Addressed the public meeting at Ballari, Karnataka, today.
दिनांक
15/10/2022 |
स्थान
जयपुर
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हमारे महबूब नेता आदरणीय राहुल गांधी जी, आदरणीय मल्लिकार्जुन खड़गे साहब, केसी वेणुगोपाल जी, भूपेश बघेल जी, रणदीप सुरजेवाला जी, दिग्विजय सिंह जी, डीके शिवकुमार जी, आदरणीय सिद्धारमैय्या जी, जयराम रमेश जी, वीरप्पा मोइली जी, हुसैन साहब, डीके हरिप्रसाद जी, बीवी श्रीनिवास जी, नेटा डिसूजा जी, सम्मानित मंच, उपस्थित बुजुर्गों, भाइयों और बहनों, नौजवान साथियों, राहुल गांधी जी इतिहास बनाने जा रहे हैं देश के अंदर, आजादी के बाद में इस प्रकार की यात्रा पहली बार देश को देखने को मिल रही है, यात्राएं कई हुई हैं विभिन्न मकसदों से, ये यात्रा चुनौतियों का सामना करने के लिए है, चुनौतियां हैं फासिस्टी ताकतों की, सांप्रदायिक ताकतों की जिन्होंने इस देश को बर्बाद करने के लिए जो कदम उठाए हुए हैं, उनकी हम निंदा करते हैं, संविधान की धज्जियां उड़ रही हैं, लोकतंत्र खतरे के अंदर है, महंगाई बेरोजगारी की मार आम आदमी पर पड़ी हुई है, इस माहौल के अंदर राहुल गांधी जी का जो संदेश है, वो देश के कोने-कोने में पहुंच रहा है, ये भावना राहुल गांधी जी जो प्रकट कर रहे हैं रास्ते के अंदर, उसका चिंतन हो रहा है, मनन हो रहा है कि वास्तव में देश किस दिशा में जा रहा है, किसी को नहीं मालूम है, किस दिशा में जाएगा वो बहुत बड़ी चुनौती हमारे सामने है और लोग समझ गए हैं इनकी चालों को, जिन चालों के माध्यम से यूपीए गवर्नमेंट को बदनाम करके इन्होंने सत्ता हासिल की है, न लोकपाल आ पाया, न काला धन आ पाया, जिस रूप में यूपीए गवर्नमेंट बनी थी, पहली बार आजादी के बाद में अधिकार आधारित युग की शुरुआत हुई, पार्लियामेंट में कानून बनाए गए, डॉ. मनमोहन सिंह जी ने, सोनिया गांधी जी ने चाहे वो राइट टू इन्फॉर्मेशन हो, महात्मा गांधी नरेगा हो, राइट टू एजुकेशन हो, फूड सिक्योरिटी एक्ट हो, ये तमाम कानून बनाए गए हैं, कानून बनाकर पब्लिक को अधिकार देने का काम शुरू किया, अर्थव्यवस्था को मजबूत किया, चहुंमुखी विकास किया, लोक-कल्याणकारी योजनाएं लेकर आए, सोशल सिक्योरिटी का ताना-बाना बुना और जिस प्रकार बदनाम करके ये लोग सत्ता में आए हैं ध्रुवीकरण करके, धर्म के नाम पर, जाति के नाम पर राजनीति करना बहुत आसान होता है, पर देश का नवनिर्माण करने के लिए पंडित जवाहर लाल नेहरू जैसी सोच चाहिए, जो आजादी मिलते ही किस प्रकार से उन्होंने आधारभूत ढांचा तैयार किया था देश के अंदर, बड़े-बड़े बांध बनाए किसानों के लिए, बिजली उत्पादन की, कल-कारखाने लगाए, संस्थाएं बनाईं आईआईटी, आईआईएम, आईआईआईटी अब बनी है जाकर के, पर जिस प्रकार से उन्होंने शुरुआत की थी संस्थाओं की, आज उन पर ही देश खड़ा है, आत्मनिर्भर बना है। जिस प्रकार से ये लोग जो ताना-बाना बुन रहे हैं, आज पूरे मुल्क में माहौल बना हुआ है तनाव का, हिंसा का, सांप्रदायिकता का, वो देश बर्दाश्त नहीं कर पाएगा, अफॉर्ड नहीं कर पाएगा, मेरा मानना है कि जो राहुल गांधी का संदेश है, आपस में भाईचारा हो सभी जातियों में, सभी वर्गों में, सभी धर्मों के अंदर, प्यार-मोहब्बत की राजनीति हो, सद्भावना का माहौल बने, हिंसा का कोई स्थान नहीं हो, ये माहौल बनाने की आज आवश्यकता है, जिसके लिए राहुल गांधी जी निकल पड़े हैं और कारवां चल पड़ा है, आप सोचिएगा कि 1 हजार किलोमीटर, 3 हजार 500 किलोमीटर में से पूरा कर लिया है, जिस जज्बे के साथ में, हिम्मत के साथ में, हौसले के साथ में है, पर जब तक कमिटमेंट नहीं हो देश के साथ में, देशवासियों के साथ में, तब तक ये संभव नहीं होता है और राहुल गांधी जी का कमिटमेंट देशवासियों के साथ में है, देश के गरीबों को, दलितों को, पिछड़ों के साथ में है, किसानों के साथ में है, मजदूरों के साथ में है, इसलिए जाकर संभव हुआ है कि इतनी लंबी संघर्षमय यात्रा, बहुत टफ यात्रा है ये, जो साधु-संत यात्राएं करते हैं, वो भी विश्राम लेते हैं रास्ते के अंदर, पर जिस प्रकार की यात्रा शुरू की गई है, 25 किलोमीटर प्रतिदिन चलना, मैं समझता हूं कि आज तक कोई ऐसी यात्रा हुई नहीं होगी इस प्रकार के माहौल में राहुल गांधी जी चिंता कर रहे हैं देश की, देश बचाने की, देश को एक व अखंड रखने के लिए जिसके लिए इंदिरा गांधी जी ने जान दे दी अपनी, पर खालिस्तान नहीं बनने दिया, राजीव गांधी शहीद हो गए इस उपमहाद्वीप में शांति स्थापित करते-करते, आज राहुल गांधी चाहते हैं कि देश एक रहे, अखंड रहे, आपस में भाईचारा बने इसलिए बहुत बड़ा संदेश लेकर ये यात्रा शुरू हुई है, मैं आपको कहना चाहूंगा इस मुबारक मौके पर कि इतनी बड़ी तादाद में आप लोग पधारे हो, चाहे चेन्नई हो, चाहे वो केरल हो, चाहे वो कर्नाटक हो, इतिहास बनाया है आप कर्नाटक वालों ने भी, चिकमंगलूरु में इंदिरा जी चुनाव लड़ी थीं, तब हम भी आए थे यहां पर बचपन में कार्यकर्ता के रूप में, बेल्लारी में सोनिया गांधी जी चुनाव लड़ी थीं, वो भी इतिहास बना था, तो कर्नाटक ने हमेशा करवट ली है राजनीति के अंदर और मैं उम्मीद करता हूं कि ये यात्रा भी शुभ होगी, आने वाले वक्त में कर्नाटक में सरकार बनेगी कांग्रेस की, राहुल गांधी के संदेश को आप घर-घर तक पहुंचाएंगे और बदलाव पूरे मुल्क में होगा, उसकी शुरुआत भी चाहे वो चेन्नई हो, केरल हो, कर्नाटक हो, अन्य राज्य भी आएंगे रास्ते के अंदर और मैं ये कह सकता हूं कि राहुल जी के संदेश को आम लोग, हर वर्ग के लोग आत्मसात कर रहे हैं, यही हमारी बहुत बड़ी ताकत है, यही बात कहता हुआ मैं अपनी बात समाप्त करता हूं, धन्यवाद, जय हिंद, धन्यवाद।