रीमती सोनिया गांधी ने कहा है कि मुख्यमंत्री श्री अशोक गहलोत के नेतृत्व में राजस्थान सरकार अच्छा कार्य कर रही है और प्रदेश तेजी से प्रगति कर रहा है। ग्रामीण क्षेत्रों में पेयजल आपूर्ति के लिए राजस्थान सरकार का आज का यह महत्वपूर्ण कदम है और इस योजना के पूर्ण होने से नागौर जिले को मीठा पानी मिलने लगेगा।



श्रीमती सोनिया गांधी आज नागौर जिला मुख्यालय से लगभग 50 किलोमीटर जायल में राजस्थान ग्रामीण पेयजल और फ्लोराईड निराकरण परियोजना के तहत देश की सबसे बड़ी ग्रामीण पेयजल परियोजना के आधारशिला रखने के पश्चात आयोजित विशाल जनसभा को संबोधित कर रही थीं। उन्होंने कहा कि आने वाले समय में इस जिले के घर-घर तक इंदिरा गांधी नहर का मीठा पानी पहुंचने लगेगा।

उन्होंने कहा कि नागौर जिले में हमेशा से पीने के पानी की दिकत रही है और खारे पानी से आम लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ता था। अब ये मुश्किलें दूर हो जाएंगी और मेरी बहनों को इस समस्या से निजात मिलेगा। उन्होंने यह भी कहा कि पुराने समय में राजस्थान के कईं ऎसे क्षेत्रों में जहां पीने के पानी की समस्या होती थीं, वहां नागरिक अपनी बेटियां देना पसंद नहीं करते थे लेकिन अब स्थिति पूरी तरह से बदल चुकी है।

श्रीमती गांधी ने कहा कि वर्षा की कमी के कारण राजस्थान असर अकाल को झेलता रहा है लेकिन यहां की बहादुर जनता ने साथ देकर इस चुनौती का सामना किया है। सभी को पानी चाहिए और भूमिगत पानी सभी क्षेत्रों में पहुंचाने से भूमि का जल स्तर भी नीचे चला गया है। राजस्थान के सौ से अधिक शहरों और 18 हजार से अधिक गांवों को पीने का पानी मुहैया करवाया गया है।

राष्ट्रीय सलाहकार परिषद की अध्यक्षा ने मुख्यमंत्री श्री अशोक गहलोत तथा अन्य सभी संबंधित से कहा कि वे इस परियोजना को सही समय पर पूरा कर यहां की जनता की प्यास बुझाएंगे और महिलाओं को होने वाली समस्याओं से निजात दिलवाएंगे।

श्रीमती गांधी ने कहा कि राजस्थान में अनेक नईं योजनाएं शुरू की गई हैं जिनका सीधा लाभ आम लोगों को मिलने लगा है इससे समाज के जनजीवन में क्रांतिकारी बदलाव लाने की कोशिश हुई है। कुछ योजनाएं ऎसी मिसाल बन गई हैं जो प्रत्येक व्यति से जुड़ी हुई हैं।

उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री डॉ मनमोहन सिंह के नेतृत्व में केन्द्र सरकार अभूतपूर्व कार्य कर रही है। जनता की भलाई को ध्यान में रखकर विभिन्न योजनाएं प्रारम्भ की गई हैं। महिलाओं को जहां आत्मनिर्भर बनाने के प्रयास किए गए हैं, वहीं दलितों, पिछडे़ वर्ग के लोगों, किसानों को मजबूत बनाने का प्रयास किया गया है। उन्होंने विश्वास जताया कि देश की सबसे बड़ी यह ग्रामीण पेयजल योजना जो नागौर जिले की प्यास बुझाएगी, के कार्य तय समय सीमा पर पूरे होंगे। इतना ही नहीं, आने वाले समय में राजस्थान को पानी की समस्या से मुति भी मिलेगी। उन्होंने बताया कि पेयजल जैसी योजनाओं को पूरा करने से बहुत पुण्य मिलता है।

श्रीमती गांधी ने कहा कि किसानों को उनकी जमीन का सही मुआवजा मिले, इसके लिए नया भूमि अधिग्रहण विधेयक संसद में पेश किया गया है। देश का कोई भी व्यति भूखा न रहे, इसके लिए खाद्य सुरक्षा बिल भी लाया जा रहा है।

मुख्यमंत्री श्री अशोक गहलोत ने समारोह की अध्यक्षता करते हुए जायल में आज आयोजित जनसभा में विशाल जनसमूह को देखकर प्रसन्नता व्यत की और घोषणा की कि राजस्थान की महिलाओं को सशत बनाने के लिए इस सरकार द्वारा किए जा रहे प्रयासों की श्रृंखला में अब रोड़वेज की बसों में महिलाओं को टिकट पर तीस प्रतिशत की किराए में छूट मिलेगी। इसके लिए राज्य सरकार रोड़वेज को सौ करोड़ रुपये उपलध करवाएगी।

मुख्यमंत्री ने कहा कि श्रीमती सोनिया गांधी ने भी जायल में अपार जनसमूह को देखकर यहां की जनता की मांग के अनुरूप घोषणा करने को कहा है, इसलिए जायल में राजकीय महाविद्यालय खोला जाएगा।

मुख्यमंत्री ने राष्ट्रीय सलाहकार परिषद की अध्यक्ष श्रीमती सोनिया गांधी का प्रदेश की जनता की ओर से स्वागत करते हुए कहा कि आज की यह जनसभा नागौर की नहीं बल्कि राजस्थान की ऎतिहासिक जनसभा है। इस नागौर भूमि के लिए मीठे पानी की कल्पना करना ही दूभर था और आज श्रीमती गांधी के करकमलों से इस जिले की जनता का यह सपना साकार करने की आधारशिला रखी गई है। राजस्थान में हिमालय का मीठा पानी लाने की शुरूआत श्री राजीव गांधी ने की और जोधपुर में इंदिरा गांधी नहर का पानी लाकर इसे चरितार्थ करके दिखाया। दूसरे चरण में तीन हजार करोड़ की लागत की नागौर जिले की यह योजना प्रारम्भ की जा रही है। इसके लिए राज्य सरकार कर्ज लेकर कार्य करवा रही है। भीलवाड़ा, जयपुर, नावां, बाड़मेर, हनुमानगढ़, भरतपुर सहित चारों तरफ सतही मीठा जल पहुंचाने के लिए बड़े-बड़े बांधों का निर्माण किया जा रहा है। साढ़े नौ हजार करोड़ रुपये की विभिन्न परियेाजनाएं समयबद्ध तरीके से पूर्ण की जा रही हैं।

श्री गहलोत ने कहा कि राज्य सरकार ने जो वायदे जनता से किए थे, सभी पूरे किए जा रहे हैं। किसानों के लिए बिजली के दाम नहीं बढ़ाए गए हैं। राज्य सरकार द्वारा बिजली कंपनियों को इसके लिए 5 हजार करोड़ रुपये की राशि दी गई है। सामाजिक सुरक्षा की विभिन्न योजनाओं को शुरू कर गरीब, पिछड़े और जरूरतमंद लोगों के जीवन स्तर को ऊपर उठाने के कार्य किए जा रहे हैं। इंदिरा गांधी आवास योजना के साथ-साथ मुख्यमंत्री बीपीएल ग्रामीण आवास योजना, विभिन्न पेंशन योजनाएं तथा याज मुत ऋण योजना प्रारम्भ की गई है। श्रीमती सोनिया गांधी के नेतृत्व में अधिकारों का युग शुरू हो गया है। प्रधानमंत्री डॉ मनमोहन सिंह ने आर्थिक सुधारों के लिए अनेक कदम उठाए हैं।

मुख्यमंत्री ने राज्य सरकार द्वारा प्रारम्भ की गई विभिन्न नईं योजनाओं की भी विस्तार से जानकारी दी। इसमें राजीव गांधी डिजीटल विद्यार्थी योजना, मुख्यमंत्री पशुधन निःशुल्क दवा योजना, मुख्यमंत्री निःशुल्क दवा एवं जांच योजना, अन्न सुरक्षा योजनाएं प्रमुख हैं। युवाओं के कौशल को विकसित करने के लिए 150 करोड़ रुपये खर्च करके उन्हें प्रशिक्षण देने का कार्य भी प्रारम्भ किया गया है। उन्होंने कहा कि प्रदेश में अब कन्याओं के जन्म लेने पर इकीस सौ रुपये की राशि दी जा रही है।

जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी तथा सूचना एवं जनसंपर्क मंत्री डॉ. जितेन्द्र सिंह ने कहा कि मारवाड़ की धरती के लिए आज का यह दिन ऎतिहासिक दिन है जब श्रीमती सोनिया गांधी भागीरथ बनकर यहां आईं और हिमालय का मीठा पानी लाई हैं। आने वाले समय में इस क्षेत्र की जनता को खारे पानी से निजात मिलकर मीठा पानी मिलेगा। राज्य में बीस हजार करोड़ रुपये की लागत की विभिन्न पेयजल परियोजनाएं चल रही हैं तथा बीस हजार हैण्डपम्प ग्रामीण क्षेत्रों में पीने के पानी के आधार बने हुए हैं। इस वित्तीय वर्ष के बजट में मुख्यमंत्री ने पेयजल परियोजनाओं के लिए साढ़े सात हजार रुपये की राशि आवंटित की है। उन्होंने प्रसन्नता व्यत की कि देश की सबसे बड़ी ग्रामीण पेयजल परियोजना का शिलान्यास श्रीमती सोनिया गांधी के द्वारा हुआ है। उन्होंने कहा कि जब तक हिमालय रहेगा तब तक नागौर जिले को मीठा पानी मिलता रहेगा।

नागौर सांसद डॉ ज्योति मिर्धा ने कहा कि श्रीमती सोनिया गांधी नागौर जिले में तीसरी बार आई हैं तथा इनके आने से इस क्षेत्र के विकास को अभूतपूर्व गति मिली है। श्री राहुल गांधी भी जायल में आए। श्रीमती गांधी की आज की यह सौगात नागौर जिले के लिए सबसे महत्वपूर्ण है जिसमें पूरे जिले को खारे पानी से छुटकारा मिलेगा और आने वाले समय में घर-घर में मीठा पानी मुहैया होने लगेगा। उन्होंने यह भी कहा कि उनके पैदा होने से पहले से ही इस जिले की खारे पानी की समस्या है और वे जब से समझने लगी हैं, पेयजल की समस्या यहां की रही है। आज उन्हें बहुत प्रसन्नता है कि इस समस्या का समाधान करने के लिए 3 हजार करोड़ रुपये की परियोजना की आधारशिला श्रीमती गांधी ने रखी है। उन्होंने इस मौके पर उपस्थित अपार जनसमूह के प्रति आभार व्यत करते हुए मुख्यमंत्री श्री अशोक गहलोत से अनुरोध किया कि यहां के युवाओं की अभूतपूर्व उपस्थिति को देखकर जायल में महाविद्यालय खोलने की घोषणा की जाए तो उपयुत होगा।

महिला एवं बाल विकास राज्य मंत्री श्रीमती मंजू देवी मेघवाल ने सभी के प्रति आभार व्यक्त किया। कार्यक्रम का संचालन जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग के प्रमुख शासन सचिव श्री पुरूषोतम अग्रवाल ने किया।

राष्ट्रीय सलाहकार परिषद की अध्यक्ष श्रीमती सोनिया गांधी ने रिमोट का बटन दबाकर शिलालेख पट्ट का अनावरण किया। प्रारम्भ में मुख्यमंत्री श्री अशोक गहलोत ने शॉल ओढ़ाकर श्रीमती सोनिया गांधी का स्वागत किया तथा जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी मंत्री डॉ. जितेन्द्र सिंह ने उन्हें स्मृति चिन्ह भेंट किया। इस मौके पर श्रीमती गांधी के साथ मंच पर पूर्व मंत्री डॉ चंद्रभान, डॉ. सी पी जोशी, गुरूदास कामथ, श्री चौधरी वीरेन्द्र सिंह तथा राजसमंद सांसद श्री गोपाल सिंह इड़वा मौजूद थे।

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