जोधपुर में मीडिया से बातचीत
दिनांक
21/11/2025 |
स्थान
जोधपुर
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जोधपुर में मीडिया से बातचीत की :
प्रदेश में चल रहे एसआईआर के संदर्भ में पूछे गए प्रश्न का उत्तर :
मेरी दृष्टि में प्रारंभ से ही चुनाव आयोग का रवैया ठीक नहीं रहा है। ये ऐसे इंपॉर्टेंट काम होते हैं, चुनाव आयोग पर पूरा लोकतंत्र कायम रहता है। निष्पक्ष चुनाव हों और वोटर लिस्ट बिल्कुल सही बनें, फर्जी वोट उसमें नहीं हो, असली वोट बाहर नहीं रहे, यही तो होता है पर जिस प्रकार का रवैया इन्होंने दिखाया जब राहुल गांधी जी ने इनको सूचना दी कि भई मेरी दृष्टि के अंदर मैंने जांच करवाई है, आप तो इलेक्ट्रॉनिक फॉर्मेट दे नहीं रहे हो जिससे ऑटोमेटिकली मालूम पड़ता है कि कौन सा वोट डबल आया हुआ है, तो मैं आपको सूचित कर रहा हूं ,एक लाख दो सौ पचास वोट जो हैं ये फर्जी बने हुए हैं। चुनाव आयोग को खाली इतना ही कहना था कि जांच करवा देते हैं और कुछ नहीं कहना था। अपने आप ही जांच होती महीने भर, बीस दिन में और परिणाम बता देते, भाई इसमें ये गलती है, ये गलती नहीं है, खत्म हो गई बात।
पर जो रवैया अडॉप्ट किया कि आप एफिडेविट दे दीजिए, उसके बाद में आप बार-बार उल्टा आरोप लगा रहे हो, कभी भी ब्यूरोक्रेट जो होता है, चुनाव आयोग होते हैं, पॉलिटिकल लीडर जो होते हैं, विपक्ष है सत्ता के, उनको इस प्रकार जवाब नहीं देते हैं। वो अपनी बात कहेंगे डेमोक्रेसी के अंदर, आपकी ड्यूटी है आप अपना धर्म निभाओ, कर्तव्य पूरा करो, कोई बात नहीं होती।
इतना अविश्वास हो चुका है। बिहार में चुनाव परिणाम आए, राजस्थान में हमारी सभी स्कीमें रोक दी, चाहे वो मोबाइल फोन की हो, पेंशन हो बुजुर्गों की, विधवाओं की, दिव्यांगों की , वो रोक दी। जो थैला बंटता था खाने-पीने के सामान का, बंद कर दिया। सब स्कीम हमारी बंद कर दी और बिहार के अंदर चुनाव चल रहा है, पोलिंग हो रही है, उस दिन तक पैसा जा रहा है, पेंशन का भी जा रहा है। वहां एक-दो योजना और है, वो पैसा भी जा रहा था। पेंशन ग्यारह सौ रुपए कर दी, वो भी जा रहा था। दस हजार रुपए दिए जा रहे थे महिलाओं को , एक महिला को दस हजार का मतलब पूरे परिवार को प्रभावित करना होता है। ये मामला चलता रहा और चुनाव आयोग आंखें मूंद कर बैठा रहा। ये जो स्थिति बनी है।
इसलिए अब जो एसआईआर की शुरुआत करी है बारह राज्यों में, यूपी में क्यों नहीं करी? और सुप्रीम कोर्ट में केस चल रहा है एसआईआर का, आप थोड़ा इंतजार करते। सुप्रीम कोर्ट में सब जूडिश केस है और आपने शुरुआत कर दी। इसमें आपकी नीयत की खोट लगती है, इसलिए पूरे देश के लोगों में आक्रोश भी है, गुस्सा भी है और चुनाव आयोग पर अविश्वास पैदा हो गया है। यह उचित नहीं है।
जितनी हमारी एजेंसी हैं ज्यूडिशरी हो, चाहे वो सीबीआई, इनकम टैक्स, ईडी हो, चाहे वो चुनाव आयोग हो ,ये देश की महत्वपूर्ण एजेंसियां हैं देश हित में। पर जिस प्रकार का रवैया सभी एजेंसियों ने अडॉप्ट कर रखा है, उससे देश में सरकार के प्रति भी अविश्वास पैदा हो गया है। यह स्थिति बन गई।
वोट चोर की बात क्यों कही गई? वोट चोर, गद्दी छोड़ का नारा क्यों लगाया गया? ये जो डाउट क्रिएट हो गए, इसलिए इस प्रकार नौबत आ गई। तो डेमोक्रेसी में मैं समझता हूं कि जो नॉर्म्स हैं उनको फॉलो करना आवश्यक है।
संविधान निर्माता डॉक्टर अम्बेडकर ने क्या कहा था? उसके अकॉर्डिंग टू चलेगा तो देश एक रहेगा, अखंड रहेगा। धर्म के नाम पर आप डिवाइड करो देश को , क्या चाहते हो आप? पूरा मुल्क एक रहे, अखंड रहे। इसके लिए इंदिरा गांधी जी ने जान दी थी, पर खालिस्तान नहीं बनने दिया। राजीव गांधी शहीद हो गए और ये लोग परवाह ही नहीं कर रहे हैं। पता नहीं किस दिशा में ले जाएंगे देश को। ये चिंता हम सबको, नागरिकों को भी होनी चाहिए।
बिना नागरिकों के सहयोग के खाली विपक्ष के नेता राहुल गांधी जी अकेले बोल रहे हैं,उससे कुछ नहीं होने वाला। वो खुद ही कह रहे हैं कि भई जो देश की आने वाली पीढ़ी है, उनके जहन में आनी चाहिए कि किस प्रकार के फैसले हो रहे हैं। ये स्थिति है।
मुख्य सचिव के बदले जाने से संबंधित प्रश्न का जवाब :
चीफ सेक्रेटरी बदल गए, वो तो अच्छी बात है, पर कांग्रेस पार्टी अंता में बहुत भारी बहुमत से चुनाव जीती है, उससे सरकार की, मुख्यमंत्री जी की आंखें खुलनी चाहिए कि बार-बार जो मैं उनको आगाह कर रहा हूं, चेता रहा हूं, वो समझ नहीं पा रहे हैं। हम विपक्ष में जरूर हैं, पर हम चाहेंगे कि गुड गवर्नेंस हो, अच्छी सरकार चले, जनता का भला हो और विकास के काम हों ये हमारी नीयत रहेगी। तो हम तो चाहते हैं कि बार-बार इनको आगाह करें कि आपकी स्थिति अच्छी नहीं है। आप किसी काम में देख लो राजस्थान के अंदर, आपको एक ही बात मिलेगी कि किसके पास जाएं, सुनवाई नहीं होती हमारी।
पिछली गवर्नमेंट कामों को याद करते हैं, ये तो तथ्य है सबके सामने, तब भी समझ नहीं पा रहे हैं। अब झटका जो इनको लगा चुनाव में, अब तो समझना चाहिए। कानून व्यवस्था की स्थिति बिगड़ रही है, रोज एक्सीडेंट हो रहे हैं, डिपार्टमेंट वाले कोई परवाह नहीं कर रहे, रेप हो रहे हैं, डकैती हो रही है और मर्डर हो रहे हैं। और बाकी स्थिति ऐसी है कि जोधपुर को देख लीजिए मैं अलग से प्रेस कॉन्फ्रेंस करूंगा यहां पर कि जो हमारी बिल्डिंग है, खड़ी है, मैंने जाकर पत्र लिखा मुख्यमंत्री जी को देखने के बाद में। लाइब्रेरी की बिल्डिंग खड़ी है। स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स बनाया, अस्सी करोड़ रुपये लगाए हम लोगों ने, पड़ा हुआ है, खराब हो जाएगा। ऐसी कई बिल्डिंग हैं राजस्थान भर में।
अस्पताल, प्रताप नगर, डिगाडी, चौपासनी हाउसिंग बोर्ड ,जहां हमने बड़े-बड़े सीएचसी और डिस्ट्रिक्ट हॉस्पिटल बना दिए बड़ी बिल्डिंग खड़ी हो गई। न इक्विपमेंट मंगा रहे हो, न वहां पर कोई काम हो रहा है, क्या हो रहा है? कैंसर हॉस्पिटल बनाया हम लोगों ने, वो पूरा नहीं हो पा रहा है। तो चारों ओर से हाहाकार मचा हुआ है। अब आप देख लो क्या सरकार चल रही है। सरकार नाम की कोई चीज नहीं है।