Talked to media in Kota | February 14 :
दिनांक
14/02/2023 |
स्थान
kota
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ये समझ के परे है, जिस प्रकार के छापे पड़ रहे हैं ईडी, इनकम टैक्स, सीबीआई के, ये चाहते क्या हैं एनडीए गवर्नमेंट वाले? ये समझ के परे है। पूरे देश के अंदर जो माहौल बना है, भय का, डर का, तनाव का, वो तो एक अलग बात है, जिसके लिए राहुल गांधी जी को भारत जोड़ो यात्रा करनी पड़ी। महंगाई, बेरोजगारी और प्यार, मोहब्बत, भाईचारा हो देश के अंदर और गरीबी-अमीरी के बीच में ज्यादा गैप नहीं हो और ये जो छापे पड़ते हैं इनकम टैक्स, ईडी, सीबीआई, टारगेट करके कर रहे हैं, चुनाव जहां-जहां हैं वहां ये जाते हैं, तो ये टारगेट करके छापे डालते हैं, इन्होंने तीनों एजेंसियों को जिस प्रकार से प्रभावित कर रखा है, ये किसी भी कीमत पर उचित नहीं कहा जा सकता। एजेंसियां सारी इंडिपेंडेंट होनी चाहिए, निष्पक्ष होनी चाहिए, दुर्भाग्य से सभी एजेंसियां इनके दबाव में कार्य कर रही हैं, इवन ज्यूडिशियरी भी, ज्यूडिशियरी भी, कई फैसले ऐसे आ रहे हैं पिछले सालों में कि लोग आश्चर्य कर रहे हैं कि ये हो क्या रहा है देश के अंदर ? चिंता का विषय बना हुआ है कि देश किस दिशा में जाएगा इस प्रकार? अब बीबीसी पर हमला किया है, बीबीसी की क्रेडिबिलिटी एक्स्ट्रा ऑर्डिनरी है देश में और दुनिया के अंदर, एक्स्ट्रा ऑर्डिनरी है ये, आज भी गांवों के लोग जो हैं वो बीबीसी सुनते हैं और ये कहते हैं कि हां, बीबीसी में न्यूज आ गई। मैं यहां 40 साल से देख रहा हूं, बीबीसी में रेडियो न्यूज हो, चाहे अब टीवी में आने लग गई, तो आज भी लोगों में उसकी क्रेडिबिलिटी है, कारण बताना चाहिए देशवासियों को कि भई आपने बीबीसी जैसी संस्था को भी आपने टारगेट क्यों बनाया है? देशवासियों को विश्वास में लेना चाहिए, वरना पूरे देश की मैं समझता हूं कि बदनामी सरकार की भी होगी दुनिया के अंदर, मेरा मानना है, पता नहीं एक्चुअल में क्या कारण है हुआ, कारण स्पष्ट करना चाहिए।