Talked to media in Hanumangarh | April 28
दिनांक
28/04/2023 |
स्थान
Hanumangarh
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इतनी गिरावट आ रही है राजनीति के अंदर, जिन सोनिया गांधी जी की बाहों में इंदिरा गांधी जी ने अंतिम सांस ली हो, जिस रूप में इंदिरा गांधी जी ने खालिस्तान नहीं बनने दिया और नतीजा भुगता अपनी जान देकर, शहीद होकर, उस वक्त जब उनका सीना छलनी हो गया गोलियों से, तो सोनिया गांधी जी की बाहों में उन्होंने जान दी अपनी, शहीद हुईं, उनके पति शहीद हो गए देश के लिए और वो महिला जो अभी अध्यक्ष जी कह रहे थे, प्रधानमंत्री पद ठुकरा दिया हो, डॉ. मनमोहन सिंह जी को मौका दिया हो, जिनका सम्मान आज पूरे देश में एक भारतीय संस्कार-संस्कृति की जो महिला का होता है, उस ढंग से उन्होंने अपने पति की शहादत के बाद में जिंदगी बिताई हो, आज पूरे मुल्क के अंदर पक्ष-विपक्ष सबमें सम्मान है, जिसके दिल में संस्कार खुद में हैं, वो सब इनका सम्मान करते हैं, उनके बारे में इस प्रकार की नीची और नीच हरकत करना, ऐसा बयान देना, मैं समझता हूं कि ये एक नया रूप सामने आ रहा है बीजेपी का, मुझे लगता है कि इनकी उलटी गिनती शुरू हो रही है कर्नाटक से ऐसा लगता है, उस बौखलाहट के अंदर ही ये स्थिति हो सकती है कि प्रधानमंत्री मोदी जी, जो उनके खुद के ऊपर हम अगर कोई कमेंट कर दें, उसको तोड़-मरोड़कर पेश करते हैं पब्लिक के सामने चुनाव जीतने के लिए, वो हमने देखा है कई बार और सोनिया गांधी जैसे व्यक्तित्व के ऊपर इस प्रकार की टिप्पणी करना, मैं प्रधानमंत्री मोदी जी को खुद पत्र लिखूंगा, जो कांग्रेसजनों की भावना है पूरे प्रदेश के अंदर उनसे मैं अवगत करवाऊंगा और प्रधानमंत्री जी को खुद को चाहिए कि वो हम देखते हैं, इंतजार करेंगे कि वो ऐसे लोगों के खिलाफ में क्या एक्शन करते हैं। वहां के मुख्यमंत्री हैं, वहां के प्रधानमंत्री हैं, एक्शन लेंगे, वरना हम समझेंगे कि इनकी भावना भी उनके साथ में मिली हुई है, ये हमारा आरोप है। क्या राजनीति कहां जा रही है, आप समझ सकते हो कि वैसे ही देश में क्या हालात हैं? पूरा देश चिंतित है, हिंसा हो रही है यहां पर, संवेदनहीनता हो गई है, पत्रकार, मैं बार-बार बोलता हूं, लेखक जेल जा रहे हैं, साहित्यकार, क्यों बोलता हूं? क्योंकि आप विपक्ष को सहन नहीं कर पा रहे हैं, ये सहन नहीं कर पा रहे हो, ये कोई दुश्मन हैं आपके? आप एक पार्टी शासन हो देश के अंदर, उसकी तरफ लोकतंत्र की हत्या करके, संविधान की धज्जियां उड़ाकर आप ले जाना चाहते हो, मेरा मानना यह है और देश ये कभी कुबूल नहीं करेगा, कभी माफ नहीं करेगा, समय आने पर सबक सिखाएगा।
सवाल- पाकिस्तान और चीन का एजेंट बताना, इस तरह की बातें करना, दूसरे देशों से?
जवाब- ये जब फेल हो गए चीन के अंदर तो क्या बताएंगे? चीन पर राहुल गांधी बार-बार पूछ रहे हैं इनको कि भई इतना कब्जा हो गया जमीन पर, जवाब दो, जवाब दे नहीं पा रहे हैं ये, तो और क्या करेंगे वो? यही करेंगे जो आपने देखा है और मोदी जी जाकर आए बिना इन्विटेशन के पाकिस्तान, वो तो पाकिस्तान के एजेंट नहीं हैं क्योंकि प्रधानमंत्री हैं वो, हम भी नहीं कह सकते उनको, कैसे कह सकते हैं, प्रधानमंत्री का पद गरिमा वाला होता है, प्रधानमंत्री कोई भी हो, पद की गरिमा बड़ी होती है हमारे लिए, तो कांग्रेस वाले तो गरिमा को सामने रखकर बात करते हैं और ये तमाम अपनी सीमाएं तोड़ रहे हैं, इसकी जितनी निंदा करें उतनी कम है।